झारखंड : सिमडेगा ज्वेलरी चोरी कांड में बांसजोर के तत्कालीन थाना प्रभारी आशीष कुमार व SI डिसमिस
छत्तीसगढ़ रायपुर से चोरी की गई ज्वेलरी की हेरा फेरी के मामले में आरोपी सिमडेगा जिले के बांसजोर ओपी के तत्कालीन प्रभारी सब-इंस्पेक्टर आशीष कुमार व एसआई संदीप कुमार को सेवा से डिसमिस कर दिया गया है।
रांची। छत्तीसगढ़ रायपुर से चोरी की गई ज्वेलरी की हेरा फेरी के मामले में आरोपी सिमडेगा जिले के बांसजोर ओपी के तत्कालीन प्रभारी सब-इंस्पेक्टर आशीष कुमार व एसआई संदीप कुमार को सेवा से डिसमिस कर दिया गया है। सिमडेगा एसपी की अनुशंसा पर रांची डीआईजी ने अनीश गुप्ता ने यह कार्रवाई किया है।
डिपार्टमेंटल इंक्वायरी और प्रोसिडिंग पाया गया कि आरोपी सब इंस्पेक्टर ने अपने सीनियर अफसर को गुमराह किया।इससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है।मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने तत्कालीन ओपी प्रभारी आशीष कुमार के निशानदेही पर 10 किलो सोना बरामद किया था।अन्य आरोपी की निशानदेही पर 5 किलो सोना बरामद किया गया था।
रायपुर से चोरी कर भागे चोर, बांसजोर मैं चेकिंग के दौरान पकड़ाए थे
पिछले साल छत्तीसगढ़ के रायपुर से लाखों की ज्वेलरी चोरी कर चोरी के माल के साथ बांसजोर ओपी एरिया में पकड़े गए थे।चेकिंग में शामिल तत्कालीन ओपी प्रभारी आशीष कुमार ने चोरों के पास से बरामद सोना में से 15 किलो सोना गायब कर दिया।छत्तीसगढ़ पुलिस सिमडेगा आकर गिरफ्तार चोरों से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि बरामद ज्वेलरी में से 15 किलो अपने पास रख लिया है।छत्तीसगढ़ पुलिस ने मामले की कंप्लेंट डीजीपी व डीआईजी से की।डीआईजी की जांच में बांसजोर ओपी प्रभारी पर लगाए गए आरोप सही पाए गए।इसके बाद मामले में पुलिस कर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई.इस मामले में पुलिस ने तत्कालीन ओपी प्रभारी आशीष कुमार,सब-इंस्पेक्टर संदीप कुमार व चालक पुलिसकर्मी शाहिद रजा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।मामले में पुलिस अफसरों की संलिप्तता के बाद सीआईडी ने केस को टेकओवर किया था।मामले में सीआइडी ने तीनों पुलिसकर्मी को दोषी पाते हुए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था।
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फ्लैश बैक
छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित नवकार ज्वेलर्स से दो अक्टूबर 2021 को चोरों ने 80 लाख की ज्वेलरी की चोरी की थी। चोरी की माल के साथ भागने के क्रम में तीन अक्टूबर 2021 को सिमडेगा के बांसजोर ओपी एरिया चेकिंग के दौरान स्कार्पियो से भारी मात्रा में ज्वेलरी के साथ चार चोरों पकड़ा गया था। सिमडेगा के एसपी ने छह अक्टूबर के प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पांच अक्टूबर को चेकिंग के दौरान दो चोरों को पकड़ा गया। स्कॉर्पियो की तलाशी के क्रम में एक बैग में भरकर रखे गये 14 किलो का एक चांदी का ईंट समेत 38 किलो 830 ग्राम चांदी बरामद किया गया। पुलिस पूछताछ के बाद पकड़े गये लोगों ने अपना नाम मोफिजूल शेख गुहीटोला एवं मोजिबुर शेख कर्बला नारायणपुर दोनों साहेबगंज का निवासी बताया। जबकि पुलिस चार लोगों को अरेस्ट कर रायपुर से चोरी गयी पूरी ज्वेलरी बरामदकी थी।एसपी इस बरामदगी के लिए एसपी ने बांसजोर ओपी प्रभारी सहित चेकिंग में शामिल पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत भी किया था।
