झारखंड:अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देने उमड़े श्रद्धालु, घर से लेकर घाट तक व्रतियों ने दिया अर्घ्य

झारखंड में लोक आस्था के महापर्व छठ पूरे भक्ति भाव से मनाया जा रहा है। स्टेट के विभिन्न हिस्सोंा में व्रतियों ने बुधवार की शाम अस्तााचलगामी सूर्य को घर से लेकर नदी व तालाब के घाट पर अर्घ्य दिया।अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देने को श्रद्धालुओं की भड़ उमड़ी। 

झारखंड:अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देने उमड़े श्रद्धालु, घर से लेकर घाट तक व्रतियों ने दिया अर्घ्य
डाला लेकर जाते लातेहार एसपी व उनकी पत्नी।

रांची। झारखंड में लोक आस्था के महापर्व छठ पूरे भक्ति भाव से मनाया जा रहा है। स्टेट के विभिन्न हिस्सोंा में व्रतियों ने बुधवार की शाम अस्तााचलगामी सूर्य को घर से लेकर नदी व तालाब के घाट पर अर्घ्य दिया।अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देने को श्रद्धालुओं की भड़ उमड़ी। 

अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देने उमड़ा जनसैलाब
आस्था के महापर्व छठ पर बुधवार की शाम अद्भुत छटा दिखाई दी। घाटों पर उमड़े सैलाब के बीच व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों पर ही पर्व मनाया। पूरा झारखंड आस्था के रंग में सराबोर नजर आया। रांची समेत राज्य के हर शहर और हर कस्बे की गलियों में छठी मइया के गीत गुंजायमान हुए।

सड़कें और गलियां सजी रहीं। घाट चकाचक दिखाई दिये। भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य को दिया गया। राजधानी रांची सहित हजारीबाग, रामगढ़, गढ़वा, पलामू, लातेहार, गढ़वा, धनबाद, जमशेदपुर, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, लोहरदगा, सिमडेगा, गुमला, चाईबासा, सरायकेला, देवघर, दुमका, पाकुड़, साहिबगंज, जामताड़ा, गोड्डा,खुंटी,चतरा आदि जिलों में व्रती छठ घाट पर पहुंच भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।

गली-मोहल्लों  से लेकर कस्बे तक आम ओ खास जुटे रहे

छठ को लेकर गली-मोहल्लों  से लेकर कस्बे तक आम ओ खास जुटे रहे। गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय इस महापर्व का समापन हो जायेगा।रांची में घर से लेकर घाट कर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों की छत पर छठ पूजा किया। वहीं सरकारी आदेश मिलने के बाद घाट पर पहुंचकर भगवान को अर्घ्य देने वालों की संख्या भी कम नहीं रही। शाम चार बजे से ही लोग नदी व तालाब पर पहुंचने लगे। कई लोग दंडवत होकर घाट पर पहुंचते दिखे। 

पलामू एसपी व उनकी वाइफ ने किया है छठ

पलामू में मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के अमानत घाट पर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने अपनी पत्नीन के साथ छठ व्रत किया और भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। पलामू के मेदिनीनगर के कोयल नदी स्थित छठ घाट समेत अन्य जगहों पर व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य भगवान को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया।

लातेहार एसपी व उनकी वाइफ धनबाद की रुरल एसपी ने दिया अर्घ्य

लातेहार में एसपी अंजनी अंजन व उनकी पत्नी धनबाद की रुरल एसपी रीष्मा रमेशन ने परिजनों के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। लातेहार में नदी व तलाब में छठ पूजा के मौके पर भारी भीड़ जुटी। 

कोयलांचल धनबाद में डूबते सूर्य को व्रतियों ने दिया अर्घ्य
धनबाद कोयलांचल लोक आस्था के रंग और उमंग में डूबा हुआ है। चहुंओर छठ के गीत गूंज रहे हैं-कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए..., जोड़े-जोड़े नारियल तोहे चढ़इबो ना..., ऐ छठी मइया होई ना सहइया... वगैरह-वगैरह। सज-धजकर तैयार छठघाटों पर बुधवार को डूबते हुए सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य दिया। गुरुवार सुबह छठ घाटों पर उदयीमान सूर्य की आराधना की जायेगी। सूर्योदय के समय भगवान भास्कर का एक झलक मिलते ही उन्हें अर्घ्य दिया जायेगा। 

