Dhanbad: शिवमय होगा कोयलानगर, सर्वेश्वर करेंगे शिवमहापुराण की कथा

कोयला राजधानी धनबाद के कोयलानगर में 10 जनवरी 2024 से भक्ति की रसधार बहेगी। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से नेहरू कम्प्लेक्स ग्राउंड में श्री शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 10 से 16 जनवरी तक चलेगा।

Dhanbad: शिवमय होगा कोयलानगर, सर्वेश्वर करेंगे शिवमहापुराण की कथा
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की प्रेस कांफ्रेस।

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के कोयलानगर में 10 जनवरी 2024 से भक्ति की रसधार बहेगी। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से नेहरू कम्प्लेक्स ग्राउंड में श्री शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 10 से 16 जनवरी तक चलेगा।

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.संस्थान के संस्थापक व संचालक आशुतोष महाराज के शिष्य डॉ.सर्वेश्वर जी कथा व्यास पीठ पर सुशोभीत होंगे, जो भगवान शिव के अनंत स्वरूपों के आध्यात्मिक व वैज्ञानिक तथ्य के द्वारा भक्ति रस से ओत प्रोत सरस संगीतमय कथा प्रस्तुत करेंगे। कथा प्रत्येक दिन दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक चलेगी। उक्त जानकारी शुक्रवार को गुरुदेव सर्वश्री आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी धनंजयानन्द ने गांधी सेवा सदन में प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कथा स्थल का भूमि पूजन 31 दिसंबर को किया जायेगा।10 जनवरी को मंगल कलश यात्रा प्रातः आठ बजे से कथा स्थल से निकलेगी। कलश बुकिंग के लिए शिव भक्त दिव्य ज्योति जागृति संस्थान से सम्पर्क करके बुकिंग करा सकते हैं। उन्होंने बताया विश्व कल्याण हेतु 17 जनवरी को प्रातः आठ बजे से हवन, यज्ञ होगा।

स्वामी धनंजयानन्द ने बताया दिव्य ज्योति जागृति संस्थान एक सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थान है। संस्थान द्वारा अनेकों सामाजिक प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। संस्थान का उद्देश्य समाज में धर्म के नाम पर फैल रही अराजकता पाखंड को दूर कर भगवान की शाश्वस्त भक्ति हेतु प्रेरित करना,समाज में सौहार्द स्थापित करना है।अभाव ग्रस्त बच्चे जो शिक्षा से वंचित थे,वैसे लगभग 100 बच्चे गुरुदेव की दिव्य प्रेरणा से आज मंथन प्रकल्प के तहत भारत के विभिन्न संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया भारत से लुप्त हो रही देशी गाय के संरक्षण व संवर्धन के लिए संस्थान के द्वारा कामधेनु प्रकल्प चलाया जा रहा है,जहां भारत के चार प्रमुख नस्ल साहीवाल, गिर, थारपारकर और कांकरेज जैसी गायों के पालन हेतु अनेकों गौशाला का निर्माण किया जा रहा है। समाज को अपने देशी गाय के गुणवत्ता की जानकारी दी जा रही है।