नई दिल्ली: कृषि कानूनों के मुद्दे पर संसद भवन के बाहर भिड़े हरसिमरत कौर व रवनीत बिट्टू

केंद्रीय कृषि कानून को लेकर कांग्रेस एमपी रवनीत बिट्टू और एक्स सेंट्रल मिनिस्टर हरसिमतर कौर बादल संसद भवन के बाहर भिड़ गएये। दोनों में तीखी नोकझोंक हुई। 

नई दिल्ली: कृषि कानूनों के मुद्दे पर संसद भवन के बाहर भिड़े हरसिमरत कौर व रवनीत बिट्टू

नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानून को लेकर कांग्रेस एमपी रवनीत बिट्टू और एक्स सेंट्रल मिनिस्टर हरसिमतर कौर बादल संसद भवन के बाहर भिड़ गएये। दोनों में तीखी नोकझोंक हुई। 
कृषि बिलों को लेकर हरसिमरत कौर बादल नारेबाजी कर रही थीं तभी रवनीत बिट्टू वहां पहुंच कमेंट्स किया। इस पर हरसिमरत कौर बादल भड़क गई। दोनों ने जमकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाये। बिट्टू ने कहा कि वह (हरसिमरत) ड्रामेबाजी कर रही हैं। जिस कैबिनेट में यह बिल पास हुआ, उसमें हरिमसरत कौर बतौर मिनिस्टर मौजूद थी। एक्स सेंट्रल मिनिस्टर हरसिमरत कौर बादल ने बिट्टू पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस समय संसद में कृषि बिल पास हो रहे थे उस समय राहुल गांधी कहां थे।

रवनीत बिट्टू बुधवार कोसंसद पहुंचे तो वह और हरसिमरत कौर बादल आमने सामने हो गये। यह पहला मौका था जब पंजाब के दो सांसद ने एक दूसरे पर जमकर प्रहार किया। बिट्टू ने कहा, जिस पर बिल पास हुआ उस समय वह (हरसिमरत) केंद्र सरकार का हिस्सा थी और वह कैबिनेट मंत्री। बिट्टू ने कहा, पहले अकाली दल ने बिल का समर्थन किया। आज विरोध कर रही है। जबकि हरसिमरत कौर ने कहा, जब सदन में बिल पास हो रहा था तब राहुल गांधी कहां थे। दोनों सांसदों ने जमकर एक-दूसरे पर प्रहार किये।

उल्लेखनीय है कि जून 2020 में जब कृषि बिल अस्तित्व में आया था उस समय पंजाब में कांग्रेस पार्टी ने सबसे पहले इसका विरोध किया था। कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने इस बिल के विरोध में अकेले ही राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को मांग पत्र सौंपा था। उस समय अकाली दल एनडीए का हिस्सा होता था। हरसिमरत कौर बादल केंद्रीय मंत्री होती थी।अकाली दल ने इस बिल का समर्थन किया था। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक व पांच बार के सीएम प्रकाश सिंह बादल समेत सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल ने खुलकर बिल का समर्थन किया था। कांग्रेस के विरोध पर जब किसान संगठन सड़कों पर उतरे तो अकाली दल ने बिल का विरोध करना शुरू किया। बीजेपी से नाता तोड़ते हुए सेंट्रल कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। अब  संसद के बाहर शिरोमणि अकाली दल के सांसद रोजाना इस बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।