एमएलए राज सिन्हा व ढुल्लू महतो पहुंचे छठ घाट
धनबाद में बेकाराबांध राजेंद्र सरोवर, धैया रानी तालाब, मटकुरिया, मनईटांड़, कोयलानगर, लोहारकुल्ही समेत अन्य जगहों पर तालाब में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। शहर व कोलियरी से लेकर ग्रामीणों इलाके में आस्था के महापर्व पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। धनबाद, झरिया, निरसा, चिरकुंडा, कतरास, सिंदरी, जामाडोबा, डिगवाडीह, भौंरा,सुदामडीह, पाथरडीह समेत अन्य जगहों पर दामोदर नदी, कतरी नदी, तालाब आदि जगहों पर लोगों ने भगवान भास्कर को सांध्य अर्घ्य दिया। 

एमपी पीएन सिंह के घर में भी छठ हो रही है। उनकी पत्नी छठ कर रही है। एमएलए राज सिन्हा व एक्स मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल शाम को शहर के आसापास कई छठ घाठों का भ्रमण कर भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया। बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो कतरास व आसपास के कई घाटों पर गये। तोरण द्वारा का उद्घाटन किया। 

भूली व धैया ठाकुर कुल्ही छठ घाट पहुंचे रणविजय सिंह
बिहार जनता खान मजदूर संघ के महामंत्री रणविजय सिंह भूली व धैया समेत कई छठ घाट पहुंचे। गेट व तोरण द्वार का उद्घाटन किया। रणविजय सिंह ने धैया ठाकुरकुल्ही छठ घाट पर संध्या सूर्य अर्घ्य दिया।

श्री सिंह ने छठ पूजा पंडाल का उद्घाटन किया। रणविजय सिंह ने भूली छठ पूजा पंडाल का  उद्घाटन किया। पूजा कमेटी के द्वारा श्री सिंह का स्वागत फूल माला बुके एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। तेतुलमूरी बस्ती छठ पूजा कमेटी को रणविजय सिंहद्वारा सहयोग राशि दिया गया।

मारवाड़ी युवा मंच झरिया समृद्धि शाखा की ओर से डाला में प्रसाद वितरण

मारवाड़ी युवा मंच झरिया समृद्धि शाखा के तरफ से छठ के पावन अवसर पर डाला में प्रसाद बांचटा गया| चार नंबर बस स्टैंड काली मंदिर के पास दिन के तीन बजे से वितरण किया गया| इस कार्यक्रम की संयोजक जया अग्रवाल थी। यह जानकारी प्रियंका हिम्मत सिंहका जन संपर्क पदाधिकारी झरिया समृद्धि शाखा ने दी है। 

धनबाद जिला कांग्रेस प्रसिडेंट ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा छठ घाट में पूजन सामग्री का वितरण 

धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष  ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह तथा नगर कांग्रेस अध्यक्ष बैभव सिन्हा द्वारा हीरापुर डीएस कॉलोनी मोड़ पर छठ पूजा पंडाल में विधिवत पूजन किया गया। व्रतियों के बीच फल एवं पूजन सामग्री का वितरण किया गया। भूली बी ब्लॉक स्थित छठ घाट के पूजा पंडाल का उद्घाटन कांग्रेस कमेटी के ज़िलाध्यक्ष  ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह एवं नगर अध्यक्ष बैभव सिन्हा  द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

 निरसा में शिवशंकर सिंह ने परिजनों के साथ भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य

निरसा में शिवशंकर सिंह ने अपने परिजनों के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। उनकी पत्नी नीलम सिंह छठ कर रही है। मौके पर उमांशंकर सिंह, कुमार हर्ष, अमितेष समेत अन्य उपस्थित थे। 

छठ व्रतियों के लिए बीसीसीएल ने छठ तालाब की साज-सज्जा की

बीसीसीएल सीएमडी के दिशा-निर्देशों और डीपी के नेतृत्व में छठ व्रतियों के लिए कोयलानगर स्थित छठ तालाब को साफ करवाकर उसमें पानी भरवाया गया।र घाट के चारों ओर आकर्षक साज-सज्जा की गयी। पूरे आयोजन की चाक-चौबंद व्यवस्था की गयी। इस अवसर पर घाट पर बीसीसीएल के डीटी (ओपी) चंचल गोस्वामी, सीवीसी कुमार अनिमेष, महाप्रबंधक (समन्वय)  प्रकाश चन्द्रा, महाप्रबंधक (सिविल)  बी घोष, मुख्य प्रबंधक (कार्मिक)  एस के सिंह, उपमहाप्रबंधक (प्रशासन)  सुनील कुमार समेत प्रशासन विभाग  व जनसंपर्क विभाग के सभी अफसर व स्टाफ मौजूद रहे। 

