धनबाद: 11 साल से फरार 50 हजार के इनामी शशि सिंह को खोज नहीं सके 11 एसपी

कोयला राजधानी धनबाद के कोल किंग रहे कांग्रेस लीडर सुरेश सिंह मर्डर केस का मुख्य आरोपी मोस्टवांटेड शशि सिंह 11 साल से फरार है। धनबाद में इस दौरान एसपी व एसएसपी हुए लेकिन 50 हजार के इनामी शशि सिंह को नहीं खोज सके। एसपी, एसएसपी व सिटी एसपी मिलाकर 14 आइपीएस के जिम्मे शशि के केस की फाइल गुजरी है लेकिन फिर भी नतीजा सिफर है। 

धनबाद: 11 साल से फरार 50 हजार के  इनामी शशि सिंह को खोज नहीं सके 11 एसपी
शशि सिंह (फाइल फोटो)।
  • फरारी में ही की शादी,तीन-तीन बच्चों का बन गया पिता
  • धनबाद आये-गये 14 आइपीएस लेकिन मर्डर के आरोपी को नहीं अरेस्ट सके

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के कोल किंग रहे कांग्रेस लीडर सुरेश सिंह मर्डर केस का मुख्य आरोपी मोस्टवांटेड शशि सिंह 11 साल से फरार है। धनबाद में इस दौरान एसपी व एसएसपी हुए लेकिन 50 हजार के इनामी शशि सिंह को नहीं खोज सके। एसपी, एसएसपी व सिटी एसपी मिलाकर 14 आइपीएस के जिम्मे शशि के केस की फाइल गुजरी है लेकिन फिर भी नतीजा सिफर है। 

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धनबाद क्लब में सात दिसंबर वर्ष 2011की रात आयोजित एक रिसेप्शन पार्टी में शशि सिंह ने सुरेश सिंह को गोलियों से भून दिया था। मामले में सुरेश सिंह के पिता तेजनारायाण सिंह ने रामधीर सिंह, संजीव सिंह व शशि सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी थीं। पुलिस इन्विस्टीगेश में संजीव व रामधीर के खिलाफ एडीडेंस नहीं मिला था। पुलिस घटना के लगभग पांच माह   बाद 20 मई 2012 को शशि सिंह, प्रमोद लाला, मोनू सिंह, आलोक वर्मा को फरार दिखाते हुए कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दिया था। सभी आरोपियों की कुर्की जब्ती हुई थी। 10 अक्तूबर-2012 को सेशन कोर्ट ने शशि को फरार घोषित किया था। बाद में उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी उसे मोस्टवांटेड घोषित किया गया। 2011 से अबतक धनबाद में 11 पुलिस कप्तान व आइओ बदल चुके हैं, लेकिन कोई भी आईपीएस अफसर शशि को अरेस्ट करने की ठोस रणनीति नहीं बना सके।इस मामले में एक और नन एफआइआर एक्युज्ड मनोज का सिंह पुलिस सत्यापन नहीं कर पायी है। वह छपरा जिले का रहने वाला है। 
हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद पुलिस नहीं खोज सकी
शशि सिंह को अरेस्ट करने के लिए रांची हाईकोर्ट अबतक दो बार आदेश दे चुकी है। हाईकोर्ट ने 16 मई 2016 को दूसरी बार धनबाद पुलिस को शशि को अरेस्ट करने का सख्त आदेश दिया था। 20 दिसंबर 2011 को उसके खिलाफ इश्तेहार निकला था। 23 जनवरी 2012 को कुर्की जारी किया गया। वारंट, इश्तेहार व कुर्की के बावजूद शशि ने न तो कोर्ट में सरेंडर किया और न ही पुलिस उसे पकड़ पाई। 
फरारी में ही तीन-तीन बच्चों के पिता बना

फरारी के दौरान सिंह शशि सिंह की शादी हुई। अअभी तक शशि दो बेटी व एक बेटे की पिता बन चुका है। शशि की खोज में पुलिस झारखंड, बिहार व यूपी में दबिश देे चुकी है। लेकिन पता नहीं चचल रहा है। शशि सिंह बलिया के पूर्व जिप अध्यक्ष रामधीर सिंह का इकलौता पुत्र है। शशि की मां इंदू देवी धनबाद के पहले मेयर रह चुकी है। उनके पिता रामधीर सिंह बलिया जिप के चेयरमैन रहे हैं। रामधीर सिंह भी अभी विनोद सिंह मर्डर केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। रामाधीर दबंग सियासी घराने सिंह मेंशन के मुखिया स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह के छोटे भाई हैं। शशि की मां इंदू देवी झरिया की एक्स एमएवए कुंती देवी की अपनी बहन और देवरानी दोनों हैं। शशि के मौसेरे व चचेरे भाई संजीव सिंह भी झरिया के एमएलए रह चुके हैं। संजीव अभी अपने चचेते भाई नीरज सिंह मर्डर केस में धनबाद जेल में बंद है।