मुंबई: एपीआइ सचिन वाझे पुलिस सेवा से बर्खास्त

देश के फेमस इंड्रसलिस्ट मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के समीप विस्फोटक लदी स्कार्पियो मिलने और कारोबारी मनसूख हिरेन की मौत के मामले के आरोपी एपीआइ सचिन वाझे को पुलिस की सेवा से बर्खास्त भी कर दिया गया है।

मुंबई: एपीआइ सचिन वाझे पुलिस सेवा से बर्खास्त

मुंबई। देश के फेमस इंड्रसलिस्ट मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के समीप विस्फोटक लदी स्कार्पियो मिलने और कारोबारी मनसूख हिरेन की मौत के मामले के आरोपी एपीआइ सचिन वाझे को पुलिस की सेवा से बर्खास्त भी कर दिया गया है। मुंबई पुलिस ने मंगलवार को बताया कि सचिन वाझे को पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। 
उल्लेखनीय है कि एनआइ ने सचिन वाझे 13 मार्च को अरेस्ट किया था।अभी वह जेल में बंद है। मामले में उसे सस्पेंड कर दिया गया था। एनआइ वाझे के साथ काम करने वाले सहायक पुलिस निरीक्षक रियाजुद्दीन काजी और पूर्व पुलिसकर्मी विनायक शिंदे तथा क्रिकेट सटोरिये नरेश गोर को भी अरेस्ट कर जेल भेजा चुकी है। काजी को भी सस्पेंड कर दिया गया है। एंटीलिया केस के अलावा, सचिन वाझे मनसूख हिरने की मौत मामले में भी आरोपी हैं। 
अप्रैल में ही शुरू हो गई डिसमिसल की प्रक्रिया
मुंबई पुलिस ने सचिन वाझे की डिसमिसलकी प्रक्रिया अप्रैल महीने में ही शुरू कर दी थी। मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने हाल ही में महाराष्ट्र के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) को पत्र लिखकर मामले के संबंध में रिकार्ड देने को कहा था। इसमें हिरन की मौत के संबंध में दर्ज प्राथमिकी की प्रति और उनकी पत्नी का बयान भी शामिल है, जिसमें उन्होंने हिरन की मौत के मामले में वाजे की भूमिका होने का संदेह जताया था। उन्होंने कहा कि एटीएस ने मुंबई पुलिस को दस्तावेज मुहैया करा दिये हैं।स्पेसल ब्रांच ने एनआईए से भी ऐसे ही दस्तावेज मांगे थे। स्पेशल ब्रांच ने हाल ही में संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत वाजे को सेवा से बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। एटीएस और एनआईए से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर स्पेशल ब्रांच ने वाझे को सेवा से डिसमिस करने का प्रोपोजल गवर्नमेंट को भेजा, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। 
उल्लेखनीय है कि 25 फरवरी को अंबानी के घर के पास जिस स्कार्पियो में विस्फोटक मिली थी, वह मनसूख बॉडी मिली थी। मामले में 13 मार्च को सचिन वाझे को अरेस्ट किया गया।
बड़ी साजिश की प्लानिंग में था वाझे
एनआईए के सूत्रों का कहना है कि वाझे आतंकी संगठन के नाम पर एक और बड़ी साजिश की प्लानिंग में जुटा था। वह फर्जी एनकाउंटर भी करने वाला था। इससे पहले कि सचिन वाझे अपनी दूसरी साजिश को अंजाम दे पाता वह अपने ही बुने जाल में फंस गया। एनआईए सोसेर्ज के हवाले से कहा गया था कि सचिन वाझे पासपोर्ट होल्डर और एक अन्य व्यक्ति को खत्म करना चाहता था। इसके बाद जिलेटिन वाली कार को एंटीलिया के बाहर रखने का दोषी उन्हें बताने वाला था।  सचिन वाझे के घर पर 17 मार्च को रेड के दौरान पासपोर्ट मिला था।