Morning news diary-3 September: स्क्रैप उठाव मामले में FIR, महिलाओं का आश्रय गृह, अतिक्रमण हटाने का विरोध, पीडीएस का चावल जब्त, अन्य

1. पाथरडीह स्क्रैप उठाव मामले में सिंह मेंशन व ढुलू समर्थकों पर FIR

पाथरडीह स्क्रैप उठाव मामले में सिंह मेंशन व ढुलू समर्थकों पर FIR

धनबाद। पाथरडीह कोल वाशरी में निर्माणाधीन ढाई मिलियन टन एसीबी वाशरी के स्क्रैप उठाव में वर्चस्व को लेकर हुई फायरिंग के बाद दो गुटों में वर्चस्व की जंगतेज गया है। फायरिंग मामले में गुरुवार को एमएनएसआर ट्रेडिग प्रालि. के सुपरवाइजर अमित कुमार ने पाथरडीह पुलिस स्टेशन में सिंह मेंशन व एमएलए ढुल्लू महतो समर्थकों के खिलाफ कंपलेन की है। पाथरडीह पुलिस छह नेम्ड व पांच अज्ञात समर्थकों के खिलाफ रंगदारी की मांग करने व गोली चलाने की केस दर्ज की है।

बताया जाता है कि पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखा भी बरामद किये हैं। हालांकि पुलिस कुछ भी कहने से परहेज कर रही है। एमएनएसआर ट्रेडिग प्रा लि के सुपरवाइजर ने पुलिस कंपलेन में कहा है कि कंपनी को एसीबी इंडिया लि से पाथरडीह कोलवाशरी में स्क्रैप उठाने का कार्य मिला है। पूर्व में सतीश पांडेय, सुभाष महतो, गुड्डू गोस्वामी, दीपक महतो, नागेश महतो, चिटू सिंह व चार पांच अन्य लोगों ने मुझसे साइड पर आकर प्रति गाड़ी 50 हजार रुपये रंगदारी की मांग की। रंगदारी नहीं देने पर बुरे अंजाम भुगतने की धमकी भी दी। इसकी शिकायत पूर्व में पुलिसस में की है साइड पर । बुधवार की दोपहर में कर्मी शिवशंकर कुमार व सीताराम चौहान के साथ काम करवाने पहुंचा। इसी दौरान सतीश पांडेय, सुभाष महतो, गुड्डू गोस्वामी, दीपक महतो, नागेश महतो, चिटू सिंह सहित चार पांच अन्य लोगों के साथ आकर मुझपर व शिवशंकर कुमार पर गोली चलाई। सुपरवाइजर ने पुलिस से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।बताया जाता है कि पाथरडीह स्क्रैप उठाव का कार्य रघुकुल समर्थक की ओर से कराया जा रहा है। फायरिंग में सिंह मेंशन व ढुल्लू महतो के समर्थकों के नाम आने के बाद मामला हाई प्रोफाइल हो गया है। 

2. महिलाओं को सहारा दे रहा आश्रय गृह

   महिलाओं को सहारा दे रहा आश्रय गृह

धनबाद। धनबाद नगर निगम की ओर से महिलाओं के लिए आश्रय गृह का संचालन किया जा रहा है। इसमें पुरुषों का प्रवेश निषेध है। सड़क, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बिना सुरक्षा व्यवस्था गुजर-बसर करने वाली महिलाओं ने यहां रहना शुरू कर दिया है। गोल्फ ग्राउंड के पास के आश्रय गृह को सिर्फ और सिर्फ महिलाओं के लिए बदल दिया गया है। अब स्टील गेट आश्रय गृह में ही पुरुष रहेंगे। दिनभर इधर-उधर कामकाज कर गुजर-बसर करने वाली महिलाओं को निगम ने आश्रय दिया है। जो सक्षम है वो 20 रुपये प्रतिदिन का शुल्क दे रहे हैं और जो नहीं हैं वो फ्री रहे रहे हैं। फिलहाल यहां 32 बेड की व्यवस्था की गई है। केयरटेकर के तौर पर नेहा श्रीवास्तव की तैनाती की गई है। रात में नाइट गार्ड भी पहरेदारी करते हैं। नेहा श्रीवास्तव ने बताया कि अभी महिलाओं को आश्रय मिला है। आने वाले दिनों में इनके भोजन की व्यवस्था भी नगर निगम करेगा। हर दिन तीन-चार महिलाएं रहने आ जा रही हैं। जो शुल्क देने में असमर्थ हैं उन्हें फअरी रहने की सुविधा दी जा रही है। गोल्फ ग्राउंड आश्रय गृह को महिलाओं के लिए तैयार किया गया है। जल्द ही इनके भोजन की व्यवस्था भी शुरू होगी। रहने के लिए नाम मात्र का शुल्क लिया जायेगा। जो महिलाएं शुल्क नहीं दे सकेंगी, उनके रहने की व्यवस्था निश्शुल्क होगी। इसका खर्च नगर निगम उठायेगा। रखरखाव की जिम्मेदारी से एप्रोच एजेंसी को दी गई है।

