धनबाद: आउटसोर्सिंग व पुलिस की दलाली से कुसुंडा के बीसीसीएल स्टाफ को बड़ी आय, देवघर में लाखों की जमीन खरीदी

बीसीसीएल कुसुंडा के बाबू को आउटसोर्सिंग व पुलिस की दलाली से मोटी आय हो रही है। बाबू एक दशक से दलाली कर रहे हैं। हाल के दिनों में बड़े लेवल पर दलाली बंद हो गयी है। आरोप है कि दलाली की इनकम से बीसीसीएल स्टाफ ने देवघर में लाखों रुपये की जमीन खरीदी है।

 धनबाद: आउटसोर्सिंग व पुलिस की दलाली से कुसुंडा के बीसीसीएल स्टाफ को बड़ी आय, देवघर में लाखों की जमीन खरीदी
  • बीसीसीएल सीएमडी, सीबीआइ व इनकम टैक्स तक होगी कंपेलन

धनबाद। बीसीसीएल कुसुंडा के बाबू को आउटसोर्सिंग व पुलिस की दलाली से मोटी आय हो रही है। बाबू एक दशक से दलाली कर रहे हैं। हाल के दिनों में बड़े लेवल पर दलाली बंद हो गयी है। आरोप है कि दलाली की इनकम से बीसीसीएल स्टाफ ने देवघर में लाखों रुपये की जमीन खरीदी है। 
आरोप है कि आउटसोर्सिंग व पुलिस अफसर के बीच लाइजनिंग के एवज में एक फिक्स रकम मिलती है। पुलिस अफसरों के ट्रांसफर के दौरान  बीच-बीच में एक-दो माह का पैसा रख लेते हैं। यह बड़ी आय हो जाती है। दलाली करने  वाले बाबू का अभी एक डीएसपी से दांत-काटी दोस्ती है। रसगुल्ला से लेकर पेड़ा व दही भी डीएसपी साहब को पहुंचाते हैं। एक-दो बिजनसमैन को भी केस मैनेज कराने के नाम पर इस बीसीसीएल स्टाफ ने ठगी की है। 
कुसुंडा में काम  करने वाले लोगों का आरोप है कि एक मामूली स्टाफ कैसे दलाली में सालों से रमा है। कंपनी में हाजिरी बनाकर आउटसोर्सिंग ऑफिस का चक्कर काटते रहते हैं। अपने सीनीयर को झांसा देकर कहते हैं  कि जीएम साहब के पास गये थे। जीएम साहब को लेकर पुलिस अफसर के पास गये थे। कभी सीएमडी व डीपी के साथ यूनियन के नाम पर फोटो खिंचवा लेते हैं। पुलिस अफसरों की रिव्यू आउटसोर्सिंग वालों  को देते रहते हैं। 
बताया जाता है कि एक आउटोर्सिंग कंपनी में आइटी रेड के दौरान डायरी में अस्पष्ट रुप से कुसुंडा से बीसीसीएल स्टाफ का नाम अंकित था। लेने-देने व लाइजनर की जगह नाम लिखा था। स्पष्ट नहीं रहने के कारण जांच आगे नहीं बढ़ पायी। बीसीसीएल के स्टाफ व अन्य लोगों में दलाली करने वाले इस बाबू के खिलाफ गोलबंदी हो रही है। मामले  को  जीएम व सीएमडी ही नहीं इनकम टैक्स व सीबीआइ तक पहुंचायी जाने की तैयारी है।