बिहार: PM नरेंद्र मोदी ने कोसी रेल मेगा ब्रिज का किया उद्घाटन, नौ दशक का सपना पूरा हुआ

पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोसी रेल मेगा ब्रिज (का उद्घाटन किया। इस ब्रिज के चालू होने के साथ लगभग नौ दशक बाद कोसी व मिथिलांचल रेल रूट से जुड़ गये हैं। पीएम ने रेलवे से संबंधित 12 अन्य परियोजनाओं किउल नदी पर एक रेल ब्रिज, दो नई रेल लाइनें, पांच विद्युतीकरण से संबंधित परियोजनांए, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड और बाढ़ व बख्तियारपुर में तीसरी रेल लाइन परियोजना का भी उद्घाटन किया।

बिहार: PM  नरेंद्र मोदी ने कोसी रेल मेगा ब्रिज का किया उद्घाटन, नौ दशक का सपना पूरा हुआ
  • 12 अन्य रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन 

पटना। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोसी रेल मेगा ब्रिज (का उद्घाटन किया। इस ब्रिज के चालू होने के साथ लगभग नौ दशक बाद कोसी व मिथिलांचल रेल रूट से जुड़ गये हैं। पीएम ने रेलवे से संबंधित 12 अन्य परियोजनाओं किउल नदी पर एक रेल ब्रिज, दो नई रेल लाइनें, पांच विद्युतीकरण से संबंधित परियोजनांए, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड और बाढ़ व बख्तियारपुर में तीसरी रेल लाइन परियोजना का भी उद्घाटन किया। उन्होंने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर, समस्तीपुर-खगड़िया, कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी और भागलपुर-शिवनारायणपुर रेलखंडों की विद्युतीकरण परियोजनाओं व बरौनी लोको शेड का भी उद्घाटन किया।


बिहार में रेल कनेक्टिविटी का रचा इतिहास: पीएम

पीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में रेलवे की स्थिति में सुधार केंद्र की प्राथमिकता है। कोसी रेल मेगा ब्रिज के चालू होने के बाद अब बिहार के लोगों को तीन सौ किमी की सफर नहीं करनी पड़ेगी। आठ घंटे की सफर आधे घंटे में होगी। भूकंप की आपदा ने साढ़ आठ दशक पहले कोसी व मिथिला को अलग-थलग कर दिया था। आज दोनों इलाकों को जोड़ा गया है। आज बिहार में रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नया इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि अटल जी की गवर्नमेंट के बाद काम की स्पीड रुक गई थी। बाद में काम तेज किया गया। पीएम ने कहा कि कोरोना काल में भले ही ट्रेनें रुक गई थीं, लेकिन रेल का काम चलता रहा था। देश की पहली किसान रेल कोरोना काम में ही चली। बिहार में मालगाड़ी और यात्री गाड़ी दोनों के लिए अलग-अलग ट्रैक बनाने का काम भी हो रहा है। 
पीएम ने कहा कि बिहार में अन्य क्षेत्रों में भी बड़े काम हुए और हो रहे हैं। दरभंगा में नया एम्स भी बनाया जा रहा है। इच्छाशक्ति हो, दृढ़ निश्चय हो और नीतीश जैसा सहयोगी हो तो क्या कुछ संभव नहीं है।
निर्मली से सरायगढ़ की दूरी घटकर केवल 22 किलोमीटर रह गई 
कोसी नदी पर मेगा ब्रिज का उद्घाटन से कोसी और मिथिलांचल एक-दूसरे से रेलवे के नेटवर्क के माध्यम से जुड़ गये। मेगा ब्रिज पर ट्रेनों का परिचालन शुरू होते ही निर्मली से सरायगढ़ की दूरी घटकर मात्र 22 किलोमीटर रह गई है। कोसी एरिया में निर्मली और भापटियाही के बीच पहले मीटर गेज रेल ट्रैक था। लेकिन 1934 में बाढ़ व भूकंप में यह तबाह हो गया था। उसके बाद कोसी नदी के अभिशाप के कारण यहां रेल रूट के पुनर्निर्माण का काम लंबे समय तक शुरू नहीं किया गया। लगभग 516 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित दो किलोमीटर लंबे इस मेगा ब्रिज का शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। सेंट्रल गवर्नमेंट  ने इसे 2003-04 में हरी झंडी दी। जून, 2003 में इसका निर्माण शुरू हो गया था।

