यूपी: राम मंदिर के लिए ट्रस्ट में अब तक एक अरब से ज्यादा रुपये जमा हुए,  लगातार मिल रहे हैं सोने-चांदी 

मजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कोष रामलला के चढ़ावे की धनराशि लगातार बढ़ता जा रहा है। ट्रस्ट के कोष में अबतक ल एक अरब से ऊपर राशि रामभक्त के दान से जमा हो चुकी है।

यूपी: राम मंदिर के लिए ट्रस्ट में अब तक एक अरब से ज्यादा रुपये जमा हुए,  लगातार मिल रहे हैं सोने-चांदी 

लखनऊ। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कोष रामलला के चढ़ावे की धनराशि लगातार बढ़ता जा रहा है। ट्रस्ट के कोष में अबतक ल एक अरब से ऊपर राशि रामभक्त के दान से जमा हो चुकी है। रामजन्मभूमि ट्रस्ट के ऑफिस इंचार्च प्रभारी प्रकाशकुमार गुप्त ने इसकी पुष्टि की है। 

कहा जा रहा है कि पर डे सैकड़ों श्रद्धालु यथाशक्ति राम मंदिर के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। नागपुर से आयेआठ रामभक्तों ने चांदी के सिक्के दान में दिये है। इन्होंने अपना गुप्त रखा है। कुशीनगर के एमपी  विजयकुमार द्विवेदी व गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अतुल सिंह ने भी तीन किलो चांदी ट्रस्ट को दान में दी है।
चार लाख गांवों के 11 करोड़ रामभक्त परिवारों से मांगी जयेगी चंदा  

विहिप के केन्द्रीय मार्ग दर्शक मंडल की बैठक अब हरिद्वार के बजाय  दिल्ली में ही होगी। 10 व 11 नवम्बर को आयोजित इस बैठक में देश भर के विभिन्न सम्प्रदायों के धर्माचार्य शामिल होंगे। यह धर्माचार्य रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि जुटाने के लिए देश के चार लाख गांवों के 11 करोड़ रामभक्त परिवारों से व्यापक सम्पर्क की मुहिम चलाने के निर्णय पर अपनी मंजूरी देंगे। इसके बाद  मुहिम की विधिवत तैयारी शुरु की जायेगी। जन सम्पर्क की यह मुहिम मकर संक्रांति से शुरू हो जायेगी।

भोपाल में हुई विहिप की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ही रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के जन सम्पर्क अभियान की मुहिम को धार देने का निर्णय लिया गया था। राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से सहयोग राशि प्राप्त करने के लिए कूपन व पत्रक छपवाया जायेगा, जिसमें रामजन्मभूमि के संक्षिप्त इतिहास के साथ राम मंदिर के सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी शामिल होगी।  बताया जाता है कि  रामजन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से छपवाये जाने वाले पत्रक व कूपन अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं में छपवाये जायेंगे जिससे विभिन्न भाषा-भाषी लोगों को विषय समझने में सुविधा हो। सहयोग राशि के लिए छपने वाले कूपन दस व सौ रुपये के होंगे। यदि कोई अधिक राशि का योगदान देना चाहेगा, उसे ट्रस्ट की रसीद दी जायेगी।