देवघर त्रिकुट पहाड़ रोपवे हादसा: ट्रॉली में लटकते 34 लोगों को किया गया रेस्क्यू, 13 लोग अब भी फंसे

झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ पर रोपवे हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक युवक हेलीकॉप्टर से लगभग डेढ़ हजार फीट गहरी खाई में गिर गया। मौके पर ही दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र स्थित ककनी गांव का रहनेवाला राकेश मंडल (36 वर्ष) की मौत हो गई। इसके साथ ही त्रिकूट पर्वत रोपवे हादसे में मरने वालों की संख्या दो हो गई है।

देवघर त्रिकुट पहाड़ रोपवे हादसा:  ट्रॉली में लटकते 34 लोगों को किया गया रेस्क्यू, 13 लोग अब भी फंसे
  • रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हेलीकॉप्टर से खाई में गरने से युवक की मौत 
देवघर। झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ पर रोपवे हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक युवक हेलीकॉप्टर से लगभग डेढ़ हजार फीट गहरी खाई में गिर गया। मौके पर ही दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र स्थित ककनी गांव का रहनेवाला राकेश मंडल (36 वर्ष) की मौत हो गई। इसके साथ ही त्रिकूट पर्वत रोपवे हादसे में मरने वालों की संख्या दो हो गई है।

ट्राली  में 24 घंटे तक लटकते 34 लोगों को सोमवार को रेस्क्यू किया गया है। 13 लोग अब भी फंसे हुए हैं। इस बीच अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन को स्थगित कर दिया गया है। अब भी 13 लोग ट्रॉली में फंसे हुए हैं। जिन्हें हवा में लटकते हुए ही एक रात और गुजारना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह 5:00 बजे से फिर एयर फोर्स आर्मी आईटीबीपी और जिला प्रशासन की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करेगी। 
देवघर त्रिकूट रोपवे हादसे के दूसरे दिन लगभग 900 फीट की ऊंचाई में ट्रॉली में फंसे 48 लोगों को रेस्क्यू कर निकालने के लिए इंडियन एयरफोर्स, ITBP, NDRF, झारखंड पुलिस बल और लोकल लोगों ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया गया। दिनभर चले ऑपरेशन में कुल 34 लोगों को बाहर निकाला जा सका।

शाम में एयरलिफ्ट करने के दौरान हेलीकॉप्टर में घुसने से पहले सेफ्टी बेल्ट खुल जाने के कारण एक युवक 860 फीट नीचे खाई में गिरने से उसकी मौत हो गयी।युवक वक की मौत के बाद शाम छह बजे रेस्क्यू ऑपरेशन रोक देना पड़ा। सभी फंसे पर्यटकों के खाने के लिए कुछ पैकेट, पानी और राहत सामग्री ड्रोन से भेजी जा रही है। रात भर प्रशासन की एक टीम उनकी सहायता के लिए लगी है।

एक ही परिवार के फसें हैं सात लोग 
बताया जाता  है कि अभी ऊपर तीन ट्रॉली फंसी है, जिसमें से दो ट्रॉली में देवघर के राम मंदिर रोड मोहल्ले के एक परिवार के सात लोग सवार हैं। ये लोग ट्रॉली नंबर छह और सात में हैं। इनमें छठी लाल साह, उनकी पत्नी शोभा देवी, पुत्र अमित कुमार, पुत्रवधू खुशबू कुमारी, जया कुमारी, तीन साल का वीर और 10 साल का कर्तव्य शामिल है।मौके पर मौजूद छठी लाल की बेटी अपर्णा ने बताया, 'रातभर फोन से माता-पिता को ढाढ़स बंधाते रहे। वह बहुत डरे सहमे हैं, लेकिन अभी उनकी हालत ठीक है। बस जल्द से जल्द नीचे उतरने की बात कह रहे हैं। रात भर बिना पानी के गुजारे हैं। सुबह किसी तरह पानी पहुंचाया गया।' वहीं, बिलासी के दो युवक नमन नीरज और अभिषेक नंदन भी दूसरी ट्राली में फंसे हैं। इन लोगों के लिए ड्रोन के माध्यम से खाने के लिए कुछ पैकेट, पानी और राहत सामग्री भेजी गयी।

