बिहारः इलिगल बालू माइनिंग में हटाये गये चार SDPO पर departmental proceedings शुरू
बालू के इलिगल माइनिंग को संरक्षण देने के के आरोप में सस्पेंड किये गये चार डीएसपी (एसडीपीओ) पर departmental proceedings शुरू हो गई है। होम डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी कर 15 दिनों के भीतर संबंधित अफसरों से जवाब मांगा है।
- जबाव के लिए 15 दिन की मिली मोहलत
पटना। बालू के इलिगल माइनिंग को संरक्षण देने के के आरोप में सस्पेंड किये गये चार डीएसपी (एसडीपीओ) पर departmental proceedings शुरू हो गई है। होम डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी कर 15 दिनों के भीतर संबंधित अफसरों से जवाब मांगा है।
जारी आदेश में अफसरों पर कर्तव्य के प्रति उदासीनता, सरकारी आदेश की अवहेलना और सरकारी सेवक के रूप में राज्य के सुरक्षा हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले क्रियाकलाप में शामिल होने जैसे गंभीर आरोप लगाये गये हैं। आरोपी अफसरों में पाली के तत्कालीन एसडीपीओ तनवीर अहमद, डिहरी के तत्कालीन एसडीपीओ संजय कुमार, भोजपुर के तत्कालीन एसडीपीओ पंकज कुमार रावत और औरंगाबाद के तत्कालीन एसडीपीओ अनूप कुमार शामिल हैं।
अफसरों से बचाव में मांगे गये एवीडेंस
होम डिपार्टमेंट ने जारी से उन एवीडेंस की सूची भी मांगी है जिन्हें वह अपने पक्ष में प्रस्तुत करना चाहते हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि अफसर जिन आरोपों को स्वीकार करेंगे, उस संबंध में जवाब-तलब नहीं किया जायेगा। केवल उन्हीं आरोपों पर जवाब देना होगा जिन आरोपों को वे अस्वीकार करेंगे। उल्लेखनीय कि आर्थिक अपराध इकाई की जांच रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने दो एसपी, चार एसडीपीओ समेत 41 पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को सस्पेंड कर दिया था। अब बारी-बारी से उनके विरुद्ध departmental proceedings की जा रही है। इन अफसरों की संपत्ति की जांच भी आर्थिक अपराध इकाई कर रही है।
एसडीओ के ठिकाने पर हुई थी रेड
बालू के इलगल माइनिंग मामले में ही हटाये गये डिहरी के एसडीओ सुनील कुमार सिंह के पटना, गाजीपुर, लखनऊ सहित कई ठिकानों पर रेड की जा चुकी है। आर्थिक अपराध इकाई की द्वारा कागजातों की जांच के बाद लगभग सवा करोड़ की आय से अधिक संपत्ति का मामला बन रहा है। जल्द ही इस मामले में एसडीओ व उनकी पत्नी से भी पूछताछ हो सकती है।