झारखंड: साइबर ठगी के शिकार लोगों को CID ने एक साल में वापस कराया 1.01 करोड़ रुपये

सीआईडी ने एक साल के भीतर साइबर ठगी के शिकार पीड़ितों को लगभग एक करोड़, एक लाख 93 हजार रुपये वापस कराया है। एक साल में आठ कांडों में ठगी की राशि को बरामद किया है। एक बयान जारी कर एक साल का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया है। 

झारखंड: साइबर ठगी के शिकार लोगों को CID ने एक साल में वापस कराया 1.01 करोड़ रुपये
  • सीआइडी ने एक साल में साइबर क्राइम के आठ कांडों को सुलझाया 

रांची। सीआईडी ने एक साल के भीतर साइबर ठगी के शिकार पीड़ितों को लगभग एक करोड़, एक लाख 93 हजार रुपये वापस कराया है। एक साल में आठ कांडों में ठगी की राशि को बरामद किया है। एक बयान जारी कर एक साल का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया है। 

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ठगी का पैसा लौटाया तो मिली बेल
साईबर क्रिमिनल ने बड़गाईं के रहने वाले सुशील से  आनलाइन खरीददारी के क्रम में रुपये वापस करने के नाम पर धोखे से एनी डेस्क एप डाउनलोड करवाया। सुशीलके अकाउंट 2,03,617 रुपये की अवैध निकासी कर ली। कोर्ट के आदेश पर आरोपितों ने ठगी के रुपयों को लौटाया, तब उन्हें सशर्त जमानत मिली। हिनू के शुक्ला कालोनी के प्रत्युष नाथ को साइबर क्रिमिनलों ने केवाइसी अपडेट के नाम पर 2,53,000 रुपये की साइबर ठगी की थी। इसमें भी ठगी की राशि वापस करने पर अभियुक्तों को सशर्त जमानत मिली थी। पंच मंदिर रोड, कांठीटांड के रहने वाले अपूर्व विवेक से पार्ट टाइम जाब दिलाने के नाम पर लिंक के माध्यम से 5,41,500 रुपये की ठगी की गयी थी। शिवाजी चौक, बूटी मोड़ के समीप रहने वाली सुषमा सिंह को कुरियर डिलेवरी के नाम पर लिंक भेजकर कुल 210,917 रुपये का अवैध हस्तांनातरण कर लिया गया था। 
डोरंडा निवासी डा. धनंजय प्रसाद सिंह के अकाउंट से यूनो एप के माध्यम से 20 लाख कि ठगी कर ली गई। इस मामले में देवघर से अनिल दास और प्रकाश दास को अरेस्ट किया गया था। कोर्ट के आदेशा पर एक्युज्ड ने ठगी के पैसे लौटा दिए, जिसके बाद सशर्त जमानत का लाभ मिला। खूंटी निवासी सुषमा हांसदा के अकाउंट से डेटिंग एप के माध्यम से 7.84 लाख कि ठगी कर ली गई थी। इस मामले में देवघर से अजरुद्धीन अंसारी नामक क्रिमिनल को अरेस्ट किया गया था। कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार अभियुक्त ने ठगे गये पैसे वापस लौटा दिये थे।

24 लाख लौटाने के शर्त पर अभियुक्तों को मिली बेल

रातू रोड हेहल के रहने वाले ओमप्रकाश वर्मा से साइबर क्रिमिनलों ने एचडीएफसी के पालिसी की पूरा अवधि होने से पहले बंद होने पर उसके पैसे वापस कराने के बदले में फरवरी 2020 से दिसंबर 2020 तक आइसीआइसीआइ बैंक अकाउंट से कुल 64,85,692 रुपये का अवैध ट्रांसफर कराया गया था। इस मामले में यूपी के लखनऊ से दो क्रिमिवनल अरेस्ट किये थे। एक्युज्ड रवि सिंह कुशवाहा को हाई कोर्ट ने 24 लाख रुपये पीड़ित को लौटाने का वादा किया, तब उसे सशर्त बेल मिली।