Jharkhand : झारखंड में ईडी का एक्शन, एक्स MLA अंबा प्रसाद से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आठ ठिकानों पर रेड

ईडी ने शुक्रवार को जमीन घोटाला, बालू घोटाला सहित कई अन्य मामलों में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही बड़कागांव की एक्स एमएलए अंबा प्रसाद, उनके पिता एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव, भाई अंकित राज, चार्टर्ड अकाउंटेंट बादल गोयल से जुड़े आठ ठिकानों पर एक साथ रेड की।

Jharkhand : झारखंड में ईडी का एक्शन, एक्स MLA अंबा प्रसाद से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आठ ठिकानों पर रेड
  • CA के पास से 15 लाख कैश बरामद
  • ईडी की रेड पूरी, अब चार्टर्ड अकाउंटेंट बादल गोयल को समन भेज होगी पूछताछ

रांची। ईडी ने शुक्रवार को जमीन घोटाला, बालू घोटाला सहित कई अन्य मामलों में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही बड़कागांव की एक्स एमएलए अंबा प्रसाद, उनके पिता एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव, भाई अंकित राज, चार्टर्ड अकाउंटेंट बादल गोयल से जुड़े आठ ठिकानों पर एक साथ रेड की।
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कुछ स्थानों पर रेड शनिवार को भी चली। रेड पूरी हो चुकी है। अब ईडी एक्स एमएलए अंबा प्रसाद के भाई अंकित राज के चार्टर्ड अकाउंटेंट बादल गोयल को समन कर जल्द ही पूछताछ के लिए बुलायेगी।इस रेड में चार्टर्ड अकाउंटेंट बादल गोयल के ठिकाने से ईडी को 15 लाख रुपये नकदी के अलावा बालू, जमीन आदि में निवेश से संबंधित दस्तावेज व डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। मिले साक्ष्यों के संबंध में ईडी उनसे जानकारी जुटाएगी। अन्य ठिकानों से भी बालू माइनिंग से संबंधित दस्तावेज मिले हैं।रेड में मिले दस्तावेज के आधार पर ईडी एक-एक कर सभी आरोपितों को समन करेगी और उन्हें पूछताछ के लिए रांची बुलायेगी। ईडी अब एक्स एमएलए अंबा प्रसाद, उनके भाई अंकित राज व उनके पिता एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव के बिजनस व ट्रांजेक्शन की जानकारी भी लेगी।ईडी को उम्मीद है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट बादल गोयल से अन्य आरोपितों के वित्तीय लेन-देन, कारोबार आदि से संबंधित पूरी जानकारी मिल जायेगी।
इन आरोपितों व कंपनियों के बैंकिंग लेन-देन को खंगाल रही है ईडी
ईडी अफसरों की एक टीम एक्स कांग्रेस एमएलए अंबा प्रसाद, उनके पिता एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव, उनके भाई अंकित राज व उनके सहयोगियों से जुड़े बैंक अकाउंट्स के लेन-देन को खंगालने में जुटी है। इसके अलावा इनसे जुड़ी कंपनियों के खातों को भी तलाशा जा रहा है। जिन कंपनियों के खातों के लेन-देन, व्यवसाय आदि से संबंधित डेटा का ईडी विश्लेषण कर रही है, उनमें पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से जुड़ी कंपनी हबिकान प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स अष्टभूजी माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स मां अस्टभूजी सेरामिक, वी कनेक्ट इंडिया, लक्ष्मण सेरामिक एंड मिनरल, मेसर्स अंकित राज, मेसर्स योगेंद्र प्रसाद, मेसर्स एसकेएस इंटरप्राइजेज, मिलियन ड्रीम फाउंडेशन व मेसर्स जय मां अष्टभूजी कंस्ट्रक्शन शामिल हैं।
योगेंद्र साव के बेटे ने पांच साल में 1.70 करोड़ की जमीन खरीदी
एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव व एक्स एमएलए निर्मला देवी के पुत्र व बड़कागांव के एक्स एमएलए अंबा प्रसाद के भाई अंकित राज ने पांच साल के दौरान लगभग आठ एकड़ जमीन खरीदी है। जमीन से सबंधित दस्तावेज में जमीन का कागजी मूल्य 1.70 करोड़ रुपये दर्ज है।ईडी की जांच में पाया गया है कि अंकित राज बालू के अलावा अन्य कई तरह के बिजनस में शामिल है। कुछ कंपनियों मे उसके साथ दूसरे करीबी लोग भी शामिल है. बालू के कारोबार के लिए बनायी गयी कंपनी उसी के नाम पर है। अंकित राज की कंपनी का नाम मेसर्स अंकित राज सैंड स्टॉकयार्ड है. इसके अलावा मेसर्स एसकेएस इंटरप्राइजेज पर भी उसका पूरा नियंत्रण है। मां अष्टभुजा सिरामिक्स नाम की कंपनी पर भी अंकित राज का पूरा नियंत्रण है। इडी ने जांच में अंकित राज को बालू के अवैध कारोबार में भी लिप्त पाया है।
अंकित राज के नाम खरीदी जमीन
मौजा (जिला हजारीबाग) क्षेत्रफल (डिसमिल में) मूल्य (लाख में)
केरोडारी  42  10.00 
नयाखाप  20.69 1 7.00
नयाखाप  9.31  9.00
केरेडारी  36  10.00
हुपाद  14  19.00
नवादा  14  3.25
कैंटोनमेंट  08  75.00
सिकरी  04  7.00
भदईखाप  44.75  8.00
सादमपुर  16  1.75
सादमपुर  207.2  11.50
बहोरनपुर  80  4.99
बहोरनपुर  123  7.80
बहोरनपुर 113  7.00
सादमपुर  63  4.96
अंकित राज ने यह जमीन हजारीबाग जिले के विभिन्न मौजा में खरीदी है। जमीन की रजिस्ट्री वर्ष 2019 से 2023 के बीच की गयी है। पांच साल की अवधि में कुल 15 सेल डीड के सहारे जमीन की खरीद की गयी है। सबसे ज्यादा रजिस्ट्री वर्ष 2023 के दौरान की गयी है। जमीन खरीद से संबंधित दस्तावेज में वर्णित ब्योरे के अनुसार वर्ष 2019 में जमीन की रजिस्ट्री सिर्फ दो बार हुई। वर्ष 2022 से जमीन खरीद में अचानक तेजी आयी और रजिस्ट्री की संख्या बढ़ने लगी। वर्ष 2020 में अंकित के नाम सिर्फ एक ही रजिस्ट्री हुई थी। इस रजिस्ट्री के सहारे नयाखाप मौजा के खाता नंबर 26 के प्लॉट नंबर 718 की 9.31 डिसमिल की खरीद की गयी। दस्तावेज में जमीन का मूल्य नौ लाख रुपये दर्ज है। वर्ष 2021 में चार सेल डीड के सहारे अंकित के नाम पर जमीन खरीदी गयी। वर्ष 2022 में दो सेल डीड के सहारे जमीन की खरीद की गयी।
ईडी ने झारखंड के एक्स एमएलएअंबा प्रसाद से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रांची और हजारीबाग सहित कुल आठ ठिकानों पर रेड की। यह रेड अंबा प्रसाद के रिश्तेदारों और करीबियों के ठिकानों पर की गयी रांची और हजारीबाग में कई जगहों पर ईडी की टीमें पहुंचीं और गहन तलाशी अभियान चलाया। हजारीबाग जिले के बड़कागांव स्थित एक्स MLA अंबा प्रसाद के आवास 'समाधान भवन' पर भी ईडी की टीम फिर से पहुंची। इससे पहले भी इस मामले में 'समाधान भवन' पर ईडी की दबिश हो चुकी है।ईडी ने अंबा के भाई अंकित राज के हजारीबाग बाडम बाजार निवासी सीएम बादल गोयल के आवास और कार्यालय से 15 लाख रुपये कैश ईडी ने जब्त किया।ईडी ने बड़कागांव में योगेंद्र साव के आवास, बेटा अंकित राज के आवास, बालू कारोबारी मनोज दांगी, हजारीबाग में पेट्रोल पंप कारोबारी प्रेम सिंह, कटकमदाग में प्रखंड प्रमुख विनीता कुमारी, अंबा के आवास समाधान भवन, बड़कागांव में मंटू सोनी के घर, शिबडीह निवासी आजसू के प्रखंड सचिव मनोज दांगी, बालू कारोबारी पंचम कुमार और रांची के सुखदेवनगर स्थित अंबा के पीए संजीव साव के आवास पर रेड की गयी। ईडी ने कुल 16 मामलों के आधार पर इसीआइआर दर्ज किया है, जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी।
ईडी को आशंका है कि पेट्रोल पंप के मालिक प्रेम सिंह के साथ अंबा के परिजनों का व्यापारिक संबंध है। प्रेम सिंह का संबंध कोयला के कारोबार से भी बताया जा रहा है। सीए बादम गोयल जीएसटी कंसल्टेंट के रूम में भी काम करते हैं, कार्रवाई के दौरान बालू कारोबारी पंचम के भाई नितेश कुमार को लेकर ईडी के अधिकारी हजारीबाग चले गये। इससे पहले ईडी ने अंबा प्रसाद और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर 18 मार्च 2024 को छापा मारा था। छानेमारी में मिले दस्तावेज और पूछताछ के बाद मिली अहम जानकारियों के आधार पर ईडी ने दूसरी बार छापेमारी की है। छापेमारी में कई दस्तावेज ईडी के हाथ लगे है।
ईडी ने अपने इसीआइआर में 16 केसों को किया शामिल
ईडी ने इसीआइआर में अंबा व पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज 16 मामलों को शामिल किया है। पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआइआर में रंगदारी, जमीन कब्जा, एनटीपीसी के काम को बाधित करने, बालू गाड़ी को छुड़वाने, टाइगर ग्रुप नाम संगठन से साठगांठ, अंबा के भाई अंकित राज के खिलाफ बालू के इलिगल माइनिंग के आरोप आदि शामिल है। बालू के इलिगल माइनिंग और बिजनस के आरोप में ईडी ने वर्ष 2024 में अंकित राज के ठिकानों को भी छापेमारी के दायरे में शामिल किया था। इन ठिकानों से बालू के अवैध कारोबार से संबंधित दस्तावेज जब्त हुए थे। इसके अलावा ईडी ने अंकित राज के कार्यालय से नकद राशि भी जब्त की थी।
आरोपियों के नाम और लगाये गये आरोप
अंबा प्रसाद व अन्य- जालसाजी व धोखाधड़ी
योगेंद्र साव, निर्मला देवी- हिंसक भीड़ का नेतृत्व करना
योगेंद्र साव, निर्मला देवी- एनटीपीसी की माइनिंग में अवरोध पैदा करना
योगेंद्र साव- प्रतिबिंधित संगठन से संबंध होना
योगेंद्र साव, निर्मला देवी व अन्य- पुलिस पर हमला करना
योगेंद्र साव, निर्मला देवी व अन्य- हिंसक भीड़ का नेतृत्व करना
योगेंद्र साव, निर्मला देवी व अन्य- प्रशासनिक अधिकारी को धमकी देना
योगेंद्र साव, पवन साव व राजकुमार गुप्ता-झारखंड टाइगर ग्रुप बनाना
योगेंद्र साव और अन्य- रंगदारी
अंकित राज- बालू का अवैध खनन
योगेंद्र साव-जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना