यूपी: अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पास हुआ नक्शा पास, बोर्ड की बैठक में मिली सर्वसम्मति से मिली मंजूरी

अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड ने श्रीराम मंदिर निर्माण के नक्शे को पास कतर दिया है। बोर्ड की बैठक में बुधवार को नक्शा प्रस्तुत किया गया, जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है।

यूपी: अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पास हुआ नक्शा पास, बोर्ड की बैठक में मिली सर्वसम्मति से मिली मंजूरी

अयोध्या। अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड ने  श्रीराम मंदिर निर्माण के नक्शे को पास कतर दिया है। बोर्ड की बैठक में बुधवार को नक्शा प्रस्तुत किया गया, जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है।

बोर्ड की बैठक प्राधिकरण सभाकक्ष कमिश्नर एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई। मंदिर निर्माण के नक्शे  को प्राधिकरण बोर्ड से मंजूरी मिल गई। अब राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दो करोड़ 11 लाख 33 हजार 184 रुपये डेवलपमेंट फी  के रूप में जमा करने होंगे। लेबर सेस पंद्रह लाख तीन सौ तिरसठ रुपये भी जमा करने होंगे। प्राधिकरण में डेवलपमेंट शुल्क जमा होने के बाद श्रीराम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो जायेगी।

बैठक की अध्यक्ष कमिश्नर एमपी अग्रवाल, उपाध्यक्ष डॉ नीरज शुक्ला, बोर्ड के पदेन सदस्य डीएम अनुज झा और बोर्ड के अन्य मेंबर बैठक में उपस्थित थे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 2 लाख 74 हजार 110 वर्ग मीटर का नक्शा बनाया है। इसमें ओपन एरिया 2,74,110 वर्ग मीटर और कवर्ड एरिया 12,879 वर्ग मीटर है। ट्रस्ट को विकास शुल्क के साथ-साथ अनुरक्षण शुल्क पर्यवेक्षण व लेबर सेस भी देना होगा।

लगभग 67 एकड़ भूमि का लेआउट समेत नक्शे मंजूरी के लिए ट्रस्ट ने प्राधिकरण को सौंपा है। इसमें करीब पांच एकड़ में राम मंदिर का निर्माण है। अवशेष भूमि के लेआउट को इसलिए शामिल किया गया है, जिससे भविष्य में किसी प्रकार के निर्माण में अड़चन न हो।अयोध्या विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एमपी अग्रवाल बोर्ड मीटिंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दो तरह के नक्शे प्रस्तुत किये। पहला नक्शा लेआउट था जो दो लाख 74 हजार 110 वर्ग मीटर था। दूसरा श्रीराम मंदिर का नक्शा था, जिसका कुल कवर्ड एरिया 12,879 वर्ग मीटर है। दोनों नक्शों को सर्वसम्मति से पास कर दिए गये हैं। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दो करोड़ 11 लाख 33 हजार 184 रुपये डेवलपमेंट शुल्क के रूप में जमा करने होंगे। इसके अलावा लेबर सेस 15 लाख 363 रुपये भी जमा करने होंगे। पूरी फीस जमा कराने के बाद दोनों नक्शे ट्रस्ट को सौंप दिए जायेंगे।