बिहार: विधान परिषद में सत्ताधारी दल के दो उपनेता के नाम की घोषणा, ब्रह्मर्षियों को BJP व JDU ने दिखाया ठेंगा, उप मुख्य सचेतक पद भी छीना

बिहार में राज्यपाल कोटे के 11 एमएलसी के मनोनयन में बीजेपी व जेडीयू दोनों ब्रह्मर्षियों की अनदेखी की है। हलांकि बीजेपी ने एक सीट दी लेकिन जेडीयू ने को विधानसभा चुनाव के बाद से हर लेवल पर इस वर्ग की उपेक्षा शुरु कर दी है।

बिहार: विधान परिषद में सत्ताधारी दल के दो उपनेता के नाम की घोषणा, ब्रह्मर्षियों को BJP व JDU ने दिखाया ठेंगा, उप मुख्य सचेतक पद भी छीना
  • सीएम नीतीश कुमार की सिफारिश पर बीजेपी के उप मुख्य सचेतक से रजनीश कुमार को हटा रीना यादव को मिली जिम्मेवारी

पटना।बिहार में राज्यपाल कोटे के 11 एमएलसी के मनोनयन में बीजेपी व जेडीयू दोनों ब्रह्मर्षियों की अनदेखी की है। हलांकि बीजेपी ने एक सीट दी लेकिन जेडीयू ने को विधानसभा चुनाव के बाद से हर लेवल पर इस वर्ग की उपेक्षा शुरु कर दी है। ब्रह्मर्षि ग्रुप से जुड़े सोशल मीडिया पर बीजेपी व जेडीयू में समाज की उपेक्षा पर व्यापक आक्रोश जताया जा रहा है। 
गवर्ननर कोटे से मनोनयन में भले ही बीजेपी एक सीट ब्रह्मर्षि को दी है लेकिन दो साल में तीन ब्रह्मर्षियों की एमएलसी सीट दूसरे वर्ग को दी जा चुकी है। बिहार के एनडीए गठबंधन के दो बड़े घटक दलों बीजेपी व जेडीयू का का 50-50 फॉर्मूला गवर्नर कोटे के खाली 12 सीटों एमएलसी सीटी पर भी चला है। बीजेपी के छह और जदयू के छह एमएलसी बने हैं। शपथ ग्रहण करने के बाद आज विधान परिषद में जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर और बीजेपी के नवल किशोर यादव उप नेता घोषित किये गये हैं। सीएम नीतीश कुमार की सिफारिश पर विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने यह घोषणा की।

कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा

सरकार ने विधान परिषद के दोनों उप नेता को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। इसके अलावा सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक नव मनोनीत जदयू के विधान पार्षद सदस्य संजय सिंह उर्फ संजय गांधी को बनाया गया है। बीजेपी के दिलीप जायसवाल सत्ता रूढ़ दल के उप मुख्य  सचेतक बनाये गये हैं। सत्तारूढ़ दल के उप मुख्य सचेतक पद से बीजेपी के रजनीश कुमार को हटा दिया गया है। इस तरह ब्रह्मर्षि परिवार से आने वाले बीजेपी के रजनीश कुमार का विधान परिषद में डिमोशन कर दिया गया। विधानसभा परिषद में सत्तारुढ़ दल में इस वर्ग का अब कोई पदाधिकारी नहीं है। कोर वोटर को छोड़ दल बदल कर आये लीडर को भी जिम्मेवारीदी गयी है।बीजेपी विधान परिषद व विधानसभा दोनों में पदाधिकारियों में पिछड़े वर्ग को तरजीह दी है। नवल किशोर यादव आरजेडी छोड़कर बीजेपी में आये थे। आरोप है कि उन्हें बीजेपी के दो बड़े नेताओं का आशिर्वाद प्राप्त है। बिहार विधान परिषद में शील मोदी के राज्यसभा सदस्य बनने से खाली हुए सत्तारूढ़ दल के उप नेता का अहम पद नवल किशोर यादव को मिला है। 

रजनीश कुमार को हटाया गया

 वर्तमान उप मुख्य सचेतक और बेगूसराय-खगडिय़ा स्थानीय प्राधिकार से बीजेपी के विधान पार्षद रजनीश कुमार को हटा दिया गया। अब रजनीश की जगह दिलीप जायसवाल को उप मुख्य सचेतक बनाया गया है।बीजेपी ने नवल किशोर यादव को उप नेता और दिलीप जायसवाल को उप मुख्य सचेतक बनाकर  बड़ा संदेश देने का काम किया है। दोनों डिप्टी सीएम पोस्ट पर पिछड़े और अति पिछड़े को नुमाइंदगी सौंपने के बाद पार्टी ने विधान परिषद में चेहरा बदल दिया। उप मुख्य सचेतक पद हटाए गए रजनीश कुमार का बतौर विधान पार्षद जुलाई में कार्यकाल समाप्त हो रहा है।

बीजेपी व जेडीयू ने मिनिस्टर कोटा में भी कर दी है कटौती
बीजेपी ने इस बार ब्रह्मर्षि का कैबिनेट में कोटा कम कर दिया है। इस बार एक ही एमएलए को मिनिस्टर बनाया गया है। वह भी श्रम संसाधन जैसे महत्वहीन विभाग दिया गया है। जेडीयू ने एकमात्र  विजय चौधरी को मिनिस्टर बनाया है। जेडीयू व बीजेपी ने संगठन में भी ब्रह्मर्षियों की पूरी तरह उपेक्षा कर दिया है। आरोप है कि इस वर्ग पुलिस व प्रशासनिक विभाग में अनदेखी की जा रही है। बीजेपी बिहार लीडरशीप की देखरेख करने वाले संचालन करने वाले लीडर तो अप्रत्यक्ष रुप से इस वर्ग को निशाने पर ले रखा है। जेडीयू को पूरी तरह लवकुश समीकरण पर अपनी राजनीति आगे बढ़ा रही है।

सीएम नीतीश कुमार,जेडीयू नेशनल प्रसिडेंट आरसीपी सिंह, स्टेट प्रसिडेंट उमेश कुशवाहा व संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की जिम्मेवारी समीकरण पर ही पार्टी चलेगी। बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता, उपनेता आदि में भी अलग समीकरण है। बीजेपी की नेशनल कमेटी भी ब्रह्मर्षि वर्ग के एक भी पदाधिकारी है।