मोदी कैबिनेट का अगले दो-तीन दिन में विस्तार हो सकता है, दो दर्जन मिनिस्टर्स हो सकते हैं शामिल, जेडीयू को भी मिलेगा मौका

पीएम नरेंद्र मोदी अगले एक-दो दिन में अपनी कैबिनेट का विस्तार व फैरबदल कर सकते हैं। यह विस्तार  2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव और अगले पांच साल में कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर किया जायेगा। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल का यह पहला विस्तार होगा।

मोदी कैबिनेट का अगले दो-तीन दिन में विस्तार हो सकता है, दो दर्जन मिनिस्टर्स हो सकते हैं शामिल, जेडीयू को भी मिलेगा मौका
  • सेंट्रल कैबिनेट में अभी 53 मिनिस्टर, 28 और हो सकते हैं शामिल

नई दिल्ली।पीएम नरेंद्र मोदी अगले एक-दो दिन में अपनी कैबिनेट का विस्तार व फैरबदल कर सकते हैं। यह विस्तार  2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव और अगले पांच साल में कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर किया जायेगा। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल का यह पहला विस्तार होगा।

सोर्सेज का कहना है कि मोदी कैबिनेट से मौजूदा मंत्रियों को हटाया जा सकता है। अभी नौ मिनिस्टर्स के पास एक से ज्यादा विभाग हैं। इनमें प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी, डॉ. हर्षवर्धन, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी और हरदीप सिंह पुरी शामिल हैं।कैबिनेट विस्तार एमपी से ज्योतिरादित्य सिंधिया व असम से सर्बानंद सोनोवाल को भी मौका मिल सकता है। सिंधिया के कांग्रेस से मतभेद के कारण पिछले साल बीजेपी को मध्यप्रदेश की सत्ता वापसी में मदद मिली थी। सोनोवाल ने असम में भाजपा को जीत दिलाकर हेमंत बिस्वा सरमा को स्टेट के सीएम बनाने की राह बनाई थी।
बीजेपी के जिनके नाम है चर्चा में
मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले में उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी। कर्नाटक से प्रताप सिन्हा या राज्यसभा एमपी राजीव चंद्रशेखर, पश्चिम बंगाल से जगन्नाथ सरकार, शांतनु ठाकुर या निसिथ प्रामाणिक।हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कासवान, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, मध्य प्रदेश से कैलाश विजयवर्गीय, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव और बैजयंत पांडा, बंगाल से दिनेश त्रिवेदी भी लिस्ट में हैं। राजस्थान से पी.पी. चौधरी, चूरू से प्रदेश के सबसे युवा एमपी राहुल कस्वां और सीकर एमपी सुमेधानंद सरस्वती भी इन संभावितों में शामिल हैं। महाराष्ट्र से पूनम महाजन या प्रीतम मुंडे या हिना गावित, दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी का नाम हो सकता है। एमपी से कैलाश विजयवर्गीय को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।बिहार के एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवालस महाराष्ट्र से नारायण राणे, बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव के नाम टॉप पर हैं। वहीं यूपी से बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह, पंकज चौधरी, वरुण गांधी,रामशंकर कठेरिया,अनिल जैन,रीता बहुगुणा जोशी, जफर इस्लाम और गठबंधन सहयोगी अनुप्रिया पटेल भी लाइन में हैं।
गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल अहमदाबाद पश्चिम से एमपी किरीट सोलंकी ,हरियाणा से सिरसा एमपी सुनीता दुग्गल, एक एक्स इनकम टैक्स अफसर के नाम भी चर्चा में है। लद्दाख के सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्याल पर भी विचार किया जा रहा है। रामविलास पासवान और सुरेश अंगड़ी जैसे नेताओं असामयिक निधन और अकाली दल और शिवसेना के बाहर होने के कारण कुछ रिक्तियों के कारण सेंट्रल कैबिनेट में फेरबदल की आवश्यकता हो रही है।
चिराग व पारस के नाम पर अभी असमंजस
मोदी कैबिनेट में एलजेपी के चिराग पासवान या पशुपति कुमार पारस को शामिल किये जाने पर असमंजस है। चिराग के लिए उनके चाचा पशुपति पारस रोड़ा बन सकते हैं। एलजेपी पर दोनों के बीच टकराव चल रहा है। लोक जनशक्ति पार्टी दो फाड़ हो गई है। हाल ही में पार्टी के पांच एमपी के साथ पशुपति अलग हो गये हैं। 
नीतीश की पार्टी जेडीयू से दो या तीन पर जिच
बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी JDU से दो या तीन एमपी को कैबनेट में जगह मिलेगी या नहीं इस पर अभी जिच है। जेडीयू ने  2019 में मोदी कैबिनेट में एक मिनिस्टर को पोस्ट को ठुकरा दिया था। नीतीश कम से कम दो मिनिस्टरी की उम्मीद कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी से आरसीपी सिंह व राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन के नाम प्रमुख हैं। रामनाथ ठाकुर और संतोष कुशवाहा भी इस दौड़ में शामिल हैं।