- ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली में पीएम व शाह से मिले
- सिंधिया आज या कल बीजेपी ज्वाइन करेंगे
- राज्यसभा सदस्य बनकर सेंट्रल कैबिनेट में होंगे शामिल
- बीजेपी ने अपने सभी एमएलए के दिल्ली भेजा
- कांग्रेस एमएलए जयपुर पहुंचाये गये
- नाराज एमएलए को मनाने बेंगलुरु पहुंचे कांग्रेस लीडर
नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के पोलिटिकल क्राइसिस में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। एक्स ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। सिंधिया समर्थक 19 एम एमएलए के साथ तीन और एमएलए यानी 22 एमएलए ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बताया जाता है कि आधा दर्जन और कांग्रेस एमएलए सदस्यता छोड़ सकते हैं। सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की चिट्ठी ट्वीट कर दी। हालांकि, ये चिट्ठी नौ मार्च को ही लिख ली गई थी। इधर कांग्रेस ने सिंधिया को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। सिंधिया ने नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी व अमित शाह से मुलाकात की है। कहा जा रहा है कि बुधवार को सिंधिया बीजेपी ज्वाइन करेंगे। बीजेपी सिंधिया को एमपी से राज्यसभा कैंडिडेट बनायेगी। उन्हें सेंट्रल कैबिनेट में भी शामिल किया जा सकता है।CM कमलनाथ बोले- पूरा करूंगा कार्यकाल, क्या BJP को भी सता रहा विधायकों के टूटने का खतरा? कमलनाथ ने मंगलवार शाम मीडिया से बातचीत में कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, हम बहुमत साबित करेंगे। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। जिन लोगों को इन लोगों ने कैद करके रखा है वे मेरे संपर्क में हैं।
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बीजेपी एमएलए दिल्ली रवाना।[/caption]
बीजेपी के अपने सभी एमएलए को मंगलवार की देर रात भोपाल से दिल्ली ले गयी है। दिल्ली से सभी को गुड़गांव में शिफ्ट किये जाने की बात कही जा रही है। कांग्रेस ने अपने एमएलए को बुधवार की तड़के जयपुर पहुंचा दिया है।

एमपी के एक्स सीएम व बीजेपी लीडर शिवराज सिंह चौहान मीडिया के सामने आये तो उनके साथ कांग्रेस एमएलए बिसाहूलाल सिंह भी मौजूद थे। बिसाहूलाल ने भी कांग्रेस से इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ज्यादातर कांग्रेस एमएलए बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। शिवराज ने दावा किया कि कांग्रेस एमएलए एंदल सिंह कंसाना ने भी विधानसभा सदस्यता छोड़ दी है। वह भी भाजपा में आने वाले हैं।। इसके बाद कंसाना और मनोज चौधरी के इस्तीफे हो गये।इस तरह कांग्रेस के 22 एमएलए ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
नई दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ मिनटों के लिए मीडिया से बातचीत की। मीडिया के सवालों की बौछारों के बीच सिंधिया कहा कि मुझे जो कहना था, इस्तीफे में कह दिया है। हैप्पी होली। वह कार ड्राइव करते हुए निकल गये। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पिता माधव राव सिंधिया के वर्ष 2001 में निधन के बाद कांग्रेस में शामिल हुए थे।
दिल्ली से भोपाल तक चलता रहा बैठकों का दौर
ज्योतिरादित्य सिंधिया पीएम नरेंद्र मोदी से मिले। सिंधिया इससे पहले अमित शाह से मिलने दिल्ली के गुजरात भवन पहुंचे थे। गुजरात भवन से सिंधिया व शाह दोनों 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम के आवास पर पहुंचे। पीएम आवास पर लगभग एक घंटे बैठक चली। पीएम से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
सोनिया के आवास पर बैठक
सिंधिया के मोदी से मिलने की खबरों के बीच कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने दिल्ली में अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई। मध्यप्रदेश कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट रामनिवास रावत ने दावा किया कि सोमवार रात को ही सिंधिया की सोनिया से मुलाकात हो चुकी थी।
कमलनाथ ने की बैठक
सीएम कमलनाथ के आवास भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। कांग्रेस ने दावा किया कि इस बैठक में 94 विधायकों ने हिस्सा लिया। इनमें 90 कांग्रेस और 4 निर्दलीय विधायक थे। पार्टी प्रवक्ता शोभा ओझा ने दावा किया कि पार्टी विधानसभा में बहुमत साबित करने की स्थिति में है। सीएम कमलनाथ ने कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक के बाद कहा कि हमारे पास बहुमत का आंकड़ा है, जिसे हम साबित कर सकते हैं। सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
सिंधिया ने इस्तीफे में लिखा- कांग्रेस में रहकर काम नहीं कर पाऊंगा

