बिहार: जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार से मिले तेजस्वी यादव, डेलीगेशन पीएम से मिलने जायेगा

सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में सभी दलों का डेलीगेशन पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर देश में जातीय जनगणना कराने का आग्रह करेगा। पीएम से मिलने का समय मांगने के लिए सीएम दो अगस्त को उन्हें पत्र लिखेंगे। सीएम से मुलाकात करने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत यह जानकारी दी। 

बिहार: जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार से मिले तेजस्वी यादव, डेलीगेशन पीएम से मिलने जायेगा
  • पीएम मोदी से मिलने के लिए समय मांगेंगे मुख्यमंत्री

पटना। सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में सभी दलों का डेलीगेशन पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर देश में जातीय जनगणना कराने का आग्रह करेगा। पीएम से मिलने का समय मांगने के लिए सीएम दो अगस्त को उन्हें पत्र लिखेंगे। सीएम से मुलाकात करने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत यह जानकारी दी। 

तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी दलों के लीडर शुक्रवार को सीएम से विधानसभा के उनके कक्ष में मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम भी जातीय जनगणना के पक्षधर रहे हैं। हमलोगों का उनसे आग्रह किया है कि उनके नेतृत्व में राज्य के दलीय नेताओं की हाई लेवल कमेटी पीएम से मिलकर जातीय जनगणना कराने का अनुरोध करे। हमलोगों के अनुरोध पर सीएम ने पीएम से समय लेने की बात कही है। 

तेजस्वी ने कहा कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में सभी दलों के विधानमंडल के सदस्य शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का गणना होती है तो फिर अन्य जातियों की क्यों नहीं होती है। पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग की जनगणना होने से उनकी सही संख्या की भी जानकारी हो सकेगी। इससे उनके विकास के लिए योजना बनाने में सहायता मिलेगी। उनके लिए बजट में प्रावधान किया जा सकेगा। 
स्टेट गवर्नमेंट अपने खर्च पर कराये जनगणना
तेजस्वी ने कहा कि अगर जातीय जनगणना कराने का आग्रह सेंट्रल गवर्नमेंट फिर स्वीकार नहीं करती है तो सीएम से हमलोगों ने आग्रह किया है राज्य सरकार के खर्च पर बिहार में जातीय जनगणना करायी जाए। कर्नाटक गवर्नमेंट ने ऐसा कराया है। इस पर सीएम ने कहा है कि वे कर्नाटक सरकार के निर्णय की जानकारी लेंगे। संबंधित कागजात को देखेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि जातीय जनगणना कराने को लेकर वर्ष 2019 व 2020 में भी बिहार विधानसभा से दो बार सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर सेंट्रल को भेजा गया है। इसमें बीजेपी भी शामिल थी। सेंट्रल ने ऐसा करने से फिर इनकार कर दिया है। 

सीएम से मिलने वालों में विपक्षी सदस्यों में तेजस्वी यादव के अलावा राजद के तेजप्रताप यादव व ललित यादव, कांग्रेस के अजीत शर्मा, माले के महबूब आलम, सीपीएम के अजय कुमार और सीपीआई के रामरतन सिंह शामिल थे।

गरीबों की हो गणना हो : बीजेपी
बीजेपी एमएलएसी डॉ संजय पासवान ने कहा कि जातिगत जनगणना की जरूरत नहीं है। गणना ही करनी है तो गरीबों की गिनती हो। जिस तबके को आरक्षण का लाभ मिल रहा है, उसमें भी गरीबी को पैमाना बनाया जाए। देश में गरीबी की कोई परिभाषा नहीं है। हम और हमारी पार्टी इसका विरोध करती है। बीजेपी एमएलए हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि जातिगत जनगणना से समाज में वैमनस्य फैलेगा। गरीबों की गणना होनी चाहिए।