धनबाद : संजीव सिंह ने कोर्ट में सौंपा लिखित बयान, मैने नीरज सिंह को नहीं मारा ,घटना के समय सिंह मेंशन में था

एक्स डिप्टी मेयर नीरज समेत चार लोगों की मर्डर मामले में जेल में बंद झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह ने अपना लिखित बयान कोर्ट में दिया है। संजीव के अलावा डब्लू मिश्रा, चंदन सिंह एवं विनोद सिंह ने भी अपना बयान दिया है।

धनबाद : संजीव सिंह ने कोर्ट में सौंपा लिखित बयान, मैने नीरज सिंह को नहीं मारा ,घटना के समय सिंह मेंशन में था

धनबाद। एक्स डिप्टी मेयर नीरज समेत चार लोगों की मर्डर मामले में जेल में बंद झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह ने अपना लिखित बयान कोर्ट में दिया है। संजीव के अलावा डब्लू मिश्रा, चंदन सिंह एवं विनोद सिंह ने भी अपना बयान दिया है। इसके बाद सभी आरोपियों को सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश किया गया था।

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संजीव की ओर से अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने लिखित जवाब दायर किया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश कुमार की कोर्ट में  संजीव सिंह ने सभी सवालों का लिखित रूप से जवाब दिया। संजीव सिंह ने अपने जवाब में कहा है कि मृतक नीरज सिंह उससे झरिया विधानसभा चुनाव हारने के अलावा धनबाद विधानसभा का भी चुनाव भारी मतों के अंतर से हारे थे। नीरज सिंह जनता के बीच अपने किसी अच्छे व जन सेवा कार्यों के लिए लोकप्रिय नहीं हो रहे थे, बल्कि आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के कारण चर्चा में थे। उनके जीवन काल में उन पर धनबाद जिले के छह अलग-अलग थानों में गंभीर धाराओं के तहत कई आपराधिक मुकदमे दर्ज किये गये थे।

संजीव सिंह ने दूसरे सवाल के जवाब में कहा है कि वह न तो उपरोक्त कार में बैठे लोगों की मर्डर में किसी प्रकार से शामिल थे और न किसी के साथ मिलकर साजिश के तहत मर्डर की। टना के दिन व समय में वे अपने आवास ‘सिंह मेंशन’ में थे। संजीव सिंह ने कहा है कि केसके सभी गवाह झूठे बनावटी और नीरज के काफी करीबी लोग हैं। पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में उनके मोबाइल का 21 मार्च 17 का सीडीआर और लोकेशन मोबाइल कंपनी से प्राप्त कर कोर्ट में पेश किया है. जिसके अनुसार वह घटनास्थल पर घटना के समय उपस्थित नहीं थे।

संजीव ने अपने लिखित सफाई बयान में कहा है कि आदित्य राज (मर्डर के समय नीरज सिंह के साथ गाड़ी में सवार)का मोबाइल फोन का सीडीआर, टावर लोकेशन मोबाइल कंपनी से प्राप्त कर कोर्ट दाखिल कर उसे मोबाइल कंपनी के नोडल ऑफिसर से प्रमाणित कराया गया है। आदित्य राज के उक्त मोबाइल लोकेशन व सीडीआर से यही प्रतीत होता है कि वह 21 मार्च 17 से पूर्व व दिनांक 21 मार्च 17 के पूरे दिन धनबाद जिला से बाहर गिरिडीह जिला में मौजूद था। जबकि वह (संजीव सिंह) घटना की तिथि व समय में घटनास्थल के पास भी मौजूद नहीं थे। वे घटना की तिथि, घटना से पूर्व, घटना के समय व घटना के बाद भी अपने आवास ‘सिंह मेंशन’ में सरकार व जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गये पुलिस बॉडीगार्ड के साथ थे। सरकारी अंगरक्षकों ने भी अनुसंधानकर्ता को दिए बयान में इस बात की पुष्टि की है। संजीव ने अपने बयान में कहा है कि उसे किसी के मोबाइल नंबर या उनके बातचीत की जानकारी नहीं है और वह घटनास्थल पर नहीं थे.