मंगलवार दिन के 12 बजे सिंधिया ने इस्तीफे की चिट्ठी ट्वीट की। चिट्ठी सोमवार 9 मार्च की लिखी हुई है।

‘‘डियर मिसेज गांधी, मैं पिछले 18 वर्षों से कांग्रेस पार्टी का प्राथमिक सदस्य हूं। अब वक्त हो गया कि मुझे नई शुरुआत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आप जानती हैं, यह वह रास्ता है, जो पिछले वर्ष खुद बनना शुरू हो गया था। हालांकि, जन सेवा का मेरा लक्ष्य उसी तरह का बना रहेगा, जो शुरुआत से ही हमेशा रहा है, मैं अपने प्रदेश और देश के लोगों की उसी तरह से सेवा करता रहूंगा। मुझे लगता है कि मैं आगे यह काम इस पार्टी (कांग्रेस) में रहकर करने में सक्षम नहीं हूं। अपने लोगों और अपने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को प्रदर्शित करने और उसे जाहिर करने के लिए, मुझे लगता है कि यह सबसे अच्छा होगा कि मैं आगे की ओर देखूं और एक नई शुरुआत करूं। मुझे देश सेवा के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए मैं आपको बहुत धन्यवाद देता हूं और आपके माध्यम से कांग्रेस पार्टी के मेरे साथियों को भी धन्यवाद देता हूं।’’
- सादर, आपका ज्योतिरादित्य सिंधिया
अब विपक्ष में बैठने की तैयारी करें कांग्रेस:लक्ष्मण सिंह
सीएम हाउस पहुंचे दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अब हमें विपक्ष में बैठने की तैयारी करना चाहिए। कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले मंत्री उमंग सिंघार ने कहा- ‘मध्यप्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं और पार्टी से जाने का विचार कर रहे विधायकों से आग्रह है कि व्यक्तिगत हित से ऊपर उठकर पार्टी हित में सोचें। यह सरकार प्रदेश के कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनी है। उनकी भावनाओं को सर्वोपरि रखते हुए निर्णय लें, नहीं तो युवा पीढ़ी कभी हमें माफ नहीं करेगी।
कमलनाथ ने सिंधिया समर्थक 6 मंत्रियों को बर्खास्त किया
ज्योतिरादित्य सिंधिया और बेंगलुरु में मौजूद 22 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल लाल जी टंडन से इस्तीफा देने वाले 22 में छह मंत्रियों को पद से हटाने की सिफारिश की है। देवास के हाटपिपलिया से विधायक मनोज चौधरी ने भी इस्तीफा दिया, इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या 22 हुई। इसमें मंत्री इमरती देवी, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया,प्रद्युम्न सिंह तोमर और डॉ. प्रभुराम चौधरी शामिल हैं।
सिंधिया कल ले सकते हैं भाजपा की सदस्यता, पूछने पर कहा- हैप्पी होली

ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंगलवार शाम भाजपा में शामिल होने की खबर आई थी लेतिन वह अब बुधवार को बीजेपी में शामिल होंगे। यह भी खबर है कि सिंधिया 12-13 मार्च को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।बताया जा रहा है कि सिंधिया बुधवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगे। इसके बाद सिंधिया दिल्ली से ग्वालियर जाएंगे इसके बाद 12-13 मार्च को भोपाल पहुचेंगे।ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद सिंधिया सीधे अपने आवास पहुंच गए। सिंधिया के आवास पर पहले से मौजूद मीडियाकर्मियों ने जब उनसे भाजपा में शामिल होने का प्रश्न पूछा तो सिंधिया ने हैप्पी होली बोलकर चले गये।
दैनिक जागरण के सहयोगी अखबार नई दुनिया के अनुसार इन विधायकों ने विधानसभा
शिवराज सिंह चौहान से मिले एसपी-बीएसपी एमएलए
एसपी एमएलए राजेश शुक्ला और बीएसपी एमएलए संजीव कुशवाहा एक्स सीएम शिवराज सिंह चौहान के आवास उनसे मुलाकात की। दोनों ने कहा कि वे अभी होली के अवसर पर मिलने आए हैं। इसमें कोई राजनीति नहीं है।
बीजेपी लीडर भूपेंद्र सिंह ने स्पीकर को कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे सौंपे

भोपाल में बीजेपी लीडर भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मैं बेंगलुरु से 19 विधायकों का इस्तीफा लेकर आया हूं, शाम तक यह संख्या 30 तक पहुंच सकती है।कई नेता भाजपा जॉइन करना चाहते हैं। इसके बाद भाजपा नेता ने कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे लेकर स्पीकर के आवास पर पहुंचे। भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह ने स्पीकर को कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे सौंपे। इस मौके पर स्पीकर ने कहा कि जो स्थापित नियम हैं मैं उसके अनुसार इस पर कार्रवाई करूंगा।
मध्य प्रदेश में हमारी सरकार नहीं बच पायेगी- अधीर रंजन चौधरी
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इसे लेकर कहा कि इससे हमारी पार्टी को नुकसान होगा। मुझे नहीं लगता कि मध्य प्रदेश में हमारी सरकार बच पायेगी। यही भाजपा की वर्तमान राजनीति है। वह विपक्षी सरकार को गिराने और अस्थिर करने में लगी रहती है।
दिग्विजय सिंह का भाजपा पर आरोप
दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाया कि कथित तौर पर जिस विमान से कांग्रेस के विधायक बेंगलुरु पहुंचे उसकी व्यवस्था भाजपा ने की थी। यह मध्य प्रदेश के लोगों के जनादेश को उलटने की साजिश का हिस्सा है। कमलनाथ ने माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की है। इससे डरकर भाजपा ऐसा कर रही है।
विवाद का कारण
बताया जाता है कि एमपी सीएम कमलनाथ और एक्स सीएम दिग्विजय सिंह ने सोनिया से सिंधिया की शिकायत की थी। सिंधिया भी हाईकमान के सामने अपनी बात रखने के लिए दो दिनों से सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांग रहे थे। उन्हें मुलाकात का मौका नहीं मिला। सिंधिया को रविवार को ही इस बात का आभास हो गया कि उन्हें राज्यसभा का टिकट मिलना मुश्किल हो सकता है। रात भर चली सियासत के बाद अंतत: सिंधिया ने कांग्रेस से दूरी बनाने के लिए अपने समर्थकों को दिल्ली तलब कर लिया।सोमवार सुबह होते-होते सारे समर्थक दिल्ली में एकत्र हो गए और शाम को सभी ने चार्टर्ड फ्लाइट से बेंगलुरु के लिए उड़ान भर दी।
राज्य की दलीय स्थिति
मप्र विस की कुल सीटें-230-दो सीटें रिक्त, प्रभावी संख्या 228-अभी बहुमत का आंकड़ा 115। सत्तापक्ष- कांग्रेस 114,निर्दलीय- 04,बसपा- 02, सपा-01।(इन्हें मिलाकर कांग्रेस के पास 121 विधायक थे।)। 22 एमएलए के इस्तीफा देने पर विधानसभा में कुल एमलए की संख्या 206, बहुमत के लिए 104 सीटें। बीजेपी के पास 107 एमएलए। निर्दलीय, एसपी व बीएसपी एमएलए भी बीजेपी के साथ।
सीएम की बैठक में सिर्फ 88 एमएलए पहुंचे, कांग्रेस ने कहा- मास्टरस्ट्रोक अभी बाकी

कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में कांग्रेस के महज 88 विधायकों ने हिस्सा लिया है। यानी कांग्रेस के चार और विधायक गायब हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुल 92 विधायक पहुंचे हैं, जिनमें 4 निर्दलीय हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के कुल 114 विधायक थे, जिनमें से 22 ने खुले तौर पर अपने इस्तीफे दे दिए हैं।जबकि अब चार और विधायक गायब हैं। यानी कुल 26 विधायक कांग्रेस से छिटकते नजर आ रहे हैं।सीएम हाउस में कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म होने पर शोभा ओझा और पीसी शर्मा ने कहा कि सभी विधायक कमलनाथ जी के संपर्क में हैं। हमारे पास संख्याबल मौजूद है। बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जो 22 विधायक गये हैं उन्हें कहा गया था कि राज्यसभा में संख्याबल के लिए ले जाया जा रहा है, उन्हें धोखा देकर साइन कराया गया है।कांग्रेस का दावा है कि सीएम कमलनाथ का मास्टरस्ट्रोक आना अभी बाकी है। हालांकि कांग्रेस यह बताने को तैयार नहीं है कि वह कौन का मास्टरस्ट्रोक होगा, जिसके चलते वह सूबे में अपनी सरकार बचाने में कामयाब हो पायेगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमान का ट्वीट- मुझे अपने पिता पर गर्व

ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमान का ट्वीट, मुझे अपने पिता पर गर्व है कि उन्होंने अपने लिए स्टैंड लिया। एक विरासत छोड़ने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है। इतिहास खुद बताता है कि मेरा परिवार कभी सत्ता का भूखा नहीं रहा। वादे के मुताबिक हम भारत और मध्यप्रदेश में प्रभावी बदलाव लायेंगे।
ज्योतिरादित्य की घर वापसी पर बुआ यशोधरा खुश, कहा- मिटा फासला, गढ़ेंगे नया देश

ज्योतिरादित्य सिंधिया के होम मिनिस्टर अमित शाह के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में ज्वाइन करने की प्लानिंग का 'परिवार' की तरफ से स्वागत हुआ है। ज्योतिरादित्य की बुआ यशोधरा ने कहा है कि अब हर फासला मिट गया, साथ मिलकर नया देश गढ़ेंगे।यशोधराराजे सिंधिया ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं और ज्योतिरादित्य को बधाई देती हूं। यह उनकी 'घर वापसी' है। उनके पिता माधवराव सिंधिया ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनसंघ से की थी। ज्योतिरादित्य को कांग्रेस में उपेक्षित किया जा रहा था।राजमाता के रक्त ने लिया राष्ट्रहित में फैसला साथ चलेंगे,नया देश गढ़ेंगे,अब मिट गया हर फासला।@JM_Scindia द्वारा कांग्रेस छोड़ने के साहसिक कदम का मैं आत्मीय स्वागत करती हूँ।इससे पहले यशोधरा ने ट्वीट कर कहा, 'राजमाता के रक्त ने लिया राष्ट्रहित में फैसला साथ चलेंगे। नया देश गढ़ेंगे, अब मिट गया हर फासला। ज्योतिरादित्य द्वारा कांग्रेस छोड़ने के साहसिक कदम का मैं आत्मीय स्वागत करती हूं।'ज्योतिरादित्य की बुआ और राजमाता विजयाराजे सिंधिया की बेटी यशोधरा 1977 में अमेरिका चली गईं। उनके तीन बच्चे हैं लेकिन राजनीति में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। 1994 में जब यशोधरा भारत लौटीं तो उन्होंने मां की इच्छा के मुताबिक, बीजेपी जॉइन की और 1998 में बीजेपी के ही टिकट पर चुनाव लड़ा। पांच बार विधायक रह चुकी यशोधरा राजे सिंधिया शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं।
बड़ौदा राजपरिवार ने सिंधिया को लाया बीजेपी के करीब
कांग्रेस में दरकिनार किए जाने के बाद एक्स सेंट्रल मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया के ससुराल पक्ष से बड़ौदा राजपरिवार की महारानी राजमाता शुभांगिनी देवी गायकवाड ने उनके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मध्यस्थता कराने में अहम भूमिका निभाई है