86 साल पुराना सपना साकार हुआ

कोसी मेगा रेल ब्रिज के उद्घाटन के साथ निर्मली से सरायगढ़ जाने के लिए दरभंगा-समस्तीपुर-खगडि़या-मानसी-सहरसा होते हुए 298 किमी की दूरी तय करने की मजबूरी समाप्त हो गई। क्षेत्र के लोगों की लंबी प्रतीक्षा का अंत भी हो गया। साथ ही 86 साल पुराना उनका सपना भी साकार हुआ।

सहरसा-असनपुर कुपहा रेल सेवा शुरु
पीएम ने सहरसा-असनपुर कुपहा रेल सेवा को सुपौल स्टेशन से हरी झंडी दिखाई। अब सुपौल, अररिया और सहरसा जिले के लोगों की यात्रा आसान हो गई। अब वहां से कोलकाता, दिल्ली और मुंबई जैसे महानगारों के लिए लंबी दूरी की सात्रा में भी आसानी हो जायेगी।

हाजीपुर-वैशाली-सुगौली नई रेल लाइन का उद्घाटन
पीएम ने हाजीपुर से वैशाली आने-जाने वालो की सुविधा के लिए हाजीपुर-वैशाली-सुगौली नई रेल लाइन का उद्घाटन किया। पूर्व-मध्य रेलवे की इस योजना के तहत हाजीपुर से वैशाली तक रेल लाइन के साथ ही पांच रेलवे स्टेशन भी बन कर तैयार है।

कांग्रेस उपेक्षा का आरोप, लालू पर तंज

मोदी ने कहा कि बिहार में साल 2014 से पहले यूपीए सरकार के पांच वर्षों में महज तीन सौ किमी रेल लाइन बनी। वहीं, साल 2014 के बाद अभी तक दो गुनी से ज्यादा यानि सात सौ किमी रेल लाइन का निर्माण पूरा हुआ है। देश में माल गाड़ी और यात्री गाड़ी अलग-अलग ट्रेक चलाने की तैयारी । उन्होंने  कोरोना काल की उपलब्ध्यिां भी गिनाते हुए कहा कि  श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए बिहार के लोगों को विभिन्न शहरों से घर पहुंचाने के लिए रेलवे के काम को सराहा।पीएम ने ने कहा कि लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार बिल पास हुआ है। बिल यह हमारे अन्नदाता किसानों को अनेक बंधनों से मुक्ति दिलायेगा। किसानों को अपनी उपज बेचने के अनेकों अवसर और बाजार मिलेंगे। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि अब किसानों को भ्रमित करने की कोशिश हो रही हैं। किसानों को लेकर विपक्ष की रीति-नीति को कठघरे में खड़ा किया।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दशकों देश पर राज किया, अपने घोषणा पत्र में किसानों को यह सुविधा देने का भरोसा दिया, लेकिन हमेशा बिचौलिए के जरिए किसानों का शोषण करते रहे। किसानों से कभी अपना वायदा पूरा नहीं किया। बीजेपी ने किसानों से किए अपने वायदा पूरा किया है। बीजेपी किसानों के उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों से हर हाल में सरकारी खरीद जारी रहेगी। कोई ताकत इसमें रुकावट पैदा नहीं कर सकती है। किसान अब जहां चाहे अपना उत्पाद बेच सकता है। देश के किसी भी बाजार में किसान अपनी फसल बेच सकता है। एपीएमसी एक्ट से किसानों के हित मे हैं।कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संबोधित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल फागू चौहान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।