चोरों से छत्तीसगढ़ पुलिस की पूछताछ में खुली पोल
रायपुर पुलिस ने दोनों चोरों को प्रोडक्शन रिमांड लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि फरार हुए साथी अपने साथ कोई ज्वेलरी नहीं ले गये हैं। सिमडेगा में पुलिस चेकिंग में स्कार्पियो से नवकार ज्वेलर्स से चोरी की गयी 1800 ग्राम सोना, 56 किलो चांदी सहित सभी सामान व रुपयों से भरा बैग सिमडेगा पुलिस जब्त किया था।इसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने झारखंड पुलिस के सीनीयर अफसरों से कंपलेन की। तत्कालीन डीआईजी व सीआईडी ने मामले की जांच की। हेराफेरी मामले में बांसजोर ओपी प्रभारी आशीष कुमार, एसआइ दीपक कुमार व पुलिस ड्राइवर मोहम्मद शाहिद रजा खान को सस्पेंड किया गया। तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी। ओपी प्रभारी सह एसआइ समेत तीन पुलिसकर्मियों को अरेस्ट कर जेल भेजा गया था। बाद में एसपी व ओपी प्रभारी के बीच ज्वेलरी हेराफेरी व चोरों को पकड़े जाने की कथित ऑडियो भी वायरल हुई थी। वायरल ऑडियो में एसपी थानेदार से कह रहा है कि बरामद किये गये सोने में से कुछ सोना निकाल लो. वायरल ऑडियो में एसपी कहता सुनाई पड़ रहा है कि उसमें से कुछ निकाल लो। वायरल ऑडियो में एसपी थानेदार को यह भी कह रहे हैं कि 2 आरोपियों को छुपा कर रखना। वह कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि जिन दो आरोपियों को जेल नहीं भेजा गया है। उन्हें कैसे रखना है, स्टेशन डायरी एंट्री नहीं करना है और शैडो प्राथमिकी ड्राफ्ट कर रखे रहना है।
रायपुर से चोरी 55 लाख के जेवर झारखंड की नदी में मिले, थानेदार ने काटी ली थी नस
रायपुर गुढियारी के नवकार ज्वेलर्स से चोरी गयी 80 लाख रुपये की ज्वेलरी की की सिमडेगा में बरामदगी व हेराफेरी मामले में झारखंड पुलिस की एसआईटी ने बांसजोड़ ओपी एरिया की लुडढी नदी से 55 लाख रुपये के सोने-चांदी की ज्वेलरी वर बरामद की।पोटली में बांधकर नदी में फेंके गए जेवर रायपुर से चुराये गये थे। यह बरामदगी बांसजोर ओपी के सस्पेंड थानेदार आशीष कुमार की निशानदेही पर की गई। इससे पहले, थानेदार ने आत्मग्लानि में कलाई की नस काट ली, हालांकि डाक्टरों ने उसे बचा लिया। थानेदार ने नस काटने से पहले अपने मोबाइल पर सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने चोरी की जांच में गड़बड़ी स्वीकार करते हुए आरोप लगाया कि अपने सहकर्मी से बहकावे में उससे यह गलती हो गई।
पुलिस हेडक्वार्टर ने की थी सिमडेगा एसपी को हटाने की अनुशंसा
रायपुर स्थित नवकार ज्वेलर्स से चोरी गयी 80 लाख की ज्वेलरी की सिमडेगा में बरामदगी के बाद हेराफेरी मामले में सीआईडी जांच रिपोर्ट के आलोक में झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर ने सिमडेगा के एसपी शम्स तबरेज को हटाने की अनुशंसा की थी। सिमडेगा पुलिस ने 80 लाख की ज्वेलरी बरामद किया, लेकिन सिर्फ 25 लाख का ही दिखाया था।नवकार ज्वेलर्स से चोरी किये गये 80 लाख के ज्वेलरी की सिमडेगा में बरामदगी के बाद हेराफेरी के मामले में रांची के तत्कालीन रेंज डीआइजी पंकज कंबोज ने जांच की थी। उन्होंने पुलिस हेडक्वार्टर को दी गयी रिपोर्ट में सिमडेगा एसपी शम्स तबरेज पर गंभीर आरोप लगाया था। डीआइजी पंकज कंबोज की रिपोर्ट पर पुलिस हेडक्वार्टर ने एसपी सिमडेगा को शो-कॉज कर उनसे बिंदुवार जवाब मांगा था।