Dhanbad: सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइन में सिंडिकेट कंट्रेक्टर और मजदूरों में मारपीट, प्रोडक्शन ठप्प

सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइन माइंस के बत्ती घर में सिंडिकेट कंट्रेक्टर और मजदूरों के बीच जमकर मारपीट हुई। पांडेय कंट्रेक्टर के सेल कर्मी भाई ने मजदूरों के साथ मारपीट की। आक्रोशित मजदूरों ने भी सेल कर्मी की पिटाई कर दी। कंट्रेक्टर ने यूनियन लीडर समेत अन्य के खिलाफ रंगदारी का आरोप लगाते हुए पाथरडीह पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराया है।कंट्रेक्टरों ने प्रोडक्शन का काम बंद कर दिया है। आरोप है कि पाथरडीह पुलिस मजदूरों की ओर से कंपलेन दर्ज नहीं कर रही है। इसको लेकर टेंशन बना हुआ है।

Dhanbad: सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइन में सिंडिकेट कंट्रेक्टर और मजदूरों में मारपीट, प्रोडक्शन ठप्प
चासनाला में कंट्रेक्टरों ने काम किया बंद।

धनबाद। सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइन माइंस के बत्ती घर में सिंडिकेट कंट्रेक्टर और मजदूरों के बीच जमकर मारपीट हुई। पांडेय कंट्रेक्टर के सेल कर्मी भाई ने मजदूरों के साथ मारपीट की। आक्रोशित मजदूरों ने भी सेल कर्मी की पिटाई कर दी। कंट्रेक्टर ने यूनियन लीडर समेत अन्य के खिलाफ रंगदारी का आरोप लगाते हुए पाथरडीह पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराया है।कंट्रेक्टरों ने प्रोडक्शन का काम बंद कर दिया है। आरोप है कि पाथरडीह पुलिस मजदूरों की ओर से कंपलेन दर्ज नहीं कर रही है। इसको लेकर टेंशन बना हुआ है।

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कंट्रेक्ट लेबर की पिटाई से मजदूरों में कीफई आक्रोश देखा जा रहा है। कंट्रेक्ट लेबर अपनी कई सूत्रों मांग की लेकर फस्ट शिफ्ट में कार्य बंद किए हुए थे। कुछ मजदूर यूनियन मजदूरों द्वारा बंदी का समर्थन कर रहे थे। वहीं कुछ यूनियन बंदी के विरोध में थे। मजदूरों ने आरोप लगाया है कि सेकेंड शिफ्ट में सेलकर्मी उपेन्द्र पांडेय , सिंडिकेट कंट्रेक्टर समर्थक ब्रजेश पांडेय, शैलेंद्र पांडेय के साथ आये। बत्ती घर में ही मजदूरों के साथ मारपीट शुरू कर दिए। इससे मजदूरों में डर का माहौल हैं। सोर्सेज का कहना है कि आक्रशित मजदूरों ने कंट्रेक्टर समर्थक की भी जमकर पिटाई कर दी। बत्ती घर में छुपकर उन्होंने अपनी जान बचाई। मारपीट, झड़प की खबर पाकर पाथरडीह पुलिस मौक पर पहुंची और मामले को शांत कराया।

घटना के बाद से सिंडिकेट कंट्रेक्टरों ने काम बंद कर दिया था। सेल प्रबंधन का बात कोई सुन नही रहा हैं। मजदूरों की पिटाई पर झारखंड कांग्रेस प्रदेश नेता शमशेर आलम,आरसीएमयू इंटक नेता बमभोली सिंह ,जनता श्रमिक संघ के अध्यक्ष साजन सिंह , सचिव राजकुमार सिंह ने घटना पर दुःख प्रकट किया और विरोध जताया, कारवाई और उपेन्द्र पांडे पर विभागीय जांच की मांग की है। सेल मेनेजमेंट ने कंट्रेक्टरों को लेटर जारी कर काम शुरु करने को कहा है। मजदूरों की ओर से मैनेजमेंट व प्रशासन को लिखित दी गयी है कि वे लोग काम करने को तैयार हैं। कंट्रेक्टर अपनी कमजोरी व गलती छुपाने के लिए काम बंद कर प्रेशर बनाी रहे हैं। 

पाथरडीह पुलिस की भूमिका से मजदूरों में आक्रोश

सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइन माइंस में मारपीट के मामले में पाथरडीह थाना प्रभारी पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लग रहा है। आरोप है कि थाना प्रभारी कंट्रेक्टर की ओर से दिये गये आवेदन पर मजदूरों व एक यूनियन लीडर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर दिया है। मजदूरों का आवेधन नहीं लिया जा रहा है। मजदूरों को जेल भेजने की धमकी देकर कंपलेन करने से रोका जा रहा है। मामले में थाना प्रभारी की भूमिका को लेकर एसएसपी व डीसी को आवेदन दिया गया है। हालांकि कंट्रेक्टरों ने मजदूरों के आरोप का खंडन किया है। 

विवाद कराने व सेटिंग का मास्टर माइंड उपेंद्र !

सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइन माइंस में माइनिंग का काम कंट्रेक्ट पर होता है। सैकड़ों मजदूर कंट्रेक्टर के अधीन कार्यरत है। माइनिंग का काम आधा दर्जन कंट्रेक्टरों का सिंडिकेट करता है। कई दशक से ही यही सिंडिकेट सेल में माइनिंग का काम करता है। आरोप है कि डीजीएमएस व लेबर रुल की अनदेखी की जा रही है। मजदूरो को नियमानुसार वेतन व सुविधा नहीं मिलती है। विधोक करने पर मजदूरों को काम से निकाल दिया जाता है। कंट्रेक्टर के गुर्गे मारपीट करते हैं।मजदूरों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करा दिया जाता है। कंट्रेक्टरों के सिंडिकेट से मजदूर यूनियन के लीडर भी लाभान्वित होते हैं। चासनाला कोलियरी में माइनिंग का काम कंट्रेक्ट पर होता है। इनमें अधिकांश कंट्रेक्टर के संबंधी सेलकर्मी हैं। कहने को सेलकर्मी हैं लेकिन कंट्रेक्टरों का काम करते हैं। इसमें उपेंद्र नामक एक सेलकर्मी मास्टर माइंड है। एक दशक से उपेंद्र अपने भाी के नाम पर कंट्रेक्टरी का काम कर रहा है। उपेंद्र की सेटिंग मजबूत है जिस कारण उसका कुथ बिगड़ नहीं पाता है। दो दिन पूर्व मारपीट की घटना का मास्टरमाइंड भी उपेंद्र है। विवाद के जड़ में भी वही है।