देवघर:साइबर क्रिमिनल कृष्णा समेत 10 आरोपी अरेस्ट, 28 मोबाइल व कार बरामद

देवघर साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने टीन थाना क्षेत्रों में रेड कर 10 साइबर क्रिमिनलों को दबोचा है। इनलोगों के पास से 28 मोबाइल, 40 सिम कार्ड, आठ बैंक अकाउंट व एक कार बरामद किया गया हैं। यह जानकारी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में दी। 

देवघर:साइबर क्रिमिनल कृष्णा समेत 10 आरोपी अरेस्ट, 28 मोबाइल व कार बरामद
  • देवघर और दुमका से हुई गिरफ्तारी

देवघर। देवघर साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने टीन थाना क्षेत्रों में रेड कर 10 साइबर क्रिमिनलों को दबोचा है। इनलोगों के पास से 28 मोबाइल, 40 सिम कार्ड, आठ बैंक अकाउंट व एक कार बरामद किया गया हैं। यह जानकारी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में दी। 

एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशन एरिया में एक बार फिर से साइबर क्रिमिनल एक्टिव हो गये हैं। साइबर डीएसपी नेहा बाला, डीएसपी (हेडक्वार्टर) मंगल सिंह जामुदा एवं साइबर इंस्पेक्टर संगीता कुमारी की लीडरशीप में साइबर टीम का गठन किया। टीम ने मारगोमुंडा के द्वारपहाड़ी, खागा पुलिस स्टेशन के रघुनाथपुर तथा दुमका जिले के मसलिया पुलिस स्टेशन एरिया बेदियाचक गांव में रेड की। रेड में 10 साइबर क्रिमिनल को पकड़ा गया।

पुलिस गिरफ्त में आये साइबर क्रिमिनलों में मारगोमुंडा पुलिस स्टेशन एरिया के द्वारपहाड़ी निवासी कृष्णा मंडल, अर्जुन मंडल, करण कुमार मंडल, अरुण मंडल, गुड्डू मंडल, खाना पुलिस स्टेशन एरिया के रघुनाथपुर निवासी कयूम अंसारी को पकड़ा गया। दुमका जिला के मसलिया पुलिस स्टेशन एरिया के बेदियाचक निवासी सईम अंसारी, सरफुद्दीन अंसारी, सफीक अंसारी एवं रफीक अंसारी को अरेस्ट किया है।आरोपी कृष्णा मंडल पूर्व में भी साइबर क्राइम में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा जेल जा चुका है।

बैंक का कस्टमर केयर अफसर बताकर एटीएम बंद होने का देते हैं झांसा
एसपी ने बताया कि ये सभी साइबर क्रिमिनल मोबाइल की से लोगों को फोन कर बैंक का कस्टमर केयर अफसर बताकर एटीएम बंद होने का झांसा देते हैं। इसके बाद उसके मोबाइल पर ओटीपी भेजकर उसके अकाउंट से ठगी करते हैं। इतना ही नहीं ये लोग KYC अपडेट करने के नाम पर भी कस्टमर्स को OTP भेजकर उससे ठगी करते हैं। एसपी ने कहा कि ये लोग विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक एप की साइट पर जाकर उसकी साइट से छेड़छाड़ कर कस्टमर सर्विंस के नंबर की जगह अपना नंबर डाल देते हैं। इससे कोई भी यूजर जब कस्टमर केयर अफसर से बात करने के क्रम में अपना डिटेल्स उनसे शेयर करते हैं, तो वे बड़ी आसानी से ठगी के शिकार बन जाते हैं।
CSP संचालक के मिलीभगत से भी साइबर क्राइम
एसपी ने बताया कि साइबर क्रिमिनल अब CSP संचालक के मिलीभगत से भी साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस गिरप्त में आये कृष्णा मंडल का क्रिमिनल रिकार्ड है। पकड़े गये सभी के खिलाफ साइबर पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज की गयी है।