त्रिकुट पहाड़ पर प्रशासनिक अमला का जुटान

त्रिकुट रोप वे पर सोमवार की शाम करीब 4 बजे एडीजी आरके मल्लिक नीरज सिन्हा, आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल और पर्यटन विभाग के एमडी राहुल कुमार सिन्हा पहुंचे हैं। इन्‍होंने डीसीमंजुनाथ भजंत्री से बात कर स्थिति का जायजा लिया और विभिन्न दिशा-निर्देश दिये।
रातभर जमे रहे एमपी, अफसर व पुलिस बल
 घटना के बाद से ही देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री, एसपी सुभाष चंद्र जाट, एसडीओ दिनेश यादव व अन्य अफसर रातभर त्रिकूट रोप-वे के नीचे जमे रहे। एमपी डॉ निशिकांत दुबे खाट लगाकर पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर लगाये हुए थे।
त्रिकूट रोपवे में फंसे लोगों जिन्हें किया गया एयरलिफ्ट
प्रदीप टिबड़ेवाल, मुजफ्फरपुर
शुभम प्रदीप टिबड़ेवाल, मुजफ्फरपुर
आशा टिबड़ेवाल, मुजफ्फरपुर
सोरभ दास, मालदा, बंगाल
झूमा पाल, मालदा, बंगाल
देवांग पाल, हरीशचंद्रपुर, मालदा, बंगाल
वकील महतो, बसडीहा, मोहनपुर
डोली कुमारी, बसडीहा, मोहनपुर
पुतुल शर्मा, मानकचंद, मालदा
नामी दास, हरीशचंद्रपुर, मालदा,
सुदीप दत्ता, गंगाराम, मादला
विनय कुमार दास, हरीशचंद्रपुर, मालदा
अनन्या राज, मुंगेर
अनु राज, बरीयारपुर, मुंगेर
कौशल्या देवी, भागलपुर
नीरज कुमार, भागलपुर
सिकिल देवी, मुजफ्फरपुर
सरिता देवी, मोतिहारी
राकेश कुमार, मोतिहारी
सिया देवी, मुजफ्फरपुर
अनिता दासी, सिकारीपाड़ा, दुमका,
मुन्ना, भागलपुर,
डिम्पल कुमार, भागलपुर
दुर्घटना की जांच करायेगी झारखंड सरकार
 झारखंड सरकार के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने देवघर में त्रिकुट पहाड़ पर रोप-वे दुर्घटना पर चिंता जताई है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि देवघर रोप- वे दुर्घटना की जांच कराई जायेगी। यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि पीड़ितों को सहायता पहुंचाने का है। राज्य सरकार, केंद्र सरकार, इंडियन आर्मी व इंडियन एयरफोर्स के माध्यम से रेस्क्यू अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाने की है। रेस्क्यू अभियान में एनडीआरएफ को भी लगाया गया है।
 सीएम हेमंत सोरेन ने दुख जताया
 सीएम हेमंत सोरेन ने देवघर जिला स्थित त्रिकूट पर्वत के रोपवे का तार टूटने से हुए हादसे पर गहरा दुख जताया है। एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ और बचाव दल के द्वारा लोगों को सकुशल निकालने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें विशेषज्ञों की भी सहायता ली जा रही है। इस हादसे पर सरकार की पूरी नजर है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सरकार द्वारा लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।
गवर्नर ने जतायी गहरी संवेदना 
विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल देवघर के त्रिकुट पर्वत पर बने रोप-वे हादसे को झारखंड के गवर्नर रमेश बैस ने अत्यंत दुखद व पीड़ादायक करार दिया है और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने बाबा बैद्यनाथ से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
 उल्लेखनीय है कि रविवार शाम चार बजे हादसा तब हुआ, जब पहाड़ पर बने मंदिर की तरफ एक साथ 26 ट्रॉलियां रवाना कीं। इससे तारों पर अचानक लोड बढ़ा और रोलर टूट गया। तीन ट्रॉलियां पहाड़ से टकरा गईं। इससे दो ट्रॉलियां नीचे गिर गईं। इनमें सवार 12 लोग जख्मी हो गये।र दो लोगों की मौत हो गई थी। उधर, बाकी ट्रॉलियां आपस में टकराकर रुक गईं। अभी कुछ ट्रॉलियां फंसी हुई हैं, जिसमें अब भी 13 श्रद्धालु सवार हैं। इनमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी हैं।