मध्य प्रदेश: उज्जैन मे डिप्टी कलेक्टर के पैरों में गिरे बुजुर्ग की गुहार; 'जमीन दिलवा दो, आप ही हैं मालिक

मध्य प्रदेश के उज्जैन शाजापुर में डिप्टी कलेक्टर की जनसुनवाई में एक 80 साल के बुजुर्ग ने उनके सामने हाथ जोड़े, गिड़गिड़ाए और पैरों में गिरकर मिन्नतें की लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो सकी। बुजुर्ग की लाचारी यह थी कि वो अपनी जमीन पर दबंगों का कब्जा हटवाना चाहता था। बुजुर्ग की लाचारी की फोटो सोशल मीडिया व मीडिया में भी सामने आई है।

मध्य प्रदेश: उज्जैन मे डिप्टी कलेक्टर के पैरों में गिरे बुजुर्ग की गुहार; 'जमीन दिलवा दो, आप ही हैं मालिक
  • सुनवाई नहीं हुई तो देने लगे धरना

भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन शाजापुर में डिप्टी कलेक्टर की जनसुनवाई में एक 80 साल के बुजुर्ग ने उनके सामने हाथ जोड़े, गिड़गिड़ाए और पैरों में गिरकर मिन्नतें की लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो सकी। बुजुर्ग की लाचारी यह थी कि वो अपनी जमीन पर दबंगों का कब्जा हटवाना चाहता था। बुजुर्ग की लाचारी की फोटो सोशल मीडिया व मीडिया में भी सामने आई है।

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शाजापुर में जनसुनवाई में  डिप्टी कलेक्टर अजीत श्रीवास्वत वमौजूद थे। जनसुनवाई के दौरान एक 80 वर्षीय दलित बद्रीलाल ने डिप्टी कलेक्टर अजीत श्रीवास्तव के पैर पकड़कर जमीन पर कब्जा दिलाने की गुहार लगाई। बद्रीलाल जनसुनवाई में अपनी पत्नी, बहू और पोतों के साथ आये थे। जनसुनवाई कर रहे डिप्टी कलेक्टर के पैर में गिरकर गिड़गिड़ाने लगे।

उन्होंने कहा कि  मैं परेशान हो गया हूं, मेरी जमीन दिला दो। इसपर डिप्टी कलेक्टर ने बुजुर्ग से कहा 'ये किसने बोला,ऐसा करने के लिए खड़े हो, इस तरीके से नहीं किया जा सकता। बुजुर्ग ने कहा कि आप मेरे जिले के भगवान हो। बुजुर्ग कई सालों से जनसुनवाई में अपनी गुहार लगा चुके हैं। सुनवाई नहीं होने पर यह बुजुर्ग  कलेक्टर ऑफिस में धरने पर बैठ गये हैं। लेकिन जिला प्रशासन उनकी सुनने के लिए तैयार नहीं। डिप्टी कलेक्टर जनसुनवाई में मीडियाकर्मियों पर भी भड़क उठे। मीडिया वालों को कवरेज करने से रोक दिया।

यह मामला

शाजापुर के बद्रीलाल पिता रामा जी की दो बीघा जमीन कृषि उपज मंडी से के पास में स्थित है। इस भूमि का सर्वे क्रमांक 133 एवं रकबा 0.41 हेक्टेयर है। इस भूमि में से डेढ़ बीघा जमीन पर 2002 में चार फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से कब्जा कर लिया गया। उसके बाद बद्रीलाल ने जिला प्रशासन के सामने गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सुनवाई न होने पर बद्रीलाल ने सिविल कोर्ट शाजापुर में वाद दायर किया। सिविल कोर्ट ने चारों रजिस्ट्री को शून्य घोषित कर दिया। 

कोर्ट के आदेश के बाद से लेकर आज तक बद्रीलाल अपनी जमीन पर कब्जा नहीं कर सका। दबंगों ने उनकी डेढ़ बीघा भूमि के अलावा शेष आधा बीघा जमीन पर भी कब्जा कर लिया। इस बेशकीमती जमीन की कीमत करोड़ों रुपये है। बद्रीलाल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं ।र इतनी उम्र होने के बाद भी बार-बार वह जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहा है। लेकिन इस दलित की कोई सुनवाई नहीं हो रही।