झारखंड: 12 आईपीएस जायेंगे मिड टर्म ट्रेनिंग में, रांची से ही होगी ऑनलाइन ट्रेनिंग, दर्जन भर जिले के एसपी के ट्रांफसर की चर्चा

झारखंड के 12 आइपीएस मिड टर्म करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होंगे। नेशन पुलिस एकेडमी हैदराबाद में आयोजित होने वाला यह ट्रेनिंग इस बार रांच में ही ऑनलाइन आयोजित होगा। 16 जून से नौ जुलाई तक आयोजित ट्रेनिंग के लिए आईपीएस को 14 जून को इन्वेस्टिंग ट्रेनिंग स्कूल में रांची में ज्वाइन करने को कहा गया है। 

झारखंड: 12 आईपीएस जायेंगे मिड टर्म ट्रेनिंग में, रांची से ही होगी ऑनलाइन ट्रेनिंग, दर्जन भर जिले के एसपी के ट्रांफसर की चर्चा
  • 2008 बैच के पांचों आईपीएस बनाये जा सकते हैं प्रभारी डीआइजी
  • नक्सल जिले में नये बैच के अफसरों की तैनाती की तैयारी

रांची। झारखंड के 12 आइपीएस मिड टर्म करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होंगे। नेशन पुलिस एकेडमी हैदराबाद में आयोजित होने वाला यह ट्रेनिंग इस बार रांची में ही ऑनलाइन आयोजित होगा। 16 जून से नौ जुलाई तक आयोजित ट्रेनिंग के लिए आईपीएस को 14 जून को इन्वेस्टिंग ट्रेनिंग स्कूल रांची में ज्वाइन करने को कहा गया है। 
जमशेदपुर व रांची एसएसपी समेत नौ एसपी लेगें ट्रेनिंग में भाग
सोर्सेज के अनुसार जमशेदपुर एसएसपी एम तमिलवानन, रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, पालमू एसपी संजीव कुमार, देवघर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा, बोकारो एसपी चंदन कुमार झा, रांची के रुरल एसपी मो नौशाद आलम, सरायकेला एसपी मो अर्शी,लातेहार एसपी प्रशांत आनंद, गुमला एसपी एचपी जर्नादनन, सीआइडी एसपी अंजनी झा, स्पेशल ब्रांच के एसपी शिवानी तिवारी,जैप-6 कमांडेंट अंशुमान कुमार को उक्त ट्रेनिंग में हिस्सा लेना है। 
पांच एसपी बनेंगे प्रभारी डीआईजी, दो दर्जन आइपीएस होंगे ट्रांसफर
2008 बैच के आइपीएस अफसर जैंप वन के कमांडेंट अनीश गुप्ता, जमशेदपुर एसएसपी तमिल वानन,चाईबासा एसपी अजय लिंडा, सिमडेगा एसपी शम्स तबरेज व जामताड़ा एसपी दीपक कुमार सिन्हा को प्रभारी डीआईजी (परफॉर्मा प्रमोशन) बनाया सकता है। इन्हें खाली पड़े पुलिस हेडक्वार्टर आद डीआईजी की जगह पर पोस्टिंग की जा सकती है।इसके साथ ही दर्जन भर जिलों के पुलिस कप्तान समेत लगभग दो दर्जन आइपीएस के ट्रांसफर की चर्चा है।
ट्रेनिंग में जाने वाली एसपी की जगह की जा सकती है पोस्टिंग
बताया जाता है कि ट्रेनिंग प्रोग्राम में जाने वाले अधिकांश एसपी की जगह नये अफसरों की पोस्टिंग की जा सकती है। 2015-1016 बैच के आइपीएस अफसरों को स्वतंत्र जिला का कमान दिया जा सकता है। इनमें जमशेदपुर के सिटी एसपी सुभाष जाट, धनबाद सिटी एसपी आर रामकुमार, कुसुम पुनिया, रांची सिटी एसपी सौरभ, एटीएस एसपी अंजनी अंजन के नाम हो सकते हैं। वोटिंग फॉर पोस्टिंग चल रही 2013 बैंच की निधि द्विवेदी को भी एडजस्ट कया जा सकता है। जैंप थ्री के कमाडेंट आलोक प्रियदर्शी, गवर्नर के एडीसी मनोज रतन चौथे,आइआरबी कमांडेंट संजय रंजन सिंह, शैलेंद्र वर्णवाल, पीटीसी से किशोर कौशल को भी महत्वपूर्ण जिलों की कमान मिलने चर्चा है।  
