Jharkhand : शहीद सप्ताह में पेट्रोलिंग के दौरान थानेदार बने शिक्षक, मनातू थाना प्रभारी का सराहनीय कदम
झारखंड के पलामू में नक्सलियों के शहीद सप्ताह के दौरान मनातू थाना प्रभारी ने पेट्रोलिंग के बीच स्कूल पहुंचकर बच्चों को पढ़ाया। सुरक्षा और शिक्षा दोनों का संदेश देने वाला यह अनोखा कदम चर्चा में है।

- कार्तिक उरांव प्लस टू उवि मेंथानेदार निर्मल उरांव ने केमेस्ट्री का क्लास लिया
- केमिस्ट्री को सरल और रोचक तरीके से समझाया
पलामू। झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके में नक्सलियों के शहीद सप्ताह के दौरान डर व सन्नाटा पसरा रहता है। वहीं पलामू जिले के मनातू जैसे संवेदनशील शुक्रवार को थाना प्रभारी निर्मल उरांव एक अलग सामाजिक फोटो सामने आयी है।
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पुलिस सब इंस्पेक्टर सह मनातू थाना प्रभारी निर्मल उरांव पेट्रोलिंग पर निकले थे। मनातू प्रखंड मुख्यालय स्थित कार्तिक उरांव प्लस टू उवि में स्कूली बच्चों को बाहर खेलता एवं दौड़ता देख थानेदार ने अचानक गाड़ी रोक दी। उन्हें बताया गया कि शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।थाना प्रभारी विद्यालय प्रबंधन से अनुमति ले वे खुद क्लास लेने कक्षा में चले गये।
उन्होंने केमेस्ट्री का क्लास लिया। स्टूडेंट्स को केमिकल रिएक्शन, अणु संरचना और समाधान विज्ञान से जुड़े विषयों की व्याख्या करते हुए बताया कि केमिस्ट्री को सरल और रोचक तरीके से कैसे समझा जा सकता है।मनातू प्रखंड मुख्यालय स्थित कार्तिक उरांव प्लस टू उवि में में लगभग 640 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन शिक्षकों की भारी कमी है।
भाकपा माओवादियों का 28 जुलाई से शुरू शहीद सप्ताह तीन अगस्त तक चलेगा
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों का 28 जुलाई से शुरू शहीद सप्ताह तीन अगस्त तक चलेगा। इस दौरान माओवादी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास करते हैं। इसलिए पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ा दी जाती है। मनातू कभी माओवादियों का प्रभाव वाला संवेदनशील क्षेत्र माना जाता था। यह वही स्कूल है जहां माओवादी पोस्टर चिपकाकर अक्सर फरमान जारी करते हैं। ऐसे माहौल में थाना प्रभारी द्वारा पहुंचकर पढ़ाना ने केवल शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता जताती है, बल्कि सुरक्षा के भाव को भी दिखाता है।
पुलिस सब इंस्पेक्टर निर्मल उरांव बीएड डिग्रीधारी हैं। पहले भी कई मौकों पर स्कूलों में पढ़ाते देखे गये हैं। वे पिछले डेढ़ साल से मनातू थाना प्रभारी के रूप में काम कर रहे हैं। नक्सल विरोधी अभियानों के साथ-साथ सामाजिक पुलिसिंग के लिए भी चर्चित हैं।