डेल्टा प्लस वैरिएंट से देश में आ सकती है कोरोना की थर्ड वेव, सेंट्रल ने महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को किया अलर्ट

देश में में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने टेंशन पैदा कर दिया है। इस वेरिएंट के कारण कोरोना की थर्ड वेव की चिंता सताने लगी है। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से भी खतरनाक बताये जा रहे हैं। 

डेल्टा प्लस वैरिएंट से देश में आ सकती है कोरोना की थर्ड वेव, सेंट्रल ने महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को किया अलर्ट
  • कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन डेल्टा वेरियंट के खिलाफ प्रभावी 

नई दिल्ली। देश में में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने टेंशन पैदा कर दिया है। इस वेरिएंट के कारण कोरोना की थर्ड वेव की चिंता सताने लगी है। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से भी खतरनाक बताये जा रहे हैं। 
हेल्थ मिनिस्टरी ने  डेल्टा प्लस को कई स्टेट को अलर्ट किया है।हेल्थ सेकरेटरी राजेश भूषण ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि डेल्टा प्लस वैरिएंट वर्ल्ड के नौ देशों में है। इंडिया में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के 22 मामले सामने आये हैं। इनमें सबसे ज्यादा 16 महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव से हैं। केरल के पलक्कड़ और पथनमथिट्टा जिले, और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिले में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले मिले हैं।
वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की कटेगरी में डेल्टा प्लस
हेल्थ मिनिस्टरी के अनुसार इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक कंसोर्टिया के हाल के निष्कर्षों के आधार पर महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को इस वैरिएंट से अलर्ट रहने की सलाह दी गई है। हालांकि मिनिस्टरी ने कहा कि इससे बहुत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। डेल्टा प्लस वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर महाराष्ट्र, केरल और मध्यप्रदेश को अडवाइजरी भी जारी की है। हेल्थ मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी ने कहा कि अभी यह वैरिएंट का मसला भले छोटा लग रहा है लेकिन हम नहीं चाहते कि यह बड़ा रूप ले। इसलिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है।हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया है कि कोरोना के अन्य वैरिएंट की तरह डेल्टा प्लस वैरिएंट से भी बचाव के लिए मास्क पहनना ही तरीका है। इस पर नजर रखी जा रही है।
इंडिया समेत 80 देशों में डेल्टा प्लस
हेल्थ मिनिस्ट्री के अनुसार कोरोना का डेल्टा वैरिएंट इस वक्त भारत सहित दुनिया के 80 देशों में है। डेल्टा वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न यानी चिंता का सबब माना गया है। वायरस का कोई वैरिएंट कितनी तेजी से फैलता है। कितना घातक होता है उस हिसाब से उसे अलग अलग कटेगरी में रखते हैं। कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट भारत के अलावा अभी 9 देशों में है जिसमें अमेरिका, यूके, पुर्तगाल, स्विजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन, रूस शामिल है।
कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन डेल्टा वेरियंट के खिलाफ प्रभावी 
हेल्थ मिनिस्ट्री के अनुसार कोरोना का कोई भी वैरिएंट हो उससे फैलने से रोकने और बचाव का तरीका एक ही है। जैसे कोई भी वैरिएंट मास्क में नहीं घुस सकता। हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन डेल्टा वेरियंट के खिलाफ प्रभावी हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि अगर सभी सावधानी ले रहे हैं तो सामान्य जीवन कुछ हद तक शुरू किया जा सकता है। लेकिन, यह ध्यान रखना होगा कि भीड़ में न जाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो। अगर किसी बुजुर्ग को दोनों डोज लग गई हैं और उन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं है तो वह वॉक पर तो जा सकते हैं लेकिन अब भी यही सलाह दी जाती है कि जरूरत न हो तो घर से बाहर न निकलें।