डीआईजी सह धनबाद एसएसपी असीम विक्रांत मिंज, डीआईजी शैलेंद्र सिन्हा व नरेंद्र सिंह भी रेंज में भेजे जा सकते हैं। एक रेंज के डीआईजी को हटाकर हेडक्वार्टर लाया जा सकता है। 2017 बैच के आइपीएस एएसपी हटिया, चकरधरपुर, सरायकेला, रांची सीसीआर एसपी को जिले में सिटी व रुरल एसपी बनाया जा सकता है। धनबाद व जमशेदपुर रुरल एसपी  तथा धनबाद रेल एसपी का पोस्ट एक साल से खाली है। देवघर में भी एसएसपी व व दो एसपी की पोस्टिंग की चर्चा है।   
बीजेपी शासनकाल में विवाद में रहे आइपीएस चोथे को लेकर गवर्नमेंट अलर्ट!
आइपीएस मनोज रतन चौथे की जिले में पोस्टिंग करने को लेकर  हां-ना चल रही है। बताया जाता है कि बीजेपी के कार्यकाल में धनबाद एसएसपी रहने के दौरान उनके खिलाफ जिले के एक बड़े कारोबारी ने गंभीर आरोप लगाया था। कारोबारी ने लिखित रुप से स्टेट गवर्नमेंट व पीएमओ तक कंपलेन कर रखी है। श्री चौथे को बीजेपी गवर्नमेंट के कार्यकाल में फेमस रहे एक पावरफुल विवादास्पद एडीजी का करीबी बताया जाता रहा है। धनबाद में श्री चौथे के एसएसपी कार्यकाल में इलिगल कोल कारोबार का मामला पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंचा था। मीडिया में मामला प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद मामले की जांच सीआइडी से करायी गयी। हालांकि बाद में श्री चौथे की पोस्टिंग सीआइडी में हो गयी। आरोप है कि उस समय उनके करीबी एडीजी सीआइडी चीफ थे। इस मामले में उन्हें क्लीन चीट भी मिल गयी। आरोप है कि श्री चोथे के कार्यकाल में ही सीआईडी में सरायकेला के एक थानेदार को जानवर कारोबारी बताकर फोन टेपिंग का मामला भी हुआ था। हलांकि उनका सीधा इन्वॉलमेंट नहीं होने की बात कही जा रही है। हालांकि कि मामले की गहराई से जांच होने पर कई नयी बातें सामने आ सकती है। किसी संगठन की ओर से इस मामले को हाईकोर्ट में भी ले जाने की तैयारी है। 
आईजी, डीआइजी व एसपी के कई पोस्ट खाली
हजारीबाग और बोकारो में डीआईजी नहीं है। धनबाद में रेल एसपी, धनबाद-जमशेदपुर में रुरल एसपी की कुर्सी लगभग एक साल से खाली पड़ी है। बोकारो, हजारीबाग में डीआईजी के पद पिछले तीन-चार माह से खाली चल रहे। हालांकि धनबाद व जमशेदपुर में सिटी एसपी की रूरल एसपी का अतिरिक्त प्रभार में हैं। धनबाद रेल एसपी का प्रभार भी यहां के सिटी एसपी को दिया गया है। एडीजी झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन, आईजी ट्रेनिंग समेत कई महत्वपूर्ण पद खाली हैं। डीआईजी जैप, डीआईजी एससीआरबी व डीआईजी वायरलेस का पोस्ट भी खाली चल रहे हैं। डीआईजी स्पेशल ब्रांच, डीआईजी एसीबी, एडीजी ऑपरेशन, आईजी दुमका, आईजी रांची, आईजी जैप, आईजी एसटीएफ के पोस्ट प्रभार में चल रहे हैं।