IIT (ISM) धनबाद के पूर्व छात्र मोहित अग्रवाल ने रचा इतिहास — IES 2025 में हासिल की देशभर में पहली रैंक 1

आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के पूर्व छात्र मोहित अग्रवाल ने यूपीएससी की भारतीय आर्थिक सेवा (IES) परीक्षा 2025 में अखिल भारतीय प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान का नाम रोशन किया है। मोहित ने अपनी सफलता का श्रेय संस्थान की शिक्षा व्यवस्था और प्रोफेसरों के मार्गदर्शन को दिया है।

IIT (ISM) धनबाद के पूर्व छात्र मोहित अग्रवाल ने रचा इतिहास — IES 2025 में हासिल की देशभर में पहली रैंक 1
मोहित अग्रवाल (फाइल फोटो)।

धनबाद। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद ने एक बार फिर अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता का परचम लहराया है। संस्थान के पूर्व छात्र मोहित अग्रवाल ने भारतीय आर्थिक सेवा (IES) परीक्षा 2025 में अखिल भारतीय प्रथम स्थान प्राप्त कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे संस्थान को गौरवान्वित किया है।
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मोहित अग्रवाल की शैक्षणिक यात्रा
मूल रूप से जयपुर (राजस्थान) निवासी मोहित अग्रवाल ने IIT (ISM) धनबाद के खनन अभियांत्रिकी विभाग से डुअल डिग्री (B.Tech + M.Tech, 2013–2018) पूरी की थी। उन्होंने बताया कि आईआईटी (आईएसएम) में बिताए गए पांच वर्ष उनके जीवन की दिशा तय करने में निर्णायक साबित हुए।आईआईटी (आईएसएम) धनबाद ने मुझे सोचने, विश्लेषण करने और समस्याओं को हल करने की गहराई सिखाई।
यहां के प्रोफेसरों का मार्गदर्शन मेरी सफलता की असली पूंजी रहा,” — मोहित अग्रवाल, IES टॉपर 2025
उन्होंने विशेष रूप से प्रो. वी.एम.एस.आर. मूर्ति, प्रो. आर.एम. भट्टाचार्य, प्रो. वी. गोविंद विलुरी, प्रो. धीरेज कुमार, प्रो. शुएब आलम, प्रो. बी.एस. चौधरी और प्रो. पी.एस. पॉल का नाम लेकर उनका आभार जताया।
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की प्रतिक्रिया
संस्थान के उप निदेशक प्रो. धीरेज कुमार ने मोहित की उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा: “मोहित की उपलब्धि हमारे छात्रों की बहुआयामी प्रतिभा और मेहनत का परिणाम है। हमें गर्व है कि हमारे पूर्व छात्र राष्ट्रीय स्तर पर लगातार अपनी पहचान बना रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस सफलता से IIT (ISM) के छात्रों को प्रेरणा मिलेगी कि वे सिर्फ तकनीकी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक और आर्थिक नीतियों के क्षेत्र में भी देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
स्कूल से सिविल सेवा तक की प्रेरणादायक कहानी
मोहित ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा महाराजा सवाई मानसिंह विद्यालय, जयपुर से पूरी की। IIT से स्नातक के बाद उन्होंने कुछ समय निजी क्षेत्र में कार्य किया, लेकिन सार्वजनिक नीति और अर्थशास्त्र के प्रति बढ़ती रुचि ने उन्हें भारतीय आर्थिक सेवा (IES) की दिशा में प्रेरित किया। पढ़ाई के साथ-साथ मोहित को पठन-पाठन, लंबी दौड़ और विकास नीतियों पर रिसर्च का भी शौक रहा है।
संस्थान की बढ़ती प्रतिष्ठा
मोहित अग्रवाल की यह उपलब्धि IIT (ISM) धनबाद के गौरवशाली इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है। संस्थान के कई पूर्व छात्र पहले भी IAS, IPS, IFS, और IES जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं में चयनित होकर देश और विदेश में अपनी पहचान बना चुके हैं।
 निष्कर्ष
मोहित अग्रवाल की कहानी न केवल IIT (ISM) धनबाद बल्कि देशभर के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। यह साबित करता है कि समर्पण, अनुशासन और सही मार्गदर्शन के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।