3.  बीजेपी लीडर रागिनी सिंह ने आरव को इलाज के लिए दी 20 हजार

    बीजेपी लीडर रागिनी सिंह ने आरव को इलाज के लिए दी 20 हजार

धनबाद। बरमसिया निवासी चार माह के मासूम आरव  लिवर की गंभीर समस्या से जूझ रहा। उसका लिवर ट्रांसप्लांट चैन्नई में होना है। मासूम की मदद को बीजेपी लीडर रागनी सिंह आज उन्होंने समाजसेवी अंकित राजगढ़िया की टीम को 20 हजार की सहायता राशि दी। अंकित के साथ चतर्भुज कुमार, बंटी विश्वकर्मा, रवि शेखर ने कुछ दिन पूर्व रागनी सिंह से मिलकर बच्चे के लिए मदद की अपील की थी। बच्चों के इलाज के लिए कई समाजसेवी उन लोगों से बातें कर रहे हैं। अंकित ने बताया आज रिम्स से डिस्चार्ज होकर आरव चैन्नई के ग्लोबल अस्प्ताल में इलाज के लिए जायेगा। रांची से आलापुजा एक्सप्रेस से रवाना होंगे। आरव के साथ उसकी माता रानी देवी, और मामा जायेंगे। बच्चे के पिता अजय अगले हफ्ते जायेंगे। बच्चे के पिता फिलहाल धनबाद वासियों से अपील कर के इलाज के लिए खर्च जमा कर रहे हैं।

जॉन्डिस व हाई फीवर से बच्चा ग्रसित

माता-पिता ने बताया कि लीवर में संक्रमण की वजह से चेन्नई के डॉक्टरों ने लिवर ट्रांसप्लांट की बात कही है। इसके लिए 25 लाख रुपये की मांग की गई है। 5 लाख रुपए स्वास्थ्य विभाग की ओर से असाध्य रोग निधि के तहत दिया गया है। तीन लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष से देने की बात कही गई है। ढाई लाख रुपये आम लोगों ने दिया है। लगभग 13 लाख रुपये किसी प्रकार से हो पाया है। जबकि अभी भी ऑपरेशन के लिए 14 लाख रुपये की जरूरत है। 

4. झरिया-बलियापुर रोड से पीडीएस का चावल जब्त

धनबाद। तिसरा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एक मारुति वैन में सरकारी चावल कालाबाजारी के लिए ले जाते हुए पकड़ा। पुलिस ने ड्राइवर को भी धर दबोचा। मार्केटिग अफसर को इसकी सूचना दी। मारुति में लगभग 10 बोरा से अधिक पीडीएस चावल जब्त की। पुलिस पूछताछ के में ड्राइवर ने बताया कि घनुडीह दुर्गापुर के पास से मुन्ना बरनवाल नामक व्यक्ति ने अपने गोदाम से चावल लोड करा बाहर भेजा रहा था। सिडिकेट के लोग वैन को छुड़ाने का प्रयास रात भर करते रहे, लेकिन सफल नहीं हुए। मार्केटिग अधिकारी मामले की जांच में लगे हैं। चावल की कालाबाजारी करने वाला मुन्ना पहले से भी आरोपित है। कई माह पूर्व सिदरी डीएसपी ने भी घनुडीह स्थित मुन्ना के अवैध गोदाम में छापा मारकर काफी मात्रा में सरकारी चावल बरामद किया था। आरोपित मुन्ना अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।

