बिहार: BJP में भूमिहारों की अनदेखी, लोकसभा, विधानसभा के बाद MLC चुनाव में भी हुई उपेक्षा

बिहार बीजेपी में भूमिहारों की उपेक्षा का आरोप लग रहा है। 2019 की लोकसभा व 2020 की विधानसभा चुनाव की स्थानीय निकाय कोटे के चुनाव में भी भूमिहारों की उपेक्षा की गयी। सबसे बड़ी बात है कि बीजेपी सेंट्रल कमेटी में एक भी भूमिहार जाति का पदाधिकारी नहीं है। सेंट्रल गवर्नमेंट में मात्र एक गिरिराज सिंह कैबिनेट मिनिस्टर हैं। 

बिहार: BJP में भूमिहारों की अनदेखी, लोकसभा, विधानसभा के बाद MLC चुनाव में भी हुई उपेक्षा
  • 2024 लोस चुनाव में हैसियत बतायेंगे ब्रह्मर्षि समाज
  • बीजेपी की सेंट्रल कमेटी में एक भी भूमिहार पदाधिकारी नहीं
  • विधानसभा परिषद में रजनीश को हटाकर नवल किशोर राय को बनाय गया था एनडीए का उपनेता 
  • सीटिंग सच्चिदानंद राय ने टिकट कटने पर निर्दलीय जीत बीजेपी को बतायी औकात
पटना। बिहार बीजेपी में भूमिहारों की उपेक्षा का आरोप लग रहा है। 2019 की लोकसभा व 2020 की विधानसभा चुनाव की स्थानीय निकाय कोटे के चुनाव में भी भूमिहारों की उपेक्षा की गयी। सबसे बड़ी बात है कि बीजेपी सेंट्रल कमेटी में एक भी भूमिहार जाति का पदाधिकारी नहीं है। सेंट्रल गवर्नमेंट में मात्र एक गिरिराज सिंह कैबिनेट मिनिस्टर हैं। 
समाज के लोगों का आरोप है है कि 2019 की लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने भूमिहार की कटिहार सीट जेडीयू को दे दी थी। बीजेपी ने मात्र एक भूमिहार गिरिराज सिंह को बेगुसरायस से उतारा था जो रिकार्ड वोटे से जीते। बिहार विधान परिषद में बीजेपी के उपनेता से रजनीश कुमार को हटाकर आरजेडी से आये नवल किशोर राय को बैठाया गया। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी कम टिकट दिये गये। बिहार गवर्नमेंट में नीतीश कैबिनेट में इस बार इस जाति बीजेपी कोटे से एक ही मिनिस्टर हैं। इस जाति के विधानसभा स्पीकर के साथ सदन में सीएम के व्यवहार जगजाहिर है। अब इन्हें भी पद से हटाने की तैयारी चल रही है। 
पार्टी से बागी बनकर जीते, सच्चिदानंद
सारण विधान परिषद चुनाव में बीजेपी के बागी उम्मीदवार सच्चिदानंद राय को निष्काषित कर दिया था। निर्दलीय कैंडिडेट चुनाव में उतरे राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि- बीजेपी से निष्कासित होने के बाद मैं बोझ मुक्त हो गया हूं। सदन में निर्विवाद तरीके से आवाज को बुलंद करूंगा। सरकार के अच्छे कामों की सराहना करूंगा तो बुरे कामों का जमकर विरोध करते हुए बुलंद तरीके से आवाज उठाऊंगा। उन्होंने कहा कि आगामी 2024 के चुनाव में क्या पार्टी को मेरी जरूरत महसूस नहीं होगी। उस वक्त पार्टी को समझूंगा और समझाऊंगा।
 2019 लोकसभा चुनाव में भी बने थे बागी
सच्चिदानंद राय अपने बगावती अंदाज के लिए हमेशा से चर्चित रहे है। विगत लोकसभा चुनाव ने बगावती रुख अख्तियार करते हुए बीजेपी के प्रति आक्रमक हो गये थे। उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में महराजगंज संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मन बना लिया था लेकिन बीजेपी के शीर्ष नेताओं द्वारा समझाये जाने पर रुख नरम करते हुए पार्टी को जमकर सपोर्ट किया। ब्रह्मर्षि समाज (भूमिहार) को अनदेखा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने बिहार में बीजेपी द्वारा भूमिहार को हासिये पर लाने की बात कही था। तब बिहार के नेताओं द्वारा मध्यस्थता कर शीर्ष नेताओं के साथ लगातार दो दिन पर मीटिंग चला था। सच्चिदानंद राय को स्पेशल चार्टर्ड विमान दिल्ली बुलाया गया था। उसी बातों को जिक्र करते हुए सचिदानन्द राय ने बताया कि दो दिनों तक हवाई जहाज में घुमाते रहे लोग।