नई दिल्ली: कोरोना संकट पर पीएम मोदी आज करेंगे कई हाइ लेवल मीटिंग, ऑक्सीजन सप्लाई में आई रुकावट तो नपेंगे डीएम-एसपी

देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को तीन हाई लेवल मीटिंग करेंगे। उन्होंने कल का अपना बंगाल दौरा भी रद्द कर दिया है। मोदी बंगाल में वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।

नई दिल्ली: कोरोना संकट पर पीएम मोदी आज करेंगे कई हाइ लेवल मीटिंग, ऑक्सीजन सप्लाई में आई रुकावट तो नपेंगे डीएम-एसपी
  • ऑक्सीजन सप्लाई से लेकर दवाई पर होगी चर्चा

नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को तीन हाई लेवल मीटिंग करेंगे। उन्होंने कल का अपना बंगाल दौरा भी रद्द कर दिया है। मोदी बंगाल में वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी अपनी बैठकों में पहले सुबह नौ बजे अंतरिम बैठक करेंगे। इसके बाद देश के वैसे राज्य जहां संक्रमितों का आंकड़ा सबसे ज्यादा है वहां के सीएम के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक सुबह 10 बजे होगी, इसमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान के सीएम शामिल हो सकते हैं। मोदी सीएम के साथ कोविड की समीक्षा और बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे। पीएम दोपहर साढ़े 12 बजे ऑक्सीजन निर्माताओं से बात करेंगे। पीएमएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के लिए मैं कल एक हाइ लेवल मीटिंग की अध्यक्षता करूंगा। इसकी वजह से मैं पश्चिम बंगाल नहीं जा सकूंगा।
दिल्ली हाई कोर्ट ऑक्सीजन को लेकर सेंट्रल को लगायी कड़ी फटकार 
दिल्ली हाई कोर्ट ने आज सेंट्रल गवर्नमेंट को ऑक्सीजन को लेकर कड़ी फटकार भी लगायी है। दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट लगातार स्थिति का आकलन कर रहा है। कोर्ट ने एक सुनवाई के दौरान कहा कि अगर ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत हुई तो इसे अपराध माना जायेगा। कोर्ट ने सेंट्रल गवर्नमेंट को फटकार लगाते हुए कहा कि दिल्ली को तुरंत ऑक्सीजन मुहैया करायी जाए। कोरोना संकट नेशनल इमरजेंसी है। अगर सरकार चाह ले तो स्वर्ग और धरती को एक किया जा सकता है।कोर्ट ने कहा कि केंद्र वह सुनिश्चित करे कि राष्ट्रीय राजधानी को आवंटन आदेश के अनुरूप निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो। केंद्र के ऑक्सीजन आवंटन आदेश का कड़ाई से पालन होना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की रूकावट पैदा करने वालों पर आपराधिक कार्रवाई की जाए।
आक्सीजन सप्लाई सुचारू बनाये रखने के लिए डीएम और एसपी की जिम्मेदारी फिक्स
सेंट्रल होम मिनिस्टरी ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू बनाये रखने के लिए डीएम और एसपी की जिम्मेदारी फिक्स कर दी है। ऑक्सीजन सप्लाई में बाधा आने की स्थिति में उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है। ऑक्सीजन सप्लाई में बाधा उत्पन्न होने की स्थिति में अफसरों की जिम्मेदारी तय किये जाने के पीएम के स्पष्ट निर्देश के बाद होम मिनिस्टरी आदेश जारी किया। 
ऑक्सीेजन सप्लाई पर समीक्षा बैठक

पीए मोदी ने गुरुवार को ऑक्सीजन के प्रोडक्शन और मांग के साथ-साथ सप्लाई में आ रही दिक्कतों की समीक्षा की। हेल्थ मिनिस्टरी ने बताया कि राज्यों की मांग के अनुरूप ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है 20 राज्यों की ओर से । बुधवार की शाम 6785 टन प्रति दिन ऑक्सीजन सप्लाई की मांग की गई थी। सेंट्रल की ओर से इन राज्यों को 6822 टन ऑक्सीजन का आवंटन किया गया। 
बाधा डालने वालों पर कार्रवाई के निर्देश
बैठक में पीएम को बताया गया कि पिछले कुछ दिनों में ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर हुई है। लेकिन कोटा आवंटित होने के बावजूद कुछ राज्य ऑक्सीजन की सप्लाई में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं।अपने यहां की ऑक्सीजन उत्पादक इकाइयों पर स्थानीय अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई के लिए दबाव बना रहे हैं। इस पर पीएम ने ऑक्सीजन सप्लाई में रुकावट डालने वाले अफसरों की जिम्मेदारी तय करने और उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में पीएम मोदी को बताया गया कि किस तरह से रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस की मदद से मुंबई को विशाखापत्तनम से 109 टन आक्सीजन की सप्लाई की गई। आगे ऐसे ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जायेगी। टैंकर को आने-जाने में लगने वाले समय को कम करने के लिए हवाई जहाज से खाली टैंकर को ऑक्सीजन प्लांट तक पहुंचाया जा रहा है ताकि एक तरफ के समय को बचाया जा सके।अस्पतालों में आक्सीजन उत्पादक इकाइयां लगाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। पिछले साल स्वीकृत हुई 162 इकाइयों में 33 चालू हो चुकी हैं और 70 अन्य इस महीने के अंत तक चालू हो जायेंगी। पीएम ने ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए नए-नए आइडिया पर काम करने की जरूरत बताई।

होम मिनिस्टरी ने दिये निर्देश
होम मिनिस्टरी के आदेश बताया गया है कि ऑक्सीजन टैंकर की आवाजाही में किसी तरह का व्यवधान नहीं होना चाहिए। स्टेट में ऑक्सीजन की बदलती हुई जरूरत पर नजर रखी जा रही है।र उसी के अनुरूप उन्हें आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी।