Jharkhand: पलामू SP रीष्मा रमेशन का एक्शन, पिपराटांड थाना प्रभारी सस्पेंड, अफीम तस्करी में संलिप्तता का आरोप
झारखंड के पलामू में पिपराटांड़ थाना प्रभारी राजवर्धन की इंटरस्टेट अफीम तस्करी मामले में संदिग्ध भूमिका पायी गयी है। पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने पिपराटांड़ थाना प्रभारी राजवर्धन को सस्पेंड कर दिया है। टाउन पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को पिपराटांड़ का नया थाना प्रभारी बनाया गया है।

पलामू। झारखंड के पलामू में पिपराटांड़ थाना प्रभारी राजवर्धन की इंटरस्टेट अफीम तस्करी मामले में संदिग्ध भूमिका पायी गयी है। पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने पिपराटांड़ थाना प्रभारी राजवर्धन को सस्पेंड कर दिया है। टाउन पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को पिपराटांड़ का नया थाना प्रभारी बनाया गया है।
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पलामू पुलिस ने विगत शुक्रवार को अफीम तस्करी के इंटर स्टेट गैंग का पर्दाफाश करते हुए आठ तस्करों को अरेस्ट किया था। इनमें चार पंजाब और चार पलामू जिले के निवासी हैं। तस्करों के पास से 33 लाख रुपये कैश भी बरामद किये गये।
पुलिस स्टेशन से मिल रही थी तस्करों को मदद
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि तस्करी की जानकारी पिपराटांड़ पुलिस स्टेशन को पहले से थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गयी। इस आधार पर थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध मानी गयी। एसपी ने एसडीपीओ लेस्लीगंज के नेतृत्व में गठित से मामले की जांच करायी। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की गयी है। तस्करी मामले की शुरुआत तब हुई, जब पंजाब निवासी एक युवती ने अपने भाई के किडनैप होने की कंपलेन पलामू एसपी से की। उसने बताया कि फिरौती के रूप में 7.5 लाख रुपये दिये जा चुके हैं।
पुलिस जांच में पता चला कि किडनैप की कहानी एक बहाना थी। असल में उसका भाई अफीम खरीदने पलामू आया था। उसे सौदेबाजी के दौरान ट्रैप कर लिया गया। पूरे घटनाक्रम की जानकारी लोकल पुलिस स्टेशन को होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। जांच में थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा है कि जांच में दाेषी पाने पर पिपराटांड़ थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जिसमें आगे और खुलासे हो सकते हैं।