गुजरात: वर्ल्ड का सबसे बड़ा स्टेडियम 63 एकड़ में,दर्शक क्षमता एक लाख 10- हजार, निर्माण पर 800 करोड़ रुपये खर्च

गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में बना वर्ल्ड का सबसे बड़ा स्टेडियम के निर्माण पर 800 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। 63 एकड़ में बने स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख 10- हजार  है।अब इस स्टेडियम को पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर जाना जायेगा।

गुजरात: वर्ल्ड का सबसे बड़ा स्टेडियम 63 एकड़ में,दर्शक क्षमता एक लाख 10- हजार, निर्माण पर 800 करोड़ रुपये खर्च
  • सरदार पटेल स्पोकर्ट्स एनक्लेकव,वर्ल्ड का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम
  • नाटाटोरियम
  • एथलेटिक्स/ट्रैक ऐंड फील्ड/फुटबॉल स्टेरडियम,फील्ड हॉकी ऐंड टेनिस स्टेडियम,इनडोर स्पो र्ट्स हॉल्स/एरीना,आउटडोर फील्ड्सी
  • वेलड्रोम/स्केडटिंग एरिया,बीच वॉलीबाल फैसिलिटी,बोटिंग सेंटर

अहमदाबाद। गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में बना वर्ल्ड का सबसे बड़ा स्टेडियम के निर्माण पर 800 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। 63 एकड़ में बने स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख 10- हजार  है।अब इस स्टेडियम को पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर जाना जायेगा।

3,000 खिलाड़ी स्पोसर्ट्स एनक्लेएव में रहेंगे
सरदार पटेल स्पोसर्ट्स एनक्लेकव में फुटबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल, कबड्डी, मुक्केबाजी जैसे खेलों की सुविधाएं होंगी। स्पोर्ट्स एनक्लेटव में 3,000 बच्चों के एक साथ खेलने और रहने की व्यवस्था होगी।

डे-नाइट मैच में नहीं आयेगी परछाई की परेशानी
लगभग 63 एकड़ में फैले नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर 800 करोड़ रूपये खर्च किये गये हैं। इसका साइज ओलिंपिक स्टैंडर्ड के 32 फुटबॉल स्टेडियमों के बराबर है। स्ट डियम में लाल और काली मिट्टी की 11 पिचें बनाई गई है। यह वर्ल्डका इकलौता ऐसा स्टेडियम है जिसमें मुख्य और अभ्यास पिचों पर एक सी मिट्टी है। स्टेकडियम का ड्रेनेज सिस्टम ऐसा है कि बारिश के बाद पानी निकालने के लिये सिर्फ 30 मिनट लगेंगे। यहां LED लाइट को छत के साथ ही फिक्स किया गया है। इससे मैदान पर किसी तरह की परछाई नहीं बनेगी। इस स्टेफडियम में चार-चार ड्रेसिंग रूम है।

इस स्टेडियम एक साथ एक लाख 32 हजार दर्शक बैठ सकते हैं। 63 एकड़ फैला स्टेडियम लगभग  800 करोड़ रुपये की लागत से बना है। यह स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से भी बड़ा है जहां 90 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। ओलिंपिक के 32 फुटबॉल ग्राउंड को मिलाकर यह अकेला स्टेडियम है। 

वर्ष 2015 में मरम्मत के काम के लिए यह स्टेडियम बंद कर दिया गया था। यह स्टेडियम कई ऐतिहासिक पलों का गवाह रहा है। यह सुनील गावस्कर ने यहां वर्ष 1987 में पाकिस्तान के साथ मैच के दौरान टेस्ट क्रिकेट में अपने 10 हजार रन पूरे किये थे। कपिल देव ने भी अपने करियर का 432वां टेस्ट विकेट यहीं लिया था इसके बाद वह वर्ष 1994 में वर्ल्ड के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले बॉलर बन गये थे। 
स्टेडियम को लार्सन एंड टर्बो (एलएंडटी) कंपनी ने बनाया है। कंपनी ने पांच सालों की बहुत कम अवधि में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया था।स्टेडियम में छह लाल और पांच काली मिट्टी की कुल 11 पिचें तैयार की गई हैं। मुख्य और अभ्यास पिचों के लिए दोनों मिट्टी का उपयोग करने वाला यह पहला स्टेडियम है। बारिश की स्थिति में, पिच को केवल 30 मिनट में सुखाया जा सकता है। अत्याधुनिक एलईडी फ्लडलाइट से वातावरण गर्म नहीं होगा।दर्शकों के साथ-साथ क्रिकेटरों को भी आराम मिलेगा।

स्टेडियम की एक विशेषता यह है कि नौ मीटर की ऊंचाई पर 360 डिग्री पोडियम कॉनकोर्स दर्शकों की आवाजाही को आसान बनाती है। यह किसी भी स्टैंड से दर्शकों को एक समान नजारा देती है। जिन कॉरपोरेट बॉक्स को डिजाइन किया गया है। उनमें प्रत्येक की बैठने की क्षमता 25 है। 150 टन का एयर-कूलिंग टॉवर स्टेडियम का क्लोझ ईन हिस्सा वातानुकूलित बनाये रखेंगे। दोनों टीमों के खिलाड़ियों की आवश्यकता के अनुसार विशाल ड्रेसिंग रूम बनाये गये हैं। दोनों टीमों के लिए अलग-अलग अत्याधुनिक जिम स्थापित किये गये हैं।