Jharkhand: देवघर के एक्स SP सुभाष चंद्र जाट का दावा, DC मंजूनाथ BJP MP निशिकांत को अरेस्ट करने का बनाते थे दबाव

झारखंड में देवघर एक्स एसपी सुभाष चंद्र जाट ने जिले के तत्कालीन डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाया है। IPS जाट ने आरोप लगाया है कि डीसी मंजूनाथ गोड्डा के बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे से निजी दुश्मनी साधते थे। डीसी दबाव बनाते थे एमपी निशिकांत दुबे को किसी केस में फंसाये और उन्हें अरेस्ट कर लें। लेकिन वह (एसपी) हर बार ऐसा करने से मना कर देते थे।

Jharkhand: देवघर के एक्स SP सुभाष चंद्र जाट का दावा, DC मंजूनाथ BJP MP निशिकांत को अरेस्ट करने का बनाते थे दबाव
सुभाषचंद्र, मंजूनाथ व निशिकांत।
  • IPS ने गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को भेजा पत्र
  • डीसी के किये गये वार्षिक कार्य मूल्यांकन रिपोर्ट को बताया दुर्भावना से प्रेरित

रांची। झारखंड में देवघर एक्स एसपी सुभाष चंद्र जाट ने जिले के तत्कालीन डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाया है। IPS जाट ने आरोप लगाया है कि डीसी मंजूनाथ गोड्डा के बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे से निजी दुश्मनी साधते थे। डीसी दबाव बनाते थे एमपी निशिकांत दुबे को किसी केस में फंसाये और उन्हें अरेस्ट कर लें। लेकिन वह (एसपी) हर बार ऐसा करने से मना कर देते थे।
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झारखंड कैडर के 2015 बैच के आइपीएस अफसर सुभाष चंद्र जाट वर्तमान में सेंट्रल डिपुटेशन पर सीबीआइ में एसपी है। सुभाष चंद्र जाट ने गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अविनाश कुमार को में इससे संबंधित पत्र लिखा है।  20 पेज के लिखे लेटर में सुभाष चंद्र जाट ने कहा कि देवघर जिले के तत्कालीन डीसी मंजूनाथ भजंत्री गोड्डा लोकसभा से बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे को हमेशा टारगेट किया करते थे।  इतना ही नहीं निशिकांत दुबे को जबरन अरेस्ट करने का अक्सर दबाव बनाते थे। उन्होंने बताया है कि उनके विरुद्ध किये गयेए डीसी का वार्षिक कार्य मूल्यांकन रिपोर्ट (Annual Performance Evaluation Report) ) दुर्भावना से प्रेरित है। उन्हें नीचा दिखाने, उन्हें अक्षम दिखाने की कोशिश की गई है। तत्कालीन डीसी मंजूनाथ भजंत्री के किये् गये वार्षिक कार्य मूल्यांकन रिपोर्ट के प्रत्येक बिंदु पर तत्कालीन एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बिंदुवार अपनी बात रखी है। इससे संबंधित पत्र गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार को भेजा है।
डीसी पर गाड़ी मुहैया न कराने का लगाया आरोप
आइपीएस अफसर सुभाष चंद्र जाट ने अपने पत्र में बताया है कि एमपी निशिकांत दुबे जब भी देवघर दौरे पर आते थे तो उन्हें जिला पुलिस की ओर से उन्हें सिक्युरिटी दी जाती थी, लेकिन डीसी गाड़ी मुहैया नहीं कराते थे। एमपी निशिकांत दुबे 31 अगस्त 2023 को एसिड अटैक पीड़िता से मिलने के लिए दुमका जाना चाहते थे तो उन्हें गलत तरीके से देवघर एयरपोर्ट पर जबरन रोकने के लिए डीसी ने दबाव बनाया था। अरेस्ट करने के लिए भी दबाब बनाया। डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने लोकसभा समिति के सामने निशिकांत दुबे के खिलाफ गलत कंपलेन करने का भी दबाव बनाया था। उन्होंने इंकार किया तो डीसी नाराज हो गये।  एमपी द्वारा मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ लाये प्रिविलेज मोशन की लोकसभा समिति जांच कर रही थी। 
जाट के अनुसार, डीसी ने देवघर टाउन पुलिस स्टेशन के  पुलिस इंस्पेक्टर सह थानेदार व आईओ को बिना अधिकृत अनुमति के अपने ऑफिस में गोपनीय दस्तावेज के साथ बुलाया, जिसपर बतौर एसपी उन्होंने ने आपत्ति भी जताई थी। देवघर के मधुपुर पुलिस स्टेशन में नन बेलेबल सेक्शन में दर्ज दर्ज कांड संख्या 119/2021 में एमपी निशिकांत दुबे को अरेस्ट करने के लिए डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने दबाव बनाया था। सुभाष चंद्र जाट का आरोप है कि तत्कालीन डीसी उनपर आरोप लगाते थे कि वे एमपी निशिकांत दुबे का पक्ष लेते हैं।

सारठ एमएलए रणधीर सिंह को अरेस्ट करने का बनाया दबाव
देवघर के तत्कालीन एसपी सुभाष चंद्र जाट ने होम सेकरेटरी को बताया है कि चितरा पुलिस स्टेशन में सारठ एमएलए रणधीर सिंह के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने से संबंधित कांड संख्या 34/2022 दर्ज है। डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने सारठ एमएलए रणधीर सिंह को बिना इन्विस्टीगेशन व एवीडेंस के ही तत्काल अरेस्ट करने का दबाव बनाया। जब इन्होंने विरोध किया और कानून का हवाला दिया तो डीसी लोक अभियोजक से एसपी के कदम का सत्यापन करने को कहा।
विष्णुकांत झा को दिल्ली पुलिस से बचाने का भी बनाया दबाव
देवघर निवासी विष्णुकांत झा के विरुद्ध नई दिल्ली पुलिस स्टेशन में दर्ज केस 32/2018 में दिल्ली ले जाने से रोकने के लिए डीसी ने एसपी पर दबाव बनाया, ताकि दिल्ली पुलिस उसे अपने साथ न ले जा सके। एसपी ने इसे गैर कानूनी बताते हुए दिल्ली पुलिस के इन्विस्टीगेशन में हस्तक्षेप से मना कर दिया। डीसी मंजूनाथ भजंत्री विष्णुकांत झा को इसलिए मदद पहुंचाना चाहते थे, क्योंकि वह एमपी निशिकांत दुबे का विरोधी था। विष्णुकांत झा का क्राइम हिस्ट्री होने के बावजूद डीसी  ने उसे आर्म्स लाइसेंस दे दिया था।