5. सुदामडीह में अतिक्रमण हटाने का लोगों ने किया विरोध

धनबाद। सुदामडीह एएसपी कोलियरी के एक्स पैच टू आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट के विस्तारीकरण में अतिक्रमण बाधा बनी हुई है। इससे प्रोडक्शन भी बाधित हो रहा है। बीसीसीएल मैनेजमेंट पुलिस व सुरक्षा जवानों के साथ पोकलेन मशीन लेकर गुरुवार को मेन कालोनी मस्जिद मोहल्ला के पास अवैध अतिक्रमण ध्वस्त करने के लिए पहुंची। मनोज शर्मा सहित चार लोगों की झोपड़ी तोड़ने का कार्य शुरू हुआ ही था कि अतिक्रमणकारियों ने पुनर्वास व मुआवजा की मांग को लेकर हंगामा शुरु कर दिया। घंटे भर चले हंगामे के बाद प्रबंधन ने जल्द जमीन को अतिक्रमणमुक्त करने की बात कही। सुदामडीह पुलिस स्टेशन में अतिक्रमणकारियों को वार्ता के लिए बुलाया गया है। इसके बाद मामला शांत हुआ। रूबी देवी, सुनील पासवान, मीना देवी, अनिल आचार्या, कृष्णा आचार्या, ज्योति आचार्या, रुखसाना परवीन, कौशल परवीन, रुखसाना खातून, शाकिना बीबी आदि ने कहा कि मैनेजमेंट बलपूर्वक गरीबों के आशियाना को छीनने पर लगा है। पहले हमलोगों को विस्थापित किया जाए, इसके बाद ही घरों को तोड़ा जाए। जबरदस्ती की तो जान दे देंगे। घर नहीं तोड़ने देंगे।पीओ अनिल कुमार ने कहा कि प्रोजेक्ट विस्तारीकरण में अतिक्रमण मुख्य बाधा है। लगभग दो सौ अवैध झोपड़ी व घर हैं। पुनर्वास के लिए हर परिवार को 20-20 हजार रुपये भुगतान किया जा रहा है।

6. आदिवासी बहुल गांव शाखाटांड़ के लोगों को मिलेगा पीएम आवास : नगर आयुक्त

आदिवासी बहुल गांव शाखाटांड़ के लोगों को मिलेगा पीएम आवास : नगर आयुक्त

धनबाद। डीएमसी के नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने कहा है कि आदिवासी बहुल गांव शाखाटांड में एक भी कच्चा घर नहीं रहेगा। सर्वे कराकर लाभुकों की सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद उन्हें पीएम आवास योजना का लाभ दिया जायेगा। नगर आयुक्त ने गुरुवार को गांव के भ्रमण किया। गांव में कई ऐसे लोग मिले जिनका पक्का घर नहीं था। कच्चे घर में किसी तरह वे गुजर-बसर कर रहे हैं। गांव के लोगों ने नगर आयुक्त को अपनी समस्याएं बताई।

नगर आयुक्त ने कहा कि भगत मोहल्ला निवासी स्व. प्रदीप गुप्ता के आश्रित को पीएम आवास का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए आवश्यक प्रक्रियाएं शीघ्र पूरी की जायेगी।उल्लेखनीय कि प्रदीप गुप्ता का दो मंजिला मकान हाल में धराशायी हो गया था। मलबा में दब जाने से उनकी पत्नी बेबी देवी की मौत मौके पर हो गई थी। प्रदीप की मौत बुधवार की रात रिम्स में इलाज के दौरान हो गई। उनके इकलौता पुत्र सुधांशु का इलाज चल रहा है। दो बेटियां बाल-बाल बच गई थी। अपना मकान धराशायी हो जाने के वे अपने चाचा के यहां रह रही हैं। नगर आयुक्त ने शिक्षक कालोनी के बाउरी टोला में अजय बाउरी को पीएम आवास की सुविधा देने की बात कही। अजय का खपड़ैल मकान गत दिनों धराशायी हो गया था।

छाताबाद पांच नंबर में बनेगा आधुनिक खेल मैदान

नगर आयुक्त ने छाताबाद मैदान को खेल मैदान व पार्क के रूप में विकसित करने का आश्वासन नागरिकों को दिया। मैदान का मुआयना करने के बाद नगर आयुक्त ने जेई अभिमन्यु कुमार को डीपीआर बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आधुनिक सुविधा से युक्त यह खेल मैदान होगा, जिसमें चारदीवारी के बाद उसमें जागिग ट्रैक, बैठने के लिए बेंच, चिल्ड्रन पार्क, ओपेन जिम, चारों ओर प्रकाश की व्यवस्था, खेलने के लायक मैदान बनाया जायेगा। इस मैदान में लगभग सात करोड़ खर्च होने की संभावना है। 

