Jharkhand: इलिगल माइनिंग मामले में अरेस्ट कृष्णा साहा पांच दिनों की ED रिमांड पर

झारखंड के संताल परगना में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने एक दिन पहले अरेस्ट किये कृष्णा साहा को ईडी की स्पेशल कोर्ट में प्रस्तुत किया। उससे पूछताछ के लिए ईडी को पांच दिनों की रिमांड की अनुमति मिली है।

Jharkhand: इलिगल माइनिंग मामले में अरेस्ट कृष्णा साहा पांच दिनों की ED रिमांड पर
ईडी के शिकंडे में पंकज मिश्रा का करीबी कृष्णा।

रांची। झारखंड के संताल परगना में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने एक दिन पहले अरेस्ट किये कृष्णा साहा को ईडी की स्पेशल कोर्ट में प्रस्तुत किया। उससे पूछताछ के लिए ईडी को पांच दिनों की रिमांड की अनुमति मिली है।

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जेएमएम लीडर पंकज मिश्रा के सहयोगी कृष्णा को कोर्ट के आदेश पर ज्यूडिशियल कस्टडी में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में भेज दिया गया है। ईडी ने कोर्ट से कृष्णा साहा के लिए सात दिनों की रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने पांच दिनों की रिमांड दी है। ईडी अब कृष्णा साहा से शुक्रवार से अगले पांच दिनों तक पूछताछ करेगी। 
कृष्णा और पंकज के बीच करीबी संबंध
ईडी ने कोर्ट में दाखिल रिमांड आवेदन में बताया है कि कृष्णा कुमार साहा व पंकज मिश्रा के बीच घनिष्ठ संबंध थे।साहिबगंज एरिया में इलिगल स्टोन माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग में मदद करने के एवज में कृष्णा कुमार साहा ने पंकज मिश्रा को 30 लाख रुपये कैश पेंमेंट किया था। इसके अलावा बैंक अकाउंट्स में भी दोनों के बीच लेन-देन हुए थे।ईडी ने जांच में पाया कि कृष्णा कुमार साहा ने कई बैंक अकाउंट्स का संचालन किया। ये अकाउंट्स ते या तो उसकी कंपनी, फर्म के नाम पर या फिर उसके सहयोगियों के नाम पर थे। आरोपी के बैंक अकाउंट्स के अध्ययन से पता चला कि उसने अपने अकाउंट्स में 19 करोड़ रुपये से अधिक जमा किये हैं। यह इलिगल माइनिंग से जुटाये गये रुपये हैं। 
ईडी की इन्विस्टीगेशन के दौरान यह भी साबित हुआ है कि पंकज मिश्रा व कृष्णा कुमार साहा के बीच घनिष्ठ संबंध थे। पंकज मिश्रा व कृष्णा कुमार साहा के बीच बैंक अकाउंट्स में रुपयों के ट्रांसफर की भी पुष्टि हुई है।कृष्णा कुमार साहा ने पंकज मिश्रा के अकाउंट में 26 मार्च 2021 को पांच लाख व 29 मार्च 2021 को पांच लाख रुपये ट्रांसफर किये थे।पूर्व में लिये गये बयान के अनुसार कृष्णा कुमार साहा को साहिबगंज में इलिगल माइनिंग के अपने बिजनस को चलाने के एवज में पंकज मिश्रा को 25 से 30 लाख रुपये कैश देने पड़े थे।
12.60 एकड़ से भी अधिक में कर लिये थे माइनिंग
