Bihar : मोतिहारी में AK-47 के साथ कुख्यात कुणाल सिंह अरेस्ट, कोर्ट कैंपस से हुआ था फरार

बिहार में मोतिहारी जिले के पीपराकोठी पुलिस स्टेशन एरिया अंर्तगत कुड़िया गांव में बुधवार को पुलिस की टीम ने रेडकर एके-47 व अन्य आर्म्स के साथ कुख्यात क्रिमिनल कुणाल सिंह को अरेस्ट कर लिया। उत्तर बिहार के कई जिलों में दहशत फैलाने वाला कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को पुलिस ने छहसाल बाद उसके घर से ही धर दबोचा। 

Bihar : मोतिहारी में AK-47 के साथ कुख्यात कुणाल सिंह अरेस्ट, कोर्ट कैंपस से हुआ था फरार
  • AK-47 से फैलाता था दहशत, मांगता था रंगदारी

मोतिहारी। बिहार में मोतिहारी जिले के पीपराकोठी पुलिस स्टेशन एरिया अंर्तगत कुड़िया गांव में बुधवार को पुलिस की टीम ने रेडकर एके-47 व अन्य आर्म्स के साथ कुख्यात क्रिमिनल कुणाल सिंह को अरेस्ट कर लिया। उत्तर बिहार के कई जिलों में दहशत फैलाने वाला कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को पुलिस ने छहसाल बाद उसके घर से ही धर दबोचा। 

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एसपी कांतेश कुमार मिश्र के अनुसार बेतिया कोर्ट में दिनदहाड़े पेशी के दौरान बबलू दुबे की मर्डर व रक्सौल के कैम्ब्रिज स्कूल पर फायरिंग के अलावा कई गंभीर मामलों में वह आरोपी रहा है। वह अपने पांच साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देनेके लिये षडयंत्र कर रहा था कि पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। उसके अन्य साथी फरार हो  गये हैं, जिनकी तलाश में पुलिस टीम रेड कर रही है। एसपी ने बताया कि उसके पास से एके-47 रायफल, 25 कारतूस, मेड इन चेक रिपब्लिक का नाइन एमएम पिस्टल, पिस्टल की बीस कारतूस, पिस्टल की दो मैगजीन व छह वाकी टाकी बरामद की गयी। विदेशी पिस्टल बीस चक्र वाली है जो प्रतिबंधित है। वाकी टाकी का उपयोग किसी अपराधिक घटना को अंजाम देने के समय अपने साथियों से बातचीत के लिये रखा था। प्रतिबंधित
पीपराकोठी पुलिस स्टेशन एरिया के बंगरी निवासी कुणाल  27 मार्च, 2017 को मोतिहारी सेंट्रल जेल से कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने के दौरान फरार हो गया था। इसके बाद 11 मई, 2017 को बेतिया के कोर्ट परिसर में पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर पुलिस स्टेशन एरिया के सिसवा खरार गांव निवासी शातिर बबलू दुबे उर्फ मिथलेश दुबे की नृशंस मर्डर हुई थी, जिसकी जिम्मेदारी कुणाल ने ली थी। बबलू की मर्डर में उसके साथ जेल में बंद कैदी राहुल भी शामिल था। क्रिमिनल बबलू दुबे साल 2014 में नेपाल से भारत में प्रवेश करने के दौरान आदापुर में पकड़ा गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही उसकी मर्डर की साजिश रची जाने लगी थी। आखिर में कुणाल और उसके साथियों ने बबलू को बेरहमी से मार दिया। तभी से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। एसपी कांतेश कुमार मिश्र को मिली गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार को उसे उसके घर से दबोचा गया।

कुंवरपुर के मुखिया और उनके बेटे की किया था मर्डर
कुणाल ने बबलू की मर्डर से पहले मई, 2015 में चकिया प्रखंड की कुंवरपुर पंचायत के मुखिया वीरेंद्र ठाकुर की मर्डर कर दी थी। इसके बाद 16 जनवरी 2017 को मुखिया वीरेंद्र के बेटे राजकुमार को भी मार डाला था। वहीं मोतिहारी शहर में कांग्रेस नेता मुनमुन जायसवाल के पुत्र छोटू जायसवाल की मर्डर में भी कुणाल शामिल था।

धमकाकर मांगता था रंगदारी, पैसे नहीं मिलने पर करता था हमला

लगातार चार लोगों की मर्डर करने के बाद कुणाल जिले के बड़े लोगों को रंगदारी के लिए धमकी देने लगा। उसने 11 मई, 2017 को छतौनी के छोटा बरियारपुर निवासी सीमेंट-छड़ का व्यवसाय करने वाले हरिशंकर सिंह से दस लाख की रंगदारी मांगी। तीन जुलाई, 2017 को रक्सौल के लक्ष्मीपुर स्थित कैंब्रिज पब्लिक स्कूल के संचालक सतीश गिरी से रंगदारी मांगी। नहीं देने पर स्कूल पर ही एके-47 से फायरिंग कर तीन लोगों को जख्मी कर दिया था। इसके बाद 26 जुलाई, 2017 को डॉ.टीपी सिंह से दस लाख की रंगदारी की मांग की। 30 जुलाई 2017 छतौनी पुलिस स्टेशन एरिया के भवानीपुर जिरात निवासी डॉ. चंद्रांशु से पांच लाख की रंगदारी मांगी।
कुणाल गैंग के कई क्रिमिनलों को भी पुलिस ने दबोचा
रंगदारी मांगने व अन्य आपराधिक घटनाओं को लगातार अंजाम देने के चलते पुलिस लगातार कुणाल सिंह गैंग के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी। पुलिस ने 21 जुलाई, 2017 को गैंग के एक्टिव क्रिमिनल बंगरी गांव निवासी वकील सिंह उर्फ छोटन सिंह एक देसी पिस्टल व तीन कारतूस के साथ दबोचा गया। वह रक्सौल के स्कूल में हुई फायरिंग में शामिल था। इस कड़ी में 9 अगस्त, 2017 को चकिया पुलिस ने कुणाल सिंह के शागिर्द राजतिलक को एक देसी पिस्टल व कारतूस के साथ धर दबोचा। वहीं 27 अगस्त, 2017 बेतिया कोर्ट कैंपस में हुई बबलू दुबे की हत्या में शामिल राणा रतन सिंह भी पकड़ लिया गया।