धनबाद के ADJ-8 उत्तम आनंद की मौत रोड एक्सीडेंट या मर्डर ? CCTV फुटेज से मामला संदेहास्पद (देखें VIDEO)

धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद की मौत रोड एक्सीडेंट है या मर्डर यह संदेह पैदा कर रहा है। सीसीटीवी फुटेज से मामला संदेहास्पद हो गया है। पुलिस मामले की मर्डर की एंगल से जांच शुरू कर दी है। 

धनबाद के ADJ-8 उत्तम आनंद की मौत रोड एक्सीडेंट या मर्डर ?  CCTV फुटेज से मामला संदेहास्पद (देखें VIDEO)
  • फुटेज में साफ दिख रहा है कि ऑटो ने जानबूझकर जज को मारा धक्का 

धनबाद। धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद की मौत रोड एक्सीडेंट है या मर्डर यह संदेह पैदा कर रहा है। सीसीटीवी फुटेज से मामला संदेहास्पद हो गया है। पुलिस मामले की मर्डर की एंगल से जांच शुरू कर दी है। 


प्रारंभिक जांच में माना जा रहा था कि जज की मौत एक सामान्य रोड एक्सीडेंट है। लेकिन हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मौक का रहस्य गहरा गया है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि ऑटो ने जानबूझकर जज को पीछे से धक्का मारा है। जज रोड के एकदम किनारे बायें से तेजी से चले जा रहे थे। पीछे से ऑटो धीरे-धीरे उनकी ओर बढ़ता है और धक्का मार आगे निकल जाता है। पीछे से जा रहा एक टू व्हीलर सब कुछ देखकर पर भी अनजान बनकर आगे चला जाता है। 

जज उत्तम आनंद रोज की तरह बुधवार सुबह मार्निंग वाक करने अपने आवास से गोल्फ ग्रांउड की तरफ निकले थे। रणधीर वर्मा चौक के आगे न्यू जजज कॉलोनी मोड़ पर पीछे से एक ऑटो धक्का मारकर तेजी से निकल गया। आनन-फानन में उन्हें एसएनएमसीएच ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभ में जज की मौत को हादसा माना जा रहा था। लेकिन सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद साजिश से इन्कार नहीं किया जा सकता है। अब पुलिस ने मर्डर के एंगल से जांच शुरू कर दी है।

रोड के बांयी ओर एकदम किनारे से गुजर रहे जज

जज रोड के बांयी ओर एकदम किनारे से गुजर रहे हैं। पीछे से एक ऑटो आता है। पहले रोड पर ऑटो की दिशा सीधी होती है। लेकिन जज के पास पहुंचते ही बायी तरफ मुड़ जाता है। फिर धक्का मारता है। फिर तेजी से दायें होकर आगे भाग जाता है। जज साहब रोड पर अकेले जा रहे थे। उन्हें धक्का मारने के बाद ऑटो फिर से सीधी लेन में आगे बढ़ गया। सीसीटीवी फुटेज से यह साफ लगता है कि अगर ऑटो चालक ने कंट्रोल खोया होता तो वह धक्का मारने के बाद रोड किनारे पोल से टकराता, लेकिन आश्चर्यजनक तरीके से धक्का मारने के बाद उसकी दिशा सीधी हो गयी।ओटो एक्सट्रीम लेफ्ट साइड लेकर जज साहब को अपनी चपेट में ले लिया। सीसीटीवी फुटेज में यह दिखता है कि जज साहब जमीन पर गिर पड़े तो ऑटो बगैर रुके या धीमा हुए आगे बढ़ गया। 

वीवीआईपी जोन होने के बावजूद जज साहब को जिस तरह शिकार बनाया गया है। इससे पुलिस सुरक्षा पर सवाल उठना लाज़िमी है। फ़िलहाल धनबाद पुलिस, सीसीटीवी के इसी साक्ष्य के सहारे इस घटना या दुर्घटना से पर्दा उठा सकती है।फुटेज देखने के बाद धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने हाई लेबल मीटिंग की। मीटिंम में सिटी एसपी, एएसपी व कई पुलिस अफसर शामिल थे। 

हाई कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट

जज उत्तम आनंद की मौत का मामला रांची हाई कोर्ट तक पहुंच गया है। हाई कोर्ट ने धनबाद के जिला जज के रिपोर्ट मांगी है। उत्तम आनंद छह माह पूर्व ही बोकारो जिले से ट्रांसफर होकर धनबाद आये थे। वह धनबाद के बहुचर्चित रंजय सिंह मर्डर केस में सुनवाई कर रहे थे। इस मामले में झरिया की कांग्रेस एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह आरोपित हैं। जज ने तीन दिन पूर्व यूपी के शूटर अमन सिंह ने एक शार्गिद की बेल पिटीशन खारिज कर दी थी।
झारखंड बार काउंसिल ने सीबीआइ जांच की वकालत की, न्यायिक सेवा संघ को भी साजिश का शक
झारखंड बार काउंसिल के हेमंत सिकरवार ने इसे उक्त आनंद की मौत को करार दिया है। उन्होंने सीबीआइ जांच की मांग की है। साहिबगंज के प्रधान जिला जज सह न्यायिक सेवा संघ के प्रभारी सचिव बंशीधर तिवारी ने हाई लेवल जांच की मांग की है। 
ऑटो ने जानबूझकर मारा धक्का

साहिबगंज के प्रधान जिला जज सह झारखंड न्यायिक सेवा संघ के प्रभारी सचिव बंशीधर तिवारी ने धनबाद व्यवहार न्यायालय के एडीजे- आठ उत्तम आनंद की मौत की हाइलेवल जांच कराने की मांग झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से की है। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि वे रोड के एकदम किनारे से जा रहे हैं। ऑटो उन्हें धक्का मारकर भाग रहा है। तिवारी ने हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों को विधिसम्मत सजा देने तथा न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तम आनंद के प्रति झारखंड राज्य न्यायिक सेवा संघ संवेदना प्रकट करता है। वे बोकारो में साथ काम कर चुके थे। बेहद सुलझे इंसान थे। कोर्ट परिसर में गुरुवार को शोक सभा होगी जिसमें सभी न्यायिक पदाधिकारी शामिल होंगे।
झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट व स्टेट बार काउंसिल के सदस्य हेमंत शिकरवार ने पूरे मामले को संदेहास्पद बताते हुए कहा है कि यह एक सुनियोजित तरीके से की गई मर्डर है। इसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई है। इसलिए इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।