ईडी ने इन्विस्टीगेशन के दौरान संयुक्त रूप से गत वर्ष 25 जुलाई से 29 जुलाई तक माइंस का वेरीफिकेशन किया था, जिसमें इलिगल माइनिंग की पुष्टि हुई थी। माइंस के वेरीफिकेशन के दौरान यह स्पष्ट हुआ था कि कृष्णा कुमार साहा को चापांडे मौजा में कुल 6.13 एकड़ माइनिंग की अनुमति थी। यह माइंस उन्हें दो अप्रैल 2015 से एक अप्रैल 2025 तक के लिए आवंटित किया गया था। छानबीन में पता चला कि कृष्णा कुमार साहा ने अपने लीज एरिया से अधिक का माइनिग कर लिया है।लीज 6.13 एकड़ का था और उसने 12.60 एकड़ से अधिक का माइनिंग कर लिया था। विगत  एक जुलाई की रात उसी माइंस में दो मजदूरों की दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस मामले में कृष्णा कमार साहा व अन्य के विरुद्ध रांगा पुलिस स्टेशन में दो जुलाई को एफआिआर दर्ज कराई गई है।
ऐसे हुआ इलिगल माइनिंग का खुलासा
ईडी ने बड़हरवा टेंडर विवाद में 22 जून 2020 को दर्ज बड़हरवा थाना कांड संख्या 85/2020 के आधार पर आठ मार्च 2022 को ईसीआइआर 03/2022 दर्ज किया था। यह केस पंकज मिश्रा व अन्य के विरुद्ध दर्ज है, जिसे शंभू नंदन कुमार ने दर्ज कराया था। बड़हरवा टाल के टेंडर में विवाद, मारपीट व धमकी मामले में यह केस कराया गया था। ईडी ने छानबीन में पाया कि पंकज मिश्रा व अन्य चाहते थे कि सभी टाल पर उनका कंट्रोल हो, ताकि वे आसानी से अपने अवैध स्टोन माइनिंग के धंधे की निगरानी कर सकें। इस इलाके से बिहार व बंगाल के अधिसंख्य ठिकानों पर पत्थर की सप्लाई होती थी। पंकज मिश्रा सीधी तौर पर इलिगल माइनिंग को संचालित कर रहा था। वैसे इलिगल माइनिंग के पत्थर की ढुलाई में उसे कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत, टिंकल भगत, विष्णु कुमार यादव व अन्य सहयोग करते थे।
एनजीटी ने भी लिया था संज्ञान
ईडी ने स्पेशल कोर्ट को बताया है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने भी साहिबगंज एरिया में इलिगल माइनिंग पर संज्ञान लिया था कि किस तरह इलिगल माइनिंग वहां के पर्यावरण को प्रभावित कर रहा है। एनजीटी नई दिल्ली के प्रिंसिपल बेंच ने सैय्यद अरशद नसर बनाम यूनियन आफ इंडिया व अन्य में इसका जिक्र किया था। 
रिपोर्ट के अनुसार उक्त क्षेत्र में विभिन्न व्यक्तियों के विरुद्ध इलिगल माइनिंग, स्टोरेज व ट्रांसपोर्टिंग मामले में कुल 125 कांड दर्ज हैं। ईडी ने इलिगल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग से संबंधित 50 कांडों की पहचान की। इन सभी 50 कांडों को ईडी ने बड़हरवा वाले अपने केस के साथ जोड़ दिया। इसी केस में कृष्णा कुमार साहा के खदान में दो मजदूरों की मौत मामले में साहिबगंज के रांगा थाने में दो जुलाई 2023 को दर्ज कांड संख्या 65/2023 को भी ईडी ने अपने केस में जोड़ लिया है। यह केस कृष्णा कुमार साहा व अन्य के विरुद्ध दर्ज है।
पहले भी दाखिल हो चुकी है चार्जशीट
इन्वेस्टिंगेशन के दौरान ईडी ने इलिगल माइनिंग के तीन आरोपित पंकज मिश्रा, बच्चू यादव व प्रेम प्रकाश को पहले ही अरेस्ट कर जेल भेजा था। तीनों के विरुद्ध ईडी ने 16 सितंबर 2022 को चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसी बीच दाहू यादव के पिता पशुपति यादव को भी झारखंड पुलिस ने ईडी कोर्ट से जारी गैर जमानतीय वारंट के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसपर ईडी ने 19 जून 2023 को पूरक आरोप पत्र दाखिल किया था।