बिहार: सुशील मोदी का नया शिगूफा- नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी यादव खुद CM बनेंगे

बिहार की राजनीति से दो साल से साइड चल रहे एक्स डिप्टी सीएम और बीजेपी एमपी सुशील कुमार मोदी को महागठबंधन की सरकार बनते ही पॉलिटिकल पिच पर खेलने का मौक मिल गया है। सुशील मोदी ने एक बड़ा शिगूफा छेड़ा है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव जब चाहें नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी यादव को सीएम की कुर्सी पर बिठा सकते हैं। आरजेडी की अगुवाई वाली सरकार बना सकते हैं। 

बिहार: सुशील मोदी का नया शिगूफा- नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी यादव खुद CM बनेंगे
  • ऐसे बना सकते हैं RJD की सरकार 

पटना। बिहार की राजनीति से दो साल से साइड चल रहे एक्स डिप्टी सीएम और बीजेपी एमपी सुशील कुमार मोदी को महागठबंधन की सरकार बनते ही पॉलिटिकल पिच पर खेलने का मौक मिल गया है। सुशील मोदी ने एक बड़ा शिगूफा छेड़ा है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव जब चाहें नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी यादव को सीएम की कुर्सी पर बिठा सकते हैं। आरजेडी की अगुवाई वाली सरकार बना सकते हैं। 

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सुशील मोदी ने दावा किया है कि आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी के स्पीकर बनने के बाद 45 एमएलए वाले जेडीयू की उलटी गिनती शुरू हो गई है। सुशील मोदी ने कहा कि अब आरजेडी प्रसिडेंट लालू यादव जब चाहेंगे, नीतीश कुमार को हटा कर बेटे तेजस्वी यादव को सीएम बनवा देंगे। उन्होंने कहा कि जिस दल को 115 एमएलए का समर्थन प्राप्त है। स्पीकर भी उसी दल के हैं। वह रानीजित दल कभी भी बाजी पलट सकता है। 

नीतीश ने डूबते जहाज पर रखा है एक पैर 
उन्होंने कहा कि नीतीश ने एक पैर डूबते जहाज पर रखा है। दूसरा उस पर जो उनकी छोटी नाव को कभी भी डुबो सकता है। वे सीएम कितने दिन रहेंगे, इसका ठिकाना नहीं, लेकिन सपने 2024 में पीएम बनने के देख रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी को सिर्फ पांच से छह एमएलए चाहिए। जीतनराम मांझी के चार लोग तो कभी भी पाला बदल सकते हैं. साथ ही जेडीयू के दो-तीन एमएलए तोड़कर भी आरजेडी अलग सरकार बना सकती है। सुशील मोदी ने कहा कि ये सत्ता का खेल है, नीतीश कुमार अपनी पार्टी बचा लें। उन्होंने कहा कि नीतीश आईआरसीटीसी घोटाले की तेजी से जांच चाहते हैं जिससे तेजस्वी जेल चले जाएं और आरजेडी को तोड़ा जा सके। वहीं आरजेडी भी चाह रहा है कि जदयू के दो-तीन एमएलएको मिलाकर सरकार बनाई जाए।
विधानसभा में सीट समीकरण 
बिहार विधानसभा में 243 सीट हैं। इसमें मोकामा व गोपालगंज दो सीट खाली हैं। भरी हुई 241 सीटों में 79 आरजेडी, 19 कांग्रेस, 16 लेफ्ट, चार हम और एक निर्दलीय को लेकर 119 बनता है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के एक एमएलए को जोड़ दें तो 120 हो जाता है। जेडीयू के 45 और बीजेपी के 76 एमएवए हैं। 241 की विधानसभा में बहुमत के लिए 121 एमएलए चाहिए। इस समय नीतीश कुमार की सरकार के पास 165 एमएलए के समर्थन का दावा है। जबकि फ्लोर टेस्ट में 160 वोट मिले।
RJD और JDU के बीच अविश्वास पैदा करने की कोशिश में मोदी
सुशील मोदी का ये कहना है कि तेजस्वी यादव अगर नीतीश का तख्तापलट करते हैं तो उनको आरजेडी की सरकार बनाने के लिए मात्र दो-चार एमएलए का समर्थन चाहिए। ऐसा कई तरीकों से हो सकता है। एक तो ये कि ऐसा कुछ होता है तो फ्लोर टेस्ट में जेडीयू या बीजेपी के कुछ एमएलए गैरहाजिर हो जाएं जिससे सदन में बहुमत का आंकड़ा नीचे आ जाए। 120 एमएलए के दम पर बहुमत साबित हो जाए। दूसरा ये हो सकता है कि जेडीयू या बीजेपी के कुछ एमएलए का इस्तीफा कराकर सदन में सदस्यों की कुल संख्या 238 के नीचे लाई जाए जिससे 119-120 एमएलए के दम पर ही सरकार बहुमत में आ जाए।लेकिन ये सब ऐसी बात है जिसकी फिलहाल कोई संभावना नजर नहीं आती है। सुशील कुमार मोदी का यह शिगूफा संभव है कि आरजेडी और जेडीयू के बीच अविश्वास पैदा करने की एक कोशिश भर हो। बीजेपी ने सत्ता गंवाई है तो उसकी एक कोशिश महागठबंधन में टूट पैदा करने की हो सकती है। इसकी शुरुआत के लिए सुशील मोदी ऐसी बात करके शक का बीज डाल रहे हों।