झारखंड: IAS पूजा सिंघल ने ईमूवेवल प्रोपर्टी रिटर्न में 110 करोड़ की संपत्ति नहीं किया जिक्र

झारखंड कैडर की IAS  पूजा सिंघल ने इमूवेवल प्रॉपर्टी रिटर्न में बताया है कि कोलकाता में 2008-09 में 30 लाख के घर से हर वर्ष छह लाख रुपये किराये के तौर कमाई करती है। लेकिन पल्स हॉस्पीटल की जानकारी छिपाई गई। आईएएस पूजा सिंघल ने साल 2022 में केंद्र सरकार के कार्मिक विभाग को दिए अचल संपत्ति की जानकारी दी है। लेकिन, उन्होंने अपने पति के मालिकाना हक वाली पल्स हॉस्पिटल की जमीन की खरीद व इस खरीद पर हुए खर्च का कोई ब्योरा नहीं दिया है।

झारखंड: IAS पूजा सिंघल ने ईमूवेवल प्रोपर्टी रिटर्न में 110 करोड़ की संपत्ति नहीं किया जिक्र

रांची। झारखंड कैडर की IAS  पूजा सिंघल ने इमूवेवल प्रॉपर्टी रिटर्न में बताया है कि कोलकाता में 2008-09 में 30 लाख के घर से हर वर्ष छह लाख रुपये किराये के तौर कमाई करती है। लेकिन पल्स हॉस्पीटल की जानकारी छिपाई गई। आईएएस पूजा सिंघल ने साल 2022 में केंद्र सरकार के कार्मिक विभाग को दिए अचल संपत्ति की जानकारी दी है। लेकिन, उन्होंने अपने पति के मालिकाना हक वाली पल्स हॉस्पिटल की जमीन की खरीद व इस खरीद पर हुए खर्च का कोई ब्योरा नहीं दिया है।

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एक्स हसबैंड के साथ भी करती है कमाई
पूजा सिंघल ने इमूवेवल प्रॉपर्टी रिटर्न में बताया है कि कोलकाता के राजारहाट में 2008-09 में 30 लाख के घर से हर वर्ष एक्स हसबैंड राहुल पुरवार के साथ संयुक्त रूप से छह लाख रुपये किराये के तौर कमाई करती हैं। रांची के सुकुरहुटू में सिविल सर्विस ऑफिसर्स को-ऑपरेटिव सोसाइटी में वर्ष 2008-09 में 78 हजार वर्ग फीट भूखंड स्वयं के नाम से खरीदा, जिसकी उस वक्त कीमत 88 हजार रुपये थी, लेकिन इस जमीन पर अबतक पोजिशन नहीं मिल पाया है।पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के नाम पर 20 शेल हसबैंड अभिषेक झा के नाम पर अबतक 20 से अधिक शेल कंपनियों से जुड़ी जानकारी मिली है। ईडी सोर्सेज के अनुसार इन्हीं शेल कंपनियों के जरिए ब्लैक मनी को व्हाइट करने की बात सामने आ रही है।

कंपनियों से मनी लाउंड्रिंग 
पूजा व अभिषेक के ठिकानों पर रेड के साथ ही कोलकाता का अग्रवाल दंपति भी ईडी के रडार पर है। ईडी ने मनरेगा घोटालो में मनी लाउंड्रिंग में देश के विभिन्न हिस्सों में रेड के साथ कोलकाता में भी प्राची अग्रवाल व उनके पति रौनक अग्रवाल के ठिकानों पर कार्रवाई की।, प्राची व रौनक अग्रवाल के द्वारा 20 से अधिक शेल कंपनियों का संचालन किया जाता है। इन कंपनियों का इस्तेमाल कथित तौर पर मनी लाउंड्रिंग में किया जाता है।

हॉस्पिटल से जुड़ी कंपनी की डायरेक्टर रह चुकी हैं प्राची

पल्स संजीवनी हेल्थ केयर के एमडी पूजा सिंघल के सबैंड अभिषेक झा हैं। यह कंपनी 2011 के नवंबर में गठित की गई थी। इसी कंपनी में अभिषेक झा की बहन अमिता झा और दीप्ति बनर्जी भी डायरेक्टर थीं। जांच में यह बात आयी है कि साल 2016 के अगस्त में मेधांश हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिडेट का गठन किया गया। इसमें भी अभिषेक व दीप्ति डायरेक्टर थे। ईडी को संदेह है कि ये कंपनी भी फंड को खंपाने के लिए गठित की गई थी। बताया जाता है कि प्राची अग्रवाल इसी कंपनी में डायरेक्टर थी। वर्ष ल 2020 में दोनों कंपनियों को एकीकरण हो गया। ईडी ने पाया है कि 20 कंपनियों व उनके बैलेंस शीट में कई इंट्री संदेहास्पद हैं।
CA सुमन महंगी गाड़ियों का है शौकीन, अफसरों की काली कमाई को करता था मैनेज

ईडी की कार्रवाई में पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के सीए सुमन सिंह के कई कारनामे उजागर हुए हैं। सुमन महंगी गाड़ियों का शौकीन है। उसके पास जगुआर, होंडा सिटी समेत कई महंगी गाड़ियां हैं। ईडी को पूछताछ में सुमन के बारे में जानकारी मिली है कि सीए का काम करने के साथ साथ वह अपने भाई पवन सिंह के साथ मिलकर फाइनेंस कंपनी भी चलाता है। वहीं इसी कंपनी के जरिए कई जमीन कारोबारियों, बिल्डरों के प्रोजेक्ट में पैसों का निवेश करता है। साथ ही अफसर, जमीन कारोबारी व बिल्डर्स की काली कमायी को भी वह मैनेज करता रहा है। वहीं राज्य सरकार के कई अफशरों से भी उसकी अच्छी सांठगांठ है।

सुमन की रांची समेत कई शहरों में निवेश

ईडी को जानकारी मिली है कि सुमन की रांची समेत कई शहरों में निवेश है। अफसरों के पैसों का वह निवेश तो करता ही है। अफसरों के साथ बेहतर संबंध का फायदा उठाकर कई सरकारी प्रोजेक्ट पर वह काम भी कर रहा है। बिहार में भी कई जगहों पर सुमन ने जमीन की खरीद बीते कुछ सालों में की है।कहा जा रहा है कि बैंकों से भारी मात्रा में लोन दिलाने में मध्यस्थता कर भी सुमन सिंह ने करोड़ों की कमाई की है। लोन दिलाने के बाद वह कमीशन के तौर पर भी भारी भरकम रकम लेता था। ईडी को संदेह है कि पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के पल्स हॉस्पिटल के लिए भी सुमन ने भी लोन दिलाने में लाइजनिंग की होगी। क्योंकि अधिकांश बैंक पल्स अस्पताल को लोन देने से इंकार कर चुके थे। बाद में एक प्राइवेट बैंक ने 23 करोड़ का लोन पल्स हॉस्पिटल बरियातू को दिया था।