कॉमरेड से कांग्रेसी हुए कन्हैया कुमार, जिग्नेश मेवानी ने भी थामा कांग्रेस का हाथ, राहुल गांधी ने दिलायी सदस्यता

जेएनयूएसयू के एक्स प्रसिडेंट सह सीपीआई लीडर कन्हैया कुमार और गुजरात से एमएलए जिग्नेश मेवानी ने सोमवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया है। राहुल गांधी की मौजूदगी में दोनों ने कांग्रेस की सदस्यता हासिल की है। इससे पहले राहुल गांधी के साथ शहीद-ए-आज़म भगत सिंह पार्क में कन्हैया कुमार और गुजरात के एमलएल जिग्नेश मेवाणी भी मौजूद थे।

कॉमरेड से कांग्रेसी हुए कन्हैया कुमार, जिग्नेश मेवानी ने भी थामा कांग्रेस का हाथ, राहुल गांधी ने दिलायी सदस्यता

नई दिल्ली। जेएनयूएसयू के एक्स प्रसिडेंट सह सीपीआई लीडर कन्हैया कुमार और गुजरात से एमएलए जिग्नेश मेवानी ने सोमवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया है। राहुल गांधी की मौजूदगी में दोनों ने कांग्रेस की सदस्यता हासिल की है। इससे पहले राहुल गांधी के साथ शहीद-ए-आज़म भगत सिंह पार्क में कन्हैया कुमार और गुजरात के एमलएल जिग्नेश मेवाणी भी मौजूद थे।

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कन्हैया व जिग्नेश के कांग्रेस में शामिल होने पर आयोजत प्रेस कांफ्रेस में पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ''हम इन युवा नेताओं के साथ काम करने को लेकर आशान्वित हैं, ताकि देश पर शासन कर रही फासीवादी ताकतों को हरा सकें। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी ने लगातार मोदी सरकार और हिटलरशाही की नीति के खिलाफ संघर्ष किया। हमारे इन साथियों को लगा कि ये आवाज़ और बुलंद हो पाएगी जब ये कांग्रेस और राहुल गांधी की आवाज़ में मिलकर एक और एक ग्यारह की आवाज़ बन जायेगी।

कांग्रेस पार्टी वो पार्टी है जो गांधी की विरासत को आगे ले जायेगा
कन्हैया कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वो पार्टी है जो गांधी की विरासत को आगे ले जायेगा। जो सरोजिनी नायडू, आंबेडकर, नेहरू, अशफाक उल्लाह खान, भगत सिंह और मौलाना आजाद के रास्तों पर चलेगा। हम जब भी हम समानता और बराबरी की बात करते हैं- यह कुछ व्यक्तियों तक सीमित नहीं है। ये भारतीय होने का इतिहास है। इस भारतीय होने के इतिहास को अगर कोई अपने आप में कोई समेटे हुए है तो वह देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस है।  

कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा
कन्हैया ने कहा कि हम देश की सबसे पुरानी पार्टी, सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में इसलिए शामिल हो रहे हैं क्योंकि इस देश के लाखों-करोड़ों लोगों को लगने लगा है कि कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि जो लोग कह रहे हैं- विपक्ष कमजोर हो गया है। यह सिर्फ विपक्ष की चिंता की बात नहीं है। यह मैं नहीं कह रहा हूं- कोई शास्त्र, कोई किताब उठाकर देख लीजिए, जब विपक्ष कमजोर हो जाता है तो सत्ता तानाशाही रुख अख्तियार कर लेती है।

लोकसभा में 545 में से 200 लगभग ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं
उन्होंने कहा कि  देश में जो वैचारिक संघर्ष छिड़ा है, उसे कांग्रेस पार्टी ही नेतृत्व दे सकती है। युवाओं से कहना चाहता हूं कि दीवार पर बैठकर टुकुर-टुकुर ताकने का वक्त नहीं है। कांग्रेस पार्टी एक बड़ा जहाज है, अगर कांग्रेस पार्टी बचेगी तो लाखों-करोड़ों युवाओं का आकांक्षाएं बचेंगी, भगत सिंह का भारत बचेगा। इसी आशा और उम्मीद के साथ इस पार्टी से जुड़ा हूं। अगर सबसे बड़ी पार्टी को नहीं बचाया गया, अगर बड़े जहाज को नहीं बचाया गया तो छोटी-छोटी कस्तियां भी नहीं बचेंगी। मुझे यह बात सीधे तौर पर बात कर रहा हूं कि लोकसभा में 545 में से 200 लगभग ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है।कन्हैया ने कहा कि जिस पार्टी में मैं पला-बढ़ा, उसका आभार प्रकट करता हूं। उसने मुझे सिखाया, पढ़ाया, लड़ने का जज्बा दिया।

संघ पर बोला हमला

कन्हैया ने कहा कि ये परिवार, संघ परिवार नहीं- वो क्या परिवार छोड़कर परिवार बनाना पड़े? वो परिवार जो अपना परिवार छोड़ने को नहीं कहता है। महात्मा गांधी कस्तूरबा को साथ लेकर अंग्रेजों से लड़ गए, बताइए इनको अपना घर छोड़ना पड़ा। कोई जरूरी है क्या? अपने परिवार के साथ रहना है। आंबेडकर भी परिवार के साथ रहते थे। जितने भी बड़े लोग हैं, उनका इतिहास उठाकर देख लीजिए किसी ने परिवार नहीं छोड़ा।