7. बीसीसीएल में एसओआर निबंधित वाहन मालिक नौ सितंबर को कोयला भवन पर देंगे धरना

बीसीसीएल में एसओआर निबंधित वाहन मालिक नौ सितंबर को कोयला भवन पर देंगे धरना

धनबाद। कोयलांचल वाहन ऑनर्स एसोसिएशन की एक बैठक माइन्स रेस्क्यू धनसार में प्रवीण चंद्र ठक्कर की अध्यक्षता में हुई। संचालन सुनील पांडेय ने किया। बैठक में एरिया वन से लेकर एरिया 12, कोयला भवन, कोल वाशरी के एसओआर निबंधित सभी वाहन मालिक मौजूद थे।
बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने कहा कि जिले के स्थानीय निवासी और बीसीसीएल के विभिन्न कोलियरी क्षेत्र में निवास करने वाले लोग बीसीसीएल में लगभग 30-35 वर्षो से वाहन चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते आ रहे हैं। बीसीसीएल प्रबंधन ने 2019 में दोबारा नये तरीके से 59 सौ रूपया लेकर एसओआर कराया है। उसके बाद भी एसओआर के तहत वाहन नहीं लेकर ओपेन टेंडर के माध्यम से वाहन लेने का प्रयास कर रही है।  इसके कारण सभी वाहन मालिक इस कोरोना काल में बेरोजगार होने के कागार पर आ गये हैं। जबकि ओपेन टेंडर से कंपनी को कोई फायदा नहीं, बल्कि केवल नुकसान ही होगा।ओपेन टेंडर में बाहरी लोग डेढ़ से दो गुणा अधिक दर पर वाहन चलाने के लिए टेंडर डाला है। जबकि हमलोग एसओआर के तहत सिडयूल दर पर ही वाहन चलाते आ रहे हैं। ओपेन टेंडर हो जाने के कारण गरीब वाहन मालिक भूखमरी के कागार पर आ जायेंगे। बेरोजगार होने के कारण हमलोगों का बीबी व बच्चा भूखे मर जायेंगे। हमलोगों ने अपना जीवन बीसीसीएल में ही वाहन चलवाते हुए खत्म कर लिया है। जीवन के अंतिम पडाव में यदि बीसीसीएल हमलोगों को बेरोजगार कर देगी तो हमलोगों के पास कोई दूसरा काम करने का कोई चारा भी नहीं है। इसलिए हम सभी वाहन मालिक अपना रोजगार बचाने के लिए कोयला भवन के मुख्य द्वार पर नौ सितंबर को एक दिवसीय धरना देकर ओपेन टेंडर का विरोध करेंगे। धरना के माध्यम से एसओआर के तहत ही पुराने वाहनों को ही चलाने की मांग करेंगे।यदि बीसीसीएल प्रबंधन हमलोगों की मांग को नहीं मानेगी,तो एसओआर निबंधित वाहन मालिक कोयला भवन के मुख्य द्वार पर आत्मदाह कर अपने-अपने प्राणों की आहूती दे देंगे।
 बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष उदय शंकर दूबे ने कहा कि हमलोग बीसीसीएल प्रबंधन से कोई अपनी मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि बीसीसीएल प्रबंधन ने 59 सौ रूपया लेकर सभी वाहन मालिको को रोजगार देने का आश्वासन दिया था। 59 सौ रूपया लेकर एसओआर निबंधन का पत्र भी दिया है, लेकिन काम आज बीसीसीएल प्रबंधन पूंजीपतियों को देने का काम कर रही है। बीसीसीएल प्रबंधन ने गरीब वाहन मालिकों से 59 सौ रूपया लेकर ठगने का काम किया है। एसोसिएशन ने सचिव मो.गयास ने कहा कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार वाहनों को 15 साल तक मान्यता देती है। उसके बाद ही वाहन को स्क्रैप घोषित करती है। लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन नया वाहन खरीदवाने के 5 से 7 साल बाद ही उसे स्क्रैप घोषित करने पर तुली है। बीसीसीएल के अधिकारी भारत सरकार एवं राज्य सरकार के आदेश का भी अवहेलना करने पर तुली हुई है। जबकि बीसीसीएल घाटे में चल रही है और पूंजी पतियों के साथ सांठ गांठ कर कंपनी को चूना लगाने और अपनी जेब गरम करने के लिए ललायित है।
बैठक में अजय प्रकाश पांडेय,दशरथ यादव, दिलीप यादव, सुनील कुमार, अरूण सक्सेना, आरके शर्मा, प्रेम गुप्ता, संजय कुमार वर्मा, विशुनदेव यादव, उमेश यादव, निर्मल कुमार, सुभाष चंद्र तिवारी, असगर मियां, पप्पु एवं अन्य वाहन मालिक शामिल थे।