नई दिल्ली:अरूण जेटली पंचतत्व में विलीन, निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

  • बारिश और नम आंखे के बीच जेटली को अंतिम विदाई दी गई
  • बेटे रोहन जेटली ने दी मुखाग्नि
नई दिल्ली: सीनीयर बीजेपी लीडर व एक्स सेंट्रल मिनिस्टर अरुण जेटली का रविवार को निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.बारिश और नम आंखे के बीच जेटली को अंतिम विदाई दी गई.अरुण जेटली को बेटे रोहन ने मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार के समय निगम बोध घाट पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,गृह मंत्री अमित शाह नितिन गडकरी, लाल कृष्ण आडवाणी,पीयूष गोयल,जेपी नड्डा समेत कई सेंट्रल मिनिस्टर, कई स्टेट के सीएम, एक्स सीएम.बीजेपी,कांग्रेस समेत अन्य दलों के लीडर जेटली को अंतिम विदाई देने के लिए मौजूद थे. जेटली के मुखाग्नि से पहले जोरदार बारिश होने लगी.जेटली के पार्थिव शरीर को दक्षिणी दिल्ली के कैलाश कॉलोनी स्थित उनके आवास से बीजेपी हेडक्वार्टर अंतिम दर्शन के लिए लाया गया.बीजेपी हेडक्वार्टर से अंतिम संस्कार के लिए निगम बोध घाट तक फूलों से सजी तोप गाड़ी में ले जाया गया.जब तक सूरज चांद रहेगा जेटली तेरा नाम रहेगा' ‘जेटली जी अमर रहें’ जैसे नारों से दिल्ली गूंज रहा था.66 वर्षीय जेटली का शनिवार को दिल्ली स्थित एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया था. जेटली को नौ अगस्त को एम्स में एडमिट कराया गया था. लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, योग गुरु बाबा रामदेव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावडेकर, रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्धन, रविशंकर प्रसाद, जितेंद्र सिंह, रामविलास पासवान, रामदास अठावले, संजीव बालियान व अनुराग ठाकुर,महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस, कर्नाटक के सीएम वाईएस येदियुरप्पा, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत, झारखंड के सीएम रघुबर दास, बिहार के सीएम नीतीश कुमार,दिल्ली के सीएम आरएलडी प्रसिडेंट अजीत सिंह, टीडीपी लीडर चंद्राबाबू नायडू समेत अन्य लोग जेटली के अंतिम विदाई में पहुंचे थे. होम मिनिस्टर अमित शाह, डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, हर्षवर्द्धन, बीजेपी शासित राज्यों के सीएम, सेंट्रल मिनिस्टर व पार्टी लीडरों ने ने बीजेपी मुख्यालय पहुंच अरूण जेटली के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.एनसीपी लीडर मजीद मेनन ने कहा कि जेटली उन बहुत कम नेताओं में से थे, जिनकी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दक्षता है. वास्तव में वह भाजपा के लिए एक अमूल्य संपत्ति थे.शून्य को भरना मुश्किल है.भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त सर डोमिनिक अस्क्विथ ने कहा अरुण जेटली को ब्रिटेन के कई लोग अच्छी तरह से जानते थे, मैंने उनके साथ काम किया थे। उनकी हमेशा याद आती रहेगी.सीनीयर कांग्रेस लीडर मोतीलाल बोरा,एनसीपी लीडर शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल,आरएलडी लीडर अजीत सिंह और आंध्र प्रदेश के एक्स सीएम व टीडीपी एन चंद्रबाबू नायडू अरुण जेटली के आवास पर उनके अंतिम दर्शन किये. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने अरुण जेटली को याद करते हुए कहा कि वह भारतीय राजनीति में सूरज की तरह चमक रहे थे. उन्होंने कई विभागों में मंत्री के तौर पर काम किया है. उन्होंने राष्ट्र को दिशा दी है. जेटली का निधन राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है. भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जिग्लर ने ट्वीट कर कहा, 'फ्रांस की ओर से मैं जेटली जी के परिवार और परिजन के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं.पूरा देश अपने पूर्व वित्त मंत्री के निधन एवं राज्यसभा में एक प्रमुख आवाज के बंद होने का शोक मना रहा है, ऐसे दुखद समय में फ्रांस, भारत और इसके नागरिकों के साथ खड़ा है.'भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने कहा कि अरुण जेटली के निधन की खबर बहुत दुखदायक है. उन्होंने ट्वीट किया, 'वह एक महान राजनीतिज्ञ और भारत एवं अमेरिकी संबंधों के मजबूत समर्थक थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.’अमेरिकी दूतावास ने भी शोक संदेश जारी किया है. दूतावास ने कहा है कि देश की सेवा के लिए लंबे समय तक जेटली याद किए जाएंगे.भारत में चीन के राजदूत सुन विडोंग ने दिवंगत राजनेता के परिजन के प्रति संवेदना प्रकट की. भारत में यूरोपीय संघ के दूत टी. कोजलोवस्की ने कहा, ‘अरुण जेटली के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं. भारत, देश की जनता और उनके परिजन के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनेर ने कहा, ‘पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन के बारे में सुन बेहद दुख हुआ.