दिल्ली के लोकायुक्त बनाये गये जस्टिस एचसी मिश्रा, झारखंड हाई कोर्ट से हुए थे रिटायर

झारखंड हाई कोर्ट के रिटायर जस्टिस एचसी मिश्रा (हरीशचंद्र मिश्रा)  को दिल्ली का लोकायुक्त बनाया गया है। दिल्ली के एलजी अनिल बैजल   ने उन्हें पांच सालों के लिए लोकायुक्त नियुक्त किया है। इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है। जस्टिस एचसी मिश्रा झारखंड ज्यूडिशिल सर्विस के अफसर रहे हैं। इसके बाद वे झारखंड हाई कोर्ट के जज बने। कुछ माह पहले ही वह रिटायर हुए हैं।

दिल्ली के लोकायुक्त बनाये गये जस्टिस एचसी मिश्रा, झारखंड हाई कोर्ट से हुए थे रिटायर

नई दिल्ली। झारखंड हाई कोर्ट के रिटायर जस्टिस एचसी मिश्रा (हरीशचंद्र मिश्रा)  को दिल्ली का लोकायुक्त बनाया गया है। दिल्ली के एलजी अनिल बैजल   ने उन्हें पांच सालों के लिए लोकायुक्त नियुक्त किया है। इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है। जस्टिस एचसी मिश्रा झारखंड ज्यूडिशिल सर्विस के अफसर रहे हैं। इसके बाद वे झारखंड हाई कोर्ट के जज बने। कुछ माह पहले ही वह रिटायर हुए हैं।

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मधुबनी के रहने वाले है जस्टिस मिश्रा

बिहार के मधुबनी केअंधराठाढ़ी ब्लॉक के गोनौली गांव के निवासी जस्टिस  हरिश्चन्द्र मिश्र अपना कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से पांच साल की अवधि के लिए इस पद पर रहेंगे। हरिश्चन्द्र मिश्र गोनौली के अति प्रतिष्ठित परिवार से संबंध रखते हैं। उनके दादा स्वर्गीय सिद्धिनाथ मिश्रा इलाके के प्रसिद्ध समाजसेवी व वह जिला स्कूलों के प्रधानाध्यापक थे।थे।राय साहब की उपाधि से विभूषित थे। लोकायुक्त हरिश्चंद्र मिश्र के पिता स्व विश्वनाथ मिश्र पटना हाई कोर्ट के जज थे।  उनकी पढ़ाई-लिखाई पिता के सान्निध्य में पटना में हुई है। 27 मार्च 1959 को जन्मे जस्टिस हरिश्चंद्र मिश्र ने 1974 में पटना हाई स्कूल से मैट्रिक पास की। इसके बाद टीएनबी कॉलेज, भागलपुर से आईएससी और जमशेदपुर के को-ऑपरेटिव कॉलेज से ग्रैजुएशन किया। इसके बाद वह पटना वापस आ गये।

पटना लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की। वर्ष 1984 में वह पटना हाई कोर्ट में वकील के रूप में प्रैक्टिस करने लगे। ह कानून की कई पुस्तक भी लिख चुके हैं।वर्ष 1997 में बिहार सुपीरियर ज्यूडिशयल सर्विस एग्जाम में सेकेंड टॉपर रहे।छपरा के अतरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बन गये। बिहार के बंटवारे के बाद वह झारखंड कैडर में चले गये। सीबीआई कोर्ट के जज के रूप में चारा घोटाले के मामलों की भी सुनवाई की। जिला एवं सत्र न्यायाधीश बनने के बाद वर्ष 2002 से 2005 तक देवघर में पोस्टेड रहे। इसके बाद वह चाईबासा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश बने और फिर झारखंड हाईकोर्ट के रिजस्ट्रार जनरल बनाये गये। हरिश्चंद्र मिश्र 27 अप्रैल 2011 को झारखंड हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश बनाये गये। उन्होंने  31 जनवरी 2013 को झारखंड हाई कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली। रिटायर होने से लगभग डेढ़ साल पहले 30 अगस्त 2019 से लेकर 16 नवंबर 2019 तक वह झारखंड हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी रहे।

बाबा धाम मंदिर बोर्ड के सदस्य से हाई कोर्ट के न्यायाधीश तक रहे

जस्टिस एचसी मिश्रा झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा गठित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर प्रबंधन बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। मंदिर के विकास में उनका अहम योगदान रहा है। वर्ष 2005 से 2006 तक झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण रांची के सदस्य सचिव भी रह चुके हैं। वर्ष 2006 से 2008 तक वह झारखंड हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार स्थापना में काम कर चुके हैं। वहीं, वर्ष 2008 से 2009 तक वह चाईबासा में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में काम कर चुके हैं। 27 अप्रैल 2011 को वह झारखंड हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश बनाए गए। 31 जनवरी 2013 को झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश बने। 30 अगस्त 2019 से 16 नवंबर 2019 तक झारखंड हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी काम कर चुके हैं। वह 26 मार्च 2021 को झारखंड हाई कोर्ट से रिटायर हुए हैं।