धनबाद:अधिवक्ताओं के लिए बार एसोसिएशन कैंपस में वैक्सीनेशन कैंप लगायी जाय: अमरेंद्र सहाय

धनबाद बार एसोसिएशन धनबाद प्रसिडेंट अमरेंद्र कुमार सहाय डीसी उमाशंकर सिंह पत्र लिखकर अधिवक्ताओं के लिए बार एसोसिएशन कैंपस में वैक्सीनेशन कैंप लगाने की मांग की है। 

धनबाद:अधिवक्ताओं के लिए बार एसोसिएशन कैंपस में वैक्सीनेशन कैंप लगायी जाय: अमरेंद्र सहाय
अमरेंद्र कुमार सहाय( फाइल फोटो)।
  • बार प्रसिडेंट ने धनबाद डीसी को भेजा पत्र

धनबाद। धनबाद बार एसोसिएशन धनबाद प्रसिडेंट अमरेंद्र कुमार सहाय डीसी उमाशंकर सिंह पत्र लिखकर अधिवक्ताओं के लिए बार एसोसिएशन कैंपस में वैक्सीनेशन कैंप लगाने की मांग की है। 
एसोसिएशन के प्रसिडेंट अमरेन्द्र कुमार सहाय ने कहा है कि वर्ष 2020 की 22 मार्च से धनबाद के अधिवक्ता काम नहीं कर पा रहे हैं। इस कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है। कोरोना काल में दो दर्जन से अधिक अधिवक्ताओं ने अपनी जान गवां दी है। एक दर्जन से अधिक अधिवक्ता अभी इलाजरत है। ऐसी स्थिति में अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए उनका वैक्सीनेशन आवश्यक है। प्रसिडेंट ने अधिवक्ता व उनके अधीन काम करने वाले लोग के लिए खाद्य पदार्थ की व्यवस्था करने की भी प्रार्थना की है। श्री सहाय ने डीसी को भेजे पत्र में यह मांग की है कि सिविल कोर्ट की तरह कार्यपालक दंडाधिकारी के कोर्ट में भी ऑनलाइन सुनवाई की व्यवस्था की जाए।
पीएम से आर्थिक सहायता की मांग
सीनीयर एडवोकेट दीपनारायण ने बार एसोसिएशन के प्रसिडेंट के माध्यम से पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर देश के तमाम अधिवक्ताओं के लिए आर्थिक सहयोग की मांग की है। धनबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के द्वारा भेजे नये पत्र में कहा गया है कि कोरोना के संक्रमण के कारण अधिवक्ताओं की स्थिति दयनीय हो गई है।धनबाद बार एसोसिएशन ने इससे उबरने के लिए एडवोकेट केयर फंड भी बनाया परंतु वह भी पर्याप्त नहीं है। अधिवक्ताओं को राज्य सरकार अथवा केन्द्र सरकार से भी आर्थिक मदद नही मिली। इस कारण प्रधानमंत्री अधिवक्ताओं को आर्थिक सहायता करें। इसके पूर्व भी 27 अप्रैल को धनबाद बार एसोसिएशन ने झारखंड के सीएम, बार काउंसिल झारखंड, व बार काउंसिल ऑफ इंडिया  को पत्र लिखकर अधिवक्ता कल्याण के लिए आर्थिक सहायता की मांग की थी।
बार एसोसिएशन के प्रसिडेंट अमरेन्द्र कुमार सहाय व महासचिव जीतेन्द्र कुमार ने बताया  कि कोरोना संकट की वजह से धनबाद के अधिवक्ता पिछले  डेढ़ साल से  ऐसी त्रासदी को झेल रहे हैं। इससे निकलने का उनके पास फिलहाल कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। धनबाद में चार हजार  अधिवक्ता है जिसमें कई के पास फिलहाल कोई काम नहीं है।  काम नहीं होने की वजह से इनकी माली हालत बिगड़ चुकी है। ये अपने सर्वाइवल के लिए जूझ रहे है। स्थिति इतनी दयनीय है कि मकान का किराया, महीने का राशन पानी, बच्चों की फीस के लिए भी जूझते नजर आ रहे हैं।इस कारण अब पीएम  से आर्थिक मदद मांगी गई है। उन्होंने धनबाद के अधिवक्ताओं की मदद के लिए बनाए गए एडवोकेट केयर फंड में भी लोगों से मदद की अपील की है।