UPSC ने 10 नवंबर को बुलायी प्रोमोशन कमेटी की बैठक, DGP अनुराग गुप्ता की मौजूदगी पर फिर संशय!
झारखंड में यूपीएससी ने 10 नवंबर को आईपीएस प्रोन्नति समिति की बैठक बुलाई है। 17 डीएसपी के नामों पर विचार होगा, लेकिन डीजीपी अनुराग गुप्ता के शामिल होने पर संशय बना हुआ है।
रांची। झारखंड पुलिस सेवा (एसपीएस) से भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में प्रोन्नति को लेकर संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने आखिरकार नई तारीख तय कर दी है। अब 10 नवंबर 2025 को यूपीएससी की प्रोन्नति समिति की बैठक होगी। इस बैठक में 10 रिक्त आईपीएस पदों के लिए 17 सीनियर डीएसपी के नामों पर विचार किया जायेगा, साथ ही एएसपी अविनाश कुमार की लंबित प्रोन्नति पर भी फैसला हो सकता है। हालांकि, डीजीपी अनुराग गुप्ता के शामिल होने पर अब भी संशय बरकरार है।
यह भी पढ़ें:Jharkhand: प्रेमिका संग सरकारी आवास में रंगे हाथ पकड़े गये मझिआंव CO, वाइफ ने ताला बंद कर किया हंगामा
बैठक में कौन होंगे शामिल
बैठक में राज्य सरकार की ओर से मुख्य सचिव अविनाश कुमार, गृह सचिव वंदना दादेल, और डीजीपी अनुराग गुप्ता को शामिल होना है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यूपीएससी इस बार अनुराग गुप्ता को डीजीपी के रूप में स्वीकार करेगा या नहीं, क्योंकि पूर्व में आयोग ने उन्हें इस रूप में मान्यता देने से इंकार कर दिया था।
पूर्व में स्थगित हो चुकी थी बैठक
13 अगस्त को निर्धारित पिछली प्रोन्नति समिति की बैठक अनुराग गुप्ता के कारण रद्द करनी पड़ी थी। उस समय यूपीएससी ने साफ कहा था कि वह अनुराग गुप्ता को डीजीपी नहीं मानता, क्योंकि केंद्र सरकार ने उन्हें 30 अप्रैल से सेवानिवृत्त मान लिया था और राज्य सरकार द्वारा दिया गया सेवा विस्तार अवैध और असंवैधानिक बताया था।राज्य सरकार ने इसके बाद सितंबर में यूपीएससी से आग्रह किया था कि या तो अनुराग गुप्ता को मान्यता दी जाए, या फिर बिना डीजीपी के ही प्रोन्नति बैठक आयोजित की जाए, ताकि योग्य अधिकारियों का हक न मारा जाए। इसी के बाद 10 नवंबर की तिथि तय की गई।
इन 17 डीएसपी के नामों पर होगा विचार
यूपीएससी की बैठक में प्रोन्नति के लिए जिन 17 सीनियर डीएसपी के नामों पर चर्चा होगी, उनमें शामिल हैं: शिवेंद्र, राधा प्रेम किशोर, मुकेश कुमार महतो, दीपक कुमार-1, मजरूल होदा, राजेश कुमार, अविनाश कुमार, रौशन गुड़िया, श्रीराम समद, निशा मुर्मू, सुरजीत कुमार, वीरेंद्र कुमार चौधरी, राहुल देव बड़ाईक, खीस्टोफर केरकेट्टा, प्रभात रंजन बरवार, अनूप कुमार बड़ाईक और समीर कुमार तिर्की।
क्यों अहम है यह बैठक
इस बैठक पर कई वरिष्ठ अधिकारियों के करियर का भविष्य टिका है। लंबे समय से आईपीएस प्रोन्नति रुकी हुई है, और राज्य सरकार भी चाहती है कि यह प्रक्रिया शीघ्र पूरी हो।लेकिन डीजीपी के पद पर कानूनी वैधता को लेकर जारी विवाद अगर फिर से बाधा बना, तो बैठक एक बार फिर टल सकती है।
एएसपी अविनाश कुमार का मामला
बैठक में एएसपी अविनाश कुमार (जैप-2 टाटीसिलवे) की प्रोन्नति पर भी विचार किया जायेगा। कोर्ट ने यूपीएससी को निर्देश दिया है कि उनकी लंबित प्रोन्नति फाइल पर निर्णय लिया जाए। इसलिए यह बैठक उनके लिए भी बेहद अहम मानी जा रही है।






