बिहार: अब स्टेट पुलिस में ट्रांसजेंडर की होगी सीधी बहाली

अब बिहार में कांस्टेबल व सब इंस्पेक्टर के पोस्ट पर ट्रांसजेंडर (किन्नरों) की सीधी नियुक्ति की जायेगी। स्टेट गवर्नमेंट की मंजूरी के बाद होम डिपार्टमेंट से जुड़ा संकल्प पत्र जारी कर दिया है।

बिहार: अब स्टेट पुलिस में ट्रांसजेंडर की होगी सीधी बहाली

पटना। अब बिहार में कांस्टेबल व सब इंस्पेक्टर के पोस्ट पर ट्रांसजेंडर (किन्नरों) की सीधी नियुक्ति की जायेगी। स्टेट गवर्नमेंट की मंजूरी के बाद होम डिपार्टमेंट से जुड़ा संकल्प पत्र जारी कर दिया है।

500 पोस्ट में एक पोस्ट ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए रिजर्व

कांस्टेबल के लिए नियुक्ति का अधिकार SP को होगा। DIG लेवल के अफसर को SI की नियुक्ति का अधिकार दिया गया है। एसआइ न कांस्टेबल में प्रत्येक 500 विज्ञापित पदों पर एक पद किन्नर समुदाय के लिए रिजर्व रहेगा। इस पद के लिए अलग से विज्ञापन भी प्रकाशित किया जायेगा। अगर किन्नर के लिए आरक्षित पदों पर नियुक्ति के क्रम में चयनित अभ्यर्थियों की स्थिति कम पड़ जाती है, तो आरक्षित शेष रिक्तियों को उसी मूल विज्ञापन के सामान्य अभ्यर्थियों से भरने की कार्यवाही की जायेगी।

महिला कैंडिडेट के समान होगा नियुक्ति का मापदंड

किन्नरों की सीधी नियुक्ति के लिए शैक्षणिक अहर्ता बिहार पुलिस हस्तक 1978 के कांस्टेबल तथा एसआइ संवर्ग के अनुसार ही होगी। ट्रांसजेंडर कैंडिडेट के लिए शारीरिक मापदंड तथा शारीरिक दक्षता परीक्षा का मापदंड संबंधित संवर्ग के महिला कैंडिडेट के समान होगा। कैंडिडेट के लिए न्यूनतम उम्र विज्ञापन के अनुसार होगा। अधिकतम उम्र सीमा में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कोटे के समरूप ही छूट प्राप्त होगा।

बिहार के मूल निवासी ही होंगे योग्य, जिला पुलिस में होगी तैनाती

कैंडिडेट को बिहार राज्य का मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र देना होगा। स्टेट गवर्नमेंट द्वारा निर्धारित सक्षम प्राधिकार से निर्गत ट्रांसजेंडर होने का प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करना होगा। नियुक्ति के लिए विज्ञापन का प्रकाशन एवं चयन की प्रक्रिया सिपाही वर्ग के लिए केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) तथा पुलिस अवर निरीक्षक के लिए पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा पूरी की जाएगी। नियुक्ति के उपरांत इनका पदस्थापन जिला पुलिस बल में किया जायेगा।

किन्नरों का विशेष बटालियन नहीं बनेगा

होम डिपार्टमेंट ने स्पष्ट किया की किन्नरों के लिए विशेष बटालियन नहीं बनाया जा सकेगा। विशेष बटालियन के सांगठनिक संरचना के लिए कम से कम 1000 स्वीकृत बल की जरूरत होगी। इतनी संख्या में ट्रांसजेंडर समुदाय से योग्य कैंडिडेट्स का मिलना मुश्किल है। इसीलिए बिहार पुलिस में ही उनकी सीधी नियुक्ति का निर्णय लिया गया है।

स्टेट में एक लाख लोगों में 39 किन्नर

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की कुल जनसंख्या 10.41 करोड़ थी। इनमें किन्नर वर्ग की जनसंख्या 40,827 थी। इस प्रकार राज्य की जनसंख्या में इस वर्ग का प्रतिनिधित्व प्रत्येक एक लाख में 39 है। सामान्यत: आरक्षण की व्यवस्था जनसंख्या के प्रतिनिधित्व के समरूप रहती है। बिहार पुलिस में वर्तमान स्वीकृत बल 1,30,243 है, जिसके अनुसार कम से कम 51 पद पर ट्रांसजेंडर वर्ग का प्रतिनिधित्व का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। यानी करीब 2550 पुलिस पदाधिकारी या कर्मी पर एक ट्रांसजेंडर वर्ग से होना चाहिए। इनमें 41 सिपाही एवं 10 सब इंस्पेक्टर पोस्टों की संख्या हो सकती है।