Jharkhand : नौकरी के नाम पर अमेरिका भेजने का झांसा, डंकी रूट से करोड़ों की ठगी, हजारीबाग पुलिस ने किया खुलासा  

हजारीबाग पुलिस ने अमेरिका भेजने के नाम पर डंकी रूट का इस्तेमाल कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जानिए कैसे बेरोजगार युवाओं को बनाया गया शिकार।

Jharkhand : नौकरी के नाम पर अमेरिका भेजने का झांसा, डंकी रूट से करोड़ों की ठगी, हजारीबाग पुलिस ने किया खुलासा   
पुलिस गिरफ्त में ठगी के आरोपी।
  • पुलिस ने पांच आरोपी को किया अरेस्ट
  • इंटरनेशनल गैंग का खुलासा 

हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग पुलिस ने विदेश में नौकरी और बेहतर भविष्य का सपना देख रहे युवाओं को अमेरिका भेजने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले एक इंटर स्टेट गैंग का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने अमेरिकी नागरिक उदय कुमार कुशवाहा समेत पांच लोगों को अरेस्ट किया है।  गया है। यह गैंग युवाओं को "डंकी रूट" के माध्यम से युवाओं को अवैध रूप से अमेरिका भेजने में संलिप्त था।
यह भी पढ़ें: Ramdas Soren: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की हालत नाज़ुक, अपोलो दिल्ली में इलाज जारी
हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि टाटी झरिया के भराजो निवासी सोनू कुमार टाटी झरिया पुलिस स्टेशन के कांड संख्या 32/25 के तहत एफआइआर दर्ज करायी। सोनू ने पुलिस कंपलेन में बताया कि उदय कुशवाहा ने अमेरिका में नौकरी दिलाने का झांसा देकर वर्ष 2024 में उसे तथा दो अन्य युवकों विकाश कुमार (दर्शन प्रसाद का बेटा) और पिंटू कुमार (निवासी जरगा) को मोटी रकम लेकर अपने गैंग के माध्यम से दिल्ली से ब्राजील के लिए फ्लाइट में बैठा दिया।वहां से उन्हें डंकी रूट से चोरी-छिपे कई देशों से होते हुए मैक्सिको तक पहुंचाया गया । अंततः अमेरिका के सैन डिएगो बॉर्डर पर अमेरिकी बोर्डर पुलिस ने सभी को अरेस्ट कर लिया।
बाप ने बेटा को बचाने के लिए बेची दी जमीन
किसी तरह अमेरिका से जान बचाकर भारत पहुंचे सोनू ने बताया कि अमेरिका में इंट्री दिलाने के नाम पर उदय कुशवाहा ने पिता से लगभग 45 लाख रुपये वसूली किया। यह राशि उन्होंने अपनी पैतृक जमीन बेचकर चुकाया। पैसा उदय के सहयोगियों चोहान प्रसाद, शंकर प्रसाद, लालमोहन प्रसाद और दर्शन प्रसाद को दी गयी थी। बताया कि ब्राजील में गैंग के लोग उसे बंधक बनाकर रख लिया था। इसके बाद पैसा भेजने की बात कही। किसी तरह पैसे दिये तो फिर विभिन्न देश होकर जैसे ही अमेरिका बॉर्डर पहुंचा अमेरिका में अरेस्ट हो गया।
उन्होंने बताया कि अमेरिका में चार महीने तक अमेरिकी डिटेंशन सेंटर में बंद रहा। मार्च 2025 में भारत डिपोर्ट कर दिया गया। वापस आने पर जब उसने अपना पैसा मांगने का प्रयास किया, तो उसे उदय कुशवाहा और चोहान प्रसाद ने मारपीट कर धमकी दिया। इसके बाद सोनू ने डर के मारे टाटीझरिया पुलिस स्टेशन में लिखित कंपलेन दी। इसके बाद फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। सोनू ने बताया कि एक दर्जन से अधिक लोगों को ये लोग फर्जी तरीके से अमेरिका भेज चुके हैं।
पुलिस गिरफ्त में गैंग के मेंबर
उदय कुमार कुशवाहा – मुख्य सरगना, वर्तमान में अमेरिकी नागरिक

दर्शन प्रसाद – बुध बाजार निवासी

लालमोहन प्रसाद – केसडा निवासी

चोहान प्रसाद – उदय का भाई, भराजो निवासी

शंकर प्रसाद – उदय का साला, मेरु निवासी

बरामद सामान और दस्तावेज

मोबाइल फोन जिनमें पीड़ित के साथ बातचीत के सबूत

बैंक डिपॉजिट की रसीदें

एक नोटबुक जिसमें डंकी से भेजे गये लोगों की लिस्ट और राशि का हिसाब

व्हाट्सएप चैट और ट्रांजेक्शन के स्क्रीनशॉट

पहले भी अमेरिका भेजे गये थे कई युवक
पुलिस जांच में सामने आया है कि उदय कुशवाहा और उसके गिरोह ने 2013 से 2022 तक कम से कम 12 युवकों को इसी तरह डंकी रूट से अमेरिका भेजा है। इनमें दिगंबर कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, नंदू कुमार, पप्पू कुमार, चंदन कुमार, संभु दयाल, पृथिवी राज उर्फ सोनू, संजय वर्मा, सुमन सौरभ, प्रवीण कुमार, अरुण कुमार और धीरज कुमार शामिल हैं। एसपी ने बताया कि यह एक संगठित अंइंटरनेशनल मानव तस्करी रैकेट है, जो अमेरिका में बसे आरोपियों के सहयोग से वर्षों से एक्टिव था। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।जल्द ही इस नेटवर्क की पूरी जड़ पुलिस पहुंच जायेगी।