झारखंड: IAS पूजा सिंघल से जुड़े मामले में चतरा, चाईबासा, खूंटी व सरायकेला DMO से ED ने की 10 घंटे तक पूछताछ

झारखंड की सस्पेंड आईएएस अफसर पूजा सिंघल के खिलाफ भ्रष्टाचार व मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में चतरा, चाईबासा, खूंटी और सरायकेला के डीएमओ से ईडी ने पूछताछ की है। ईडी ने खूंटी के डीएमओ मोहम्मद नदीम सफी, सरायकेला-खरसांवा के डीएमओ सनी कुमार, पश्चिमी सिंहभूम के डीएमओ निशांत अभिषेक व चतरा के डीएमओ गोपाल कुमार दास से लगातार 10 घंटे तक पूछताछ की है। 

झारखंड: IAS पूजा सिंघल से जुड़े मामले में चतरा, चाईबासा, खूंटी व सरायकेला DMO से ED ने की 10 घंटे तक पूछताछ
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रांची। झारखंड की सस्पेंड आईएएस अफसर पूजा सिंघल के खिलाफ भ्रष्टाचार व मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में चतरा, चाईबासा, खूंटी और सरायकेला के डीएमओ से ईडी ने पूछताछ की है। ईडी ने खूंटी के डीएमओ मोहम्मद नदीम सफी, सरायकेला-खरसांवा के डीएमओ सनी कुमार, पश्चिमी सिंहभूम के डीएमओ निशांत अभिषेक व चतरा के डीएमओ गोपाल कुमार दास से लगातार 10 घंटे तक पूछताछ की है। 

बताया जाता है कि डीएमओ गोपाल कुमार दास कुछ माह पहले ही बोकारो से ट्रांसफर होकर चतरा गये हैं। वे करीब चार साल तक बोकारो के डीएमओ रह चुके हैं। इन सभी डीएमओ से ईडी के अधिकारी उनकी संपत्ति का ब्यौरा ले रहे हैं। इन डीएमओ से उनका व्यक्तिगत ब्यौरा, घर परिवार, पैतृक संपत्ति, नौकरी से पहले व नौकरी के बाद की संपत्ति की जानकारी मांगी गई है।इन सभी डीएमओ से पूर्व में जब्त कुछ कागजातों के बारे में भी जानकारी ली गई है जो निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल व उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सहित सभी ठिकानों पर रेड के क्रम में जब्त किये गये थे। इन कागजातों में इलिगल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग से संबंधित दस्तावेज शामिल थे।
 डीएमओ गोपाल कुमार दास के बारे में ईडी को जानकारी है कि उनके बोकारो के कार्यकाल के दौरान कुछ बड़े राजनेताओं का संरक्षण था। ईडी को बोकारो में इलिगल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग संबंधित शिकायत मिली थी। इसी मामले में गोपाल कुमार दास से ईडी के अफसरों ने पूछताछ किया है। पूर्व में पूर्वी सिंहभूम के डीएमओ संजय शर्मा से भी ईडी के अफसर उनके हजारीबाग के कार्यकाल के बारे में जानकारी लेना चाहते थे।ईडी की टीम द्वारा पिछले दिन जिलों में अवैध परिवहन, अवैध खनन मामले में इनसे जानकारी लिया गया था। इनसे पूछा गया था कि वे कितने दिनों से जिले में तैनात हैं और अवैध खनन के खिलाफ क्या कार्रवाई की? इसे रोकने के लिए कौन से कदम उठाएं और कितने मामले दर्ज किए? इलिगल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग की ब्लैक मनी का हिस्सा कहां-कहां पहुंचाया।
ईडी के अफसरों ने डीएमओ के सामने कुछ दस्तावेज भी रखे थे, जिसका वे जवाब नहीं दे पाए। ये दस्तावेज मौखिक आदेश पर ई-चालान नहीं जारी करने से संबंधित भी थे। ईडी सूत्रों की मानें तो राज्य में काली कमाई के हिस्सेदारों की कलई परत दर परत खुल रही है। भ्रष्टाचारियों पर कानून का घेरा कसता जा रहा है।