Jamshedpur GST Fraud: 250 करोड़ का GST घोटाला, मास्टरमाइंड प्रदीप कलबलिया गिरफ्तार, बोकारो से 50 लाख कैश बरामद

जमशेदपुर में डीजीजीआई ने 250 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले का पर्दाफाश किया है। मुख्य आरोपी प्रदीप कलबलिया को बोकारो से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। टीम ने 50 लाख रुपये कैश और अहम दस्तावेज जब्त किए। यह नेटवर्क पांच राज्यों में फैला हुआ था।

Jamshedpur GST Fraud: 250 करोड़ का  GST घोटाला, मास्टरमाइंड प्रदीप कलबलिया गिरफ्तार, बोकारो से 50 लाख कैश बरामद
प्रदीप कलबलिया (फाइल फोटो)।
  • झारखंड, बिहार, यूपी, ओडिशा, बंगाल में फैला नेटवर्क

जमशेदपुर। जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (DGGI) जमशेदपुर ने 250 करोड़ रुपये से अधिक के जीएसटी फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है। DGGI की टीम ने जीएसटी फर्जीवाड़े सिंडिकेट के मास्टरमाइंड लोहा व्यापारी प्रदीप कलबलिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 
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डीजीजीआई की टीम ने मंगलवार को बोकारो के चास स्थित उसके आलीशान अपार्टमेंट से प्रदीप कलबलिया कोदबोचा। गिरफ्तारी के बाद प्रदीप को जमशेदपुर लाया गया, जहां मेडिकल जांच के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। टीम ने मौके से 50 लाख रुपये नकद, कई फर्जी चालान बुक, कंप्यूटर, मोबाइल, पेनड्राइव और बैंक दस्तावेज जब्त किए हैं।
डीजीजीआई टीम की गुप्त दबिश: सुबह-सुबह घेरा अपार्टमेंट
सूत्रों के मुताबिक, डीजीजीआई टीम लंबे समय से इस नेटवर्क की निगरानी कर रही थी। मंगलवार सुबह करीब 7 बजे चास के पुरुलिया रोड स्थित मानसरोवर अपार्टमेंट को 10 से अधिक अधिकारियों की टीम ने घेर लिया। कार्रवाई इतनी तेज थी कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।ब्लॉक-डी में रह रहे प्रदीप कलबलिया को हिरासत में लेने के बाद टीम ने देर शाम तक छानबीन की। जांच में फर्जी बिलिंग, टैक्स चोरी और डिजिटल ट्रांजैक्शन से जुड़े कई अहम सबूत मिले। कई बैंक खातों को तत्काल प्रभाव से फ्रीज कर दिया गया है।पांच राज्यों में फैला नेटवर्क
डीजीजीआई जमशेदपुर के अपर निदेशक सार्थक सक्सेना ने बताया कि यह गिरोह बेहद संगठित तरीके से काम कर रहा था। इसके तार झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और बिहार तक फैले हुए थे।यह सिंडिकेट फर्जी कंपनियां बनाकर लोहा-स्टील कारोबार में नकली बिलिंग के जरिए जीएसटी चोरी कर रहा था। इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का गलत फायदा उठाकर सरकारी राजस्व को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया गया।
पहले पकड़े गये आरोपियों ने खोला राज
इस मामले का सुराग जुलाई 2025 में तब लगा, जब डीजीजीआई ने 200 करोड़ के फर्जी इनवाइस केस में धनबाद के हीरापुर निवासी अवनीश जायसवाल और मटकुरिया के मो. फैजल खान को गिरफ्तार किया था। दोनों से पूछताछ में ही प्रदीप कलबलिया की संलिप्तता सामने आयी थी।तब से डीजीजीआई की टीम उसकी तलाश में थी, लेकिन वह लगातार ठिकाना बदलकर फरार था। मंगलवार को मिली सटीक सूचना के बाद टीम ने बोकारो में दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया।
सफेदपोशों के फंसने की संभावना
अधिकारियों का मानना है कि प्रदीप कलबलिया से पूछताछ के बाद इस नेटवर्क से जुड़े कई सफेदपोश कारोबारी और वित्तीय सलाहकारों के नाम सामने आ सकते हैं। माना जा रहा है कि घोटाले के तार बड़े कॉरपोरेट लेनदेन और हवाला चैनलों तक जुड़े हो सकते हैं।