झारखंड: पंकज मिश्रा ने गंगा नदी में मालवाहक जहाज हादसे की जांच रोकने को बनाया था दबाव

सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने अपने व अपने सहयोगियों के विरुद्ध किसी भी तरह के जांच को रोकने के लिए संताल परगना में प्रशासन पर दबाव बनाया था। पंकज मिश्रा ने दुमका के तत्कालीन आयुक्त चंद्र मोहन कश्यप को भी फोन कॉल कर गंगा नदी पर हुए मालवाहक जहाज दुर्घटना की किसी भी तरह की जांच नहीं करने का दबाव बनाया था।

झारखंड: पंकज मिश्रा ने गंगा नदी में मालवाहक जहाज हादसे की जांच रोकने को बनाया था दबाव

रांची। सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने अपने व अपने सहयोगियों के विरुद्ध किसी भी तरह के जांच को रोकने के लिए संताल परगना में प्रशासन पर दबाव बनाया था। पंकज मिश्रा ने दुमका के तत्कालीन आयुक्त चंद्र मोहन कश्यप को भी फोन कॉल कर गंगा नदी पर हुए मालवाहक जहाज दुर्घटना की किसी भी तरह की जांच नहीं करने का दबाव बनाया था।

यह भी पढ़ें:झारखंड: पंकज मिश्रा के घर से मिला CM हेमंत सोरेन का बैंक पासबुक व चेकबुक, ED की चार्जशीट में खुलासा
कमिशनर ने  कॉल करने की बात स्वीकारी
ईडी ने इलिगल माइनिंग मामले में ईडी की स्पेशल कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में यह उल्लेख किया है। ईडी ने बताया है कि इन्विस्टीगेशन के दौरान उसने सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के फोन नंबर को इंटरसेप्ट किया था। जांच में उक्त बात का पता चला। पंकज ने कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप से कहा था कि साहिबगंज के उपायुक्त राम निवास यादव की रिपोर्ट को ही मानें। डीसी ने जहाज हादसे की जांच में किसी भी तरह की अनियमितता से इन्कार किया था। 
ईडी ने एवीडेंस की तौर पर ईडी की स्पेशल कोर्ट में कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप व पंकज मिश्रा के बीच हुई बातचीत से संबंधित डिजिटल कापी भी चार्जशीट के साथ संलग्न किया है। पंकज मिश्रा ने भी ईडी की पूछताछ में इस बात का खुलासा किया था कि उसने कमिश्नर को काल किया था। उसने यह भी कहा था कि वह ही गंगा नदी पर मालवाहक जहाज का परिचालन करवा रहा है, इसलिए जांच नहीं करें। ईडी ने अपनी चार्जशीट में स्पष्ट किया है कि साहिबगंज में इलिगल स्टोन माइनिंग जोरों पर था।
गंगा नदी में डूब गया था मालवाहक जहाज
स्टोन चिप्स से लदे ट्रकों से एक ओवरलोडेड मालवाहक जहाज विगत 24 मार्च को गंगा नदी में डूब गया था। सभी स्टोन चिप्स लदे ट्रक साहिबगंज से कटिहार जा रहे थे। जहाज का परिचालन सूर्योदय के बाद व सूर्यास्त के पहले ही चलने थे, लेकिन यहां परिचालन रात के अंधेरे में भी होता था।
डीसी की रिपोर्ट पर कमिश्नर ने उठाया था सवाल
तत्कालीन कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप ने फेरी जहाज हादसे के बाद डीसी की रिपोर्ट पर भी सवाल उठाया था, जो पंकज मिश्रा के संज्ञान में था। ईडी ने इसके बाद कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप का भी बयान लिया था। चंद्रमोहन कश्यप अब रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने ईडी को बताया था कि पंकज मिश्रा ने जहाज परिचालन स्वयं करने की बात स्वीकारी थी। वे उपायुक्त की रिपोर्ट से असहमत थे कि रात में मालवाहक जहाज का परिचालन किस परिस्थिति में हो रहा था। उन्होंने दुर्घटना के कारणों और दुर्घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों सहित कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण भी मांगा था, लेकिन साहिबगंज जिला प्रशासन ने कोई संतोषजनक रिपोर्ट नहीं दी थी। इसी बीच वे रिटायर हो गये थे।