Dhanbad: सिक्किम में फंसे BCCLके दोनों अफसर सकुशल, फोन से की बात

सिक्किम में मंगलवार देर रात बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से फंसे बीसीसीएल को दोनों अफसर सकुशल हैं। बस्ताकोला एरिया के असिस्टेंट मैनेजर (माइनिंग) निखिल सिंह (26) व यांत्रिक व विद्युत विभाग के रोहित सुमन (27) आर्मी के कैंप में हैं। दोनों का बीसीसीएल मैनेजमेंट व परिजनों से फोन से संपर्क कराया गया है।

Dhanbad: सिक्किम में फंसे BCCLके दोनों अफसर सकुशल, फोन से की बात
बीसीसीएल मैनेजमेंट व परिजनों ने राहत की सांस।

धनबाद। सिक्किम में मंगलवार देर रात बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से फंसे बीसीसीएल को दोनों अफसर सकुशल हैं। बस्ताकोला एरिया के असिस्टेंट मैनेजर (माइनिंग) निखिल सिंह (26) व यांत्रिक व विद्युत विभाग के रोहित सुमन (27) आर्मी के कैंप में हैं। दोनों का बीसीसीएल मैनेजमेंट से फोन से संपर्क कराया गया है।

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सिक्किम घूमने गय थे दोनों अफसर
दोनों अफसरों से लास्ट बार तीन अक्टूबर की देर शाम साढ़े सात बजे बस्ताकोला के अफसरों की बात हुई थी।दोनों कोयला नगर में रहते हैं।इसके बाद संपर्क नहीं हो पा रहा था। बस्ताकोला के जीएम जेसी राय ने डीसी वरुण रंजन को पत्र लिखकर दोनों अफसरों की खोजबीन कराने की अपील की थी।दोनों अधिकारी एक अक्टूबर बिहार के सहरसा जिला बरेटा मैना, वार्ड दो निवासी विजय सिंह के पुत्र निखिल सिंह ने असिस्टेंट मैनेजर बस्ताकोला एरिया में तीन साल पहले दिया योगदान दिया है। बिहार के ही नवादा वारसलीगंज पुराना बैंक रोड निवासी राजेश कुमार के पुत्र रोहित सुमन भी असिस्टेंट मैनेजर बस्ताकोला एरिया में तीन साल पहले दिया योगदान दिया है।

बताया जाता है कि  निखिल व रोहित ने गंगटोक में घूमने के लिए दो बाइक एसकेओ टीए 1509 और डब्ल्यू 64 एसी 6780 किराये पर लिया था। दो दिन से दोनों बाइक से वहां भ्रमण कर रहे थे। तीन अक्टूबर को दोनों अफसर वहां काफी मस्ती में थे। मौसम खराब होने की बात लगातार बस्ताकोला एरिया के कई अफसरों के साथ कर रहे थे। बस्ताकोला के अफसर दीपक को शाम 6:38 बजे मैसेज भेजा था। दीपक ने बताया कि चार बजे जो बात हुई थी उसमें बताया था कि मौसम खराब है। इस कारण दोनों होटल में ही रुके हैं। उसके बाद से दोनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था। दोनों से संपर्क होने के बाद बीसीसीएल मैनेजमेंट व उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है।

सिक्किम में सात हजार लोग फंसे, अब तक सात जवानों समेत 25 की मौत, 143 अभी भी लापता, सर्च ऑपरेशन जारी
सिक्किम में तीन अक्टूबर को बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई थी। इस आपदा में जान गंवाने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 25 हो गई। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। सीएम पीएस तमांग ने बताया कि बुरदांग इलाके से लापता हुए सेना के 23 जवानों में से सात की बॉडी नदी के निचले इलाकों से बरामद कर लिए गये हैं। लापता जवानों में से एक को बचा लिया गया था। 15 जवान समेत कुल 143 लोग अभी भी लापता हैं। इन्हें ढूंढने के लिए NDRF, SDRF और वायुसेना के हेलिकॉप्टर लगाये गये हैं।सिक्किम के चीफ सेकरेटरी विजय भूषण ने बताया, बाढ़ के चलते अलग-अलग इलाकों में 7 हजार लोग फंसे हुए हैं। जिनमें से 3 हजार लोग लाचेन और लाचुंग में फंसे हैं। लगभग आठ सौ ड्राइवर और तीन हजार से ज्यादा बाइकर्स भी वहां अटके हुए हैं। सभी को निकालने की कोशिश जारी है। बाढ़ के हालात देखते हुए शिक्षा विभाग ने 15 अक्टूबर तक सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दिये हैं। विभाग ने पहले आठ अक्टूबर तक ही बंद करने की बात कही थी।