छठ पूजा के अवसर पर बीसीसीएल के दीक्षा महिला मंडल की उपाध्यक्ष  मिली दत्ता, निदेशक (वित्त) की धर्मपत्नी,  संगीता गोस्वामी, निदेशक (तक./संचालन) की धर्मपत्नी और श्रीमती नीतू कुमारी, मुख्य सतर्कता अधिकारी की धर्मपत्नी द्वारा छठ व्रतियों को फल वितरण किया गया और सभी आगंतुकों के लिए चाय की भी व्यवस्था की गयी।ज्ञात हो कि कल्याणकारी कार्यों के अंतर्गत बीसीसीएल की ओर से प्रतिवर्ष छठ व्रतियों के लिए घाट की साफ-सफाई और साज सज्जा करवाई जाती है और छठ तालाब में भरपूर पानी भरा जाता है ।

जमशेदपुर के सूर्य मंदिर और बारीडीह भोजपुर घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। लोग गाजेबाजे के साथ घाट पर पहुंचे। सूर्य मन्दिर में एमएलए सरयू राय और एक्स सीएम रघुवर दास ने भी व्यवस्था का जायजा लिया। दोनों नेताओं ने व्रतियों को अर्ध्य भी दिलाया। जादूगोड़ा के राखा कॉपर छठ घाट में भी काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। गुवा और आसपास के क्षेत्रों में छठवर्ती महिलाओं ने विभिन्न छठ घाटों में डूबते सूर्य को अर्ध्य अर्पण किया। चक्रधरपुर में पुरानी बस्ती छठ घाट में अर्ध्य का इंतजाम किया गया था। काफी संख्या में इस घाट पर लोगों की भीड़ उमड़ी। काफी संख्या में व्रतियों ने जलधारा में खड़े होकर डूबते सूर्य को पहला अर्घ दिया। घाट के आसपास सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
सिमडेगा में शंख एवं पलामाड़ा नदी संगम में व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की अपार भीड़ जुटी। यहां व्रति‍यों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। रामगढ़ में भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। दामोदर नदी छठ घाट व बिजुलिया तालाब छठ घाट पर आस्था का जनसैलाब दिखाई दिया। गिरिडीह मेंएमपी चंद्रप्रकाश चौधरी ने छठ घाट व तोरण द्वार का उद्घाटन किया। रामगढ़ डीसी माधवी मिश्रा बिजुलिया तालाब छठ घाट में अपने माता-पिता के साथ मौजूद हैं। यहां सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है।

नहाय-खाय से शुरू हुआ चार दिवसीय महापर्व

बिहार और झारखंड का छठ सबसे बड़ा पर्व है। यही कारण है कि इसे लोक आस्था का महापर्व कहा जाता है। यह चार दिन तक चलता है। चार दिवसीय महापर्व छठ 8 नवंबर, 2021 सोमवार को नहाय-खाय के साथ ही शुरू हुआ। 9 नवंबर मंगलवार के दिन खरना का व्रत किया गया। 10 नंवबर बुधवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया गया। वहीं 11 नवंबर गुरुवार यानी कि कल उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा। इसके साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाता है।

डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष महत्व

ऐसी मान्यता है कि सूर्य षष्ठी यानी कि छठ पूजा के तीसरे दिन शाम के वक्त सूर्यदेव अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं। इसलिए संध्या अर्घ्य देने से प्रत्यूषा को अर्घ्य प्राप्त होता है। प्रत्यूषा को अर्घ्य देने से इसका लाभ भी अधिक मिलता है। मान्यता यह है कि संध्या अर्घ्य देने और सूर्य की पूजा अर्चना करने से जीवन में तेज बना रहता है और यश, धन, वैभव की प्राप्ति होती है। अस्ताचलगामी सूर्यदेव को शाम को पहला अर्घ्य दिया जाता है इसलिए इसे संध्या अर्घ्य कहा जाता है। इसके पश्चात विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की जाती है।