कोयला मजदूरों को मिलेगा पांच दिन पितृत्व अवकाश, JBCCI की बैठक में कई मुद्दों पर बनी सहमति

कोल इंडिया के कोयला मजदूरों को को अब पांच दिन पितृत्व अवकाश मिलेगा मजदूरों के आश्रित कुंवारी पुत्री, शादीशुदा पुत्री और बहू भी नियोजन की अधिकारी होंगी। ज्वाइंट बाइपरटाइट कमेटी ऑन कोल इंडस्ट्रीज (जेबीसीसीआइ ) की शुक्रवार को कोलकाता में में हुई 10वीं बैठक में मैनेजमेंट और यूनियनों के बीच  इन मुद्दों पर सहमति बनी है।

कोयला मजदूरों को मिलेगा पांच दिन पितृत्व अवकाश, JBCCI की बैठक में कई मुद्दों पर बनी सहमति
  • आश्रित कुंवारी पुत्री, शादीशुदा पुत्री और बहू को मिलेगा नियोजन
  • आंबेडकर जयंती पर मिलेगा पेड होलिडे 
  • भत्ता फ्रीज करने पर बनी रही जिच बरकरार

कोलकाता। कोल इंडिया के कोयला मजदूरों को को अब पांच दिन पितृत्व अवकाश मिलेगा मजदूरों के आश्रित कुंवारी पुत्री, शादीशुदा पुत्री और बहू भी नियोजन की अधिकारी होंगी। जेबीसीसीआइ की बैठक में विधवा बहू को नियोजन देने पर सहमति बन गई है।  बेटी का लाइव रोस्टर में भी नाम दर्ज होगा। अब, मानकीकरण समिति इस पर नीति तय करेगी। ज्वाइंट बाइपरटाइट कमेटी ऑन कोल इंडस्ट्रीज (जेबीसीसीआइ ) की शुक्रवार को कोलकाता में में हुई 10वीं बैठक में मैनेजमेंट और यूनियनों के बीच  इन मुद्दों पर सहमति बनी है।

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जेबीसीसीआइ सदस्य केपी गुप्ता ने बताया कि बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार नियोजन संबंधी परेशानियों से बचने के लिए पुत्रियों और बहू का नाम लाइफ रोस्टर में लिखा जायेगा। जेबीसीसीआइ की  बैठक में भत्तों को लेकर काफी जिच हुई। कोल इंडिया मैनेजमेंट 25 प्रतिशत फ्रीज के साथ देने की बात कर रहा था, जबकि मजदूर संगठन बगैर फ्रीज की मांग कर रहे थे। सहमति नहीं बनी तो अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में आठ पेड होलीडे की जगह नौ करने पर सहमति बनी। आंबेडकर जयंती पर अब कोयला मजदूरों को पेड होलीडे का लाभ मिलेगा। कोयला श्रमिक अब 120 दिन की बजाए 150 सिक जमा कर सकेंगे। मैनेजमेट EL बढ़ाने को तैयार नहीं हुआ।
जेबीसीसीआइ की बैठक शुरू होने से पूर्व पांचों यूनियनों की आपस में मीटिंग हुई। इसमें सभी यूनयिन से दो-दो प्रतिनिधि एटक से रमेंद्र कुमार, लखन लाल महतो, भामसं से लक्ष्मा रेड्डी, सुरेंद्र कुमार पांडेय, एचएमएस से नाथूलाल पांडे, सिद्धार्थ गौतम, इंटक से एसक्यू जामा, एके झा व सीटू से डीडी रामनंदन, जेएस सोढ़ी शरीक हुए। यूनयिनों की रणनीति तय होने के बाद जेबीसीसीआइ की मीटिंग शुरू हुई।
बैठक में कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल, निदेशक कार्मिक विनय रंजन, कार्यकारी निदेशक कार्मिक अजय कुमार चौधरी, कार्मिक, बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता समेत इसीएल, सीसीएल, डब्ल्यूसीएल, एनसीएल के सीएमडी, एमसीएल के डीपी, एसइसीएल के डीएफ, सिंगरेनी कोल कंपनी लिमिटेड के सीएमडी, डीपी, केएल रेड्डी, सुरेंद्र पांडेय, सुधीर घुरडे, केपी गया (बीएमएस), नाथूलाल पांडेय, शिवकांत पांडेय, सिद्धार्थ गौतम, शिव कुमार यादव (एचएमएस), विधायक जयमंगल सिंह, एस क्यू जामा, बी जनक प्रसाद, सौभाग्य प्रधान (इंटक) , रमेंद्र कुमार, वी सीतारमैया, लखनलाल महतो (एटक ), डीडी रामनंदन, अरूप चटर्जी, सुजीत भट्टाचार्य (सीटू) के अलावा बीएमएस, एचएमएस, इंटक के चार-चार और एटक, सीटू के तीन-तीन अल्टरनेट मेंबर भी उपस्थित थे।
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1999 में पितृत्व अवकाश का बना था नियम
कार्मिक लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय ने 16 जुलाई, 1999 को पितृत्व अवकाश संबंधी नियम एवं स्पष्टीकरण जारी किया था। नियमानुसार पुरुष सरकारी कर्मचारी (एक प्रशिक्षु सहित) को दो से कम जीवित बच्चों के लिए 15 दिनों (एक अवधि में) का पितृत्व अवकाश स्वीकृत किया जा सकता है जो पत्नी के प्रसव की अवधि के दौरान यानी बच्चे की डिलीवरी की डेटसे 15 दिन पहले या छह महीने तक की अवधि के लिए अनुमान्य होता। यदि इस अवधि के भीतर ऐसी छुट्टी का लाभ नहीं लिया जाता है तो इसे समाप्त माना जायेगा। कोल इंडिया प्रबंधन ने कंपनी परिप्रेक्ष्य में इसे लागू करने की कोशिश की है।