Jharkhand: पुलिस एनकाउंटर में जख्मी सबजोनल कमांडर नंदकिशोर यादव अरेस्ट, झोलाछाप डॉक्टर भी पकड़ाया

झारखंड के  लातेहार एवं चतरा के सीमावर्ती इलाके लावालौंग पुलिस स्टेशन एरिया में तीन अप्रैल को हुई पुलिस-माओवादी के बीच हुई एनकाउंटर में जख्मी नक्सली सबजोनल कमांडर नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया को पलामू पुलिस ने अरेस्ट किया है। ननकुरिया पर झारखंड सरकार ने पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा था। 

Jharkhand: पुलिस एनकाउंटर में जख्मी सबजोनल कमांडर नंदकिशोर यादव अरेस्ट, झोलाछाप डॉक्टर भी पकड़ाया

पलामू। झारखंड के  लातेहार एवं चतरा के सीमावर्ती इलाके लावालौंग पुलिस स्टेशन एरिया में तीन अप्रैल को हुई पुलिस-माओवादी के बीच हुई एनकाउंटर में जख्मी नक्सली सबजोनल कमांडर नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया को पलामू पुलिस ने अरेस्ट किया है। ननकुरिया पर झारखंड सरकार ने पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा था। 

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नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया जोनल कमांडर में उसका प्रमोशन होने वाला था। एनकाउंटर में उसे पेट में गोली लगी है। नंदकिशोर पांकी पुलिस स्टेशन एरिया के केकरगढ़ का निवासी है। पुलिस ने नक्सली का इलाज करने वाले झोलाछाप डाक्टर जगदीश यादव को भी अरेस्ट किया है। उसकी वाइफ मुखिया है। जगदीश लावालौंग पुलिस स्टेशन एरिया के ग्राम रिमी का रहने वाला है। नक्सली नंदकिशोर के खिलाफ सिर्फ पांकी पुलिस स्टेशन एरिया में 13 मामले दर्ज है। 
जख्मी नक्सली नंद किशोर को पुलिस सुरक्षा में उसे एमआरएमसीएच में इलाज के लिए एडमिट किया गया है। गिरफ्तार ग्रामीण चिकित्सक जगदीश को जेल भेज दिया भेज दिया गया है।
पलामू एसपी एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बुधवार की शाम टाउन पुलिस स्टेशन में प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। एसपी ने बताया कि तीन अप्रैल को एनकाउंटर के बाद चार अप्रैल की रात में सूचना मिली थी कि एक माओवादी को पेट में गोली लगी है। वह जिले के पिपराटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया में ग्राम गिरी के आसपास जंगली इलाके में छिपकर अपने समर्थकों के सहयोग से देहाती झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहा है। सूचना के आलोक में पिपराटांड़ थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम बनाकर छापेमारी की गई। लावालौंग पुलिस स्टेशन एरिया के सीमावर्ती गांव गिरी, सेहता, कलगी आदि के जंगल में टोह लिया गया। इसी बीच पांच अप्रैल की सुबह नौ बजे गिरी के जंगल में एक आदमी एक पेड़ के नीचे बैठा देखा गया। वह पुलिस को देखते ही उठकर तेजी से चलने लगा। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर वह कराहने लगा तथा बोला कि पेट में जख्म है, गोली लगी है।
उसने अपनी पहचान नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया (उम्र करीब 50 वर्ष) के रूप में की। उसने पुलिस को बताया कि तीन अप्रैल को लावालौंग में पुलिस एनकाउंटर में वह शामिल था। इसी क्रम में उसे गोली लगी। इस घटना में उसके पांच साथी मारे गये हैं। पुलिस छानबीन में उसके पास से एक इंसास राइफल तथा तीन सैमसंग का मोबाइल फोन बरामद हुआ। एसपी ने बताया कि नंदकिशोर कई गंभीर एवं जघन्य नक्सली कांडों में वांछित एवं फरार था। उसने पूछताछ के दौरान बताया कि लावालौंग एनकाउंटर में माओवादियों की दो टीम शामिल थी। एक टीम में मनोहर गंझू और एक का लीडर गौतम पासवान था। गौतम पासवान दस्ता का सफाया हो गया है। पुलिस टीम में पिपराटांड़ थाना प्रभारी हीरालाल साह, पाकी थाना से एसआइ कुंदन पासवान के अलावा जैप-7 के हवलदार, आरक्षी आदि शामिल थे।

फ्लैश बैक

जिले के लावालौंग पुलिस स्टेशन एरिया के चतरा- पलामू बॉर्डर पर नौडीहा जंगल में तीन अप्रैल की सुबह पुलिस और भाकपा माओवादी के बीच एनकाउंटर बड़े नक्सली मारे गये थे। मारे गये नक्सलियों में सैक मेंबर सुरेश पासवान उर्फ गौतम पासवान उर्फ बड़का दा और अजीत उरांव उर्फ चार्लीस गंझू.  25-25 लाख रुपये के इनामी थे। मारे गये तीन सब जोनल कमांडर अजय यादव उर्फ नंदू, अमर गंझू उर्फ अमन तथा संजीत भुइयां पर पांच-पांच लाख का इनाम था। गौतम और अजित संगठन में टेक्निकल एक्सपर्ट्स थे। अजित माओवादियों के लिए इम्प्रोवाइज मिसाइल भी विकसित कर रहा था। गौतम माओवादियों के मध्य जोन सह छकरबंधा का सुप